छत्तीसगढ़

आप देश के स्वतंत्रता सेनानी (जिन्होंने इस देश के लिए अपना बलिदान दे दिया) उनके कर्जदार हो, उनके कर्जे को अदा कर दो – बाबा उमाकान्त महाराज

आप देश के स्वतंत्रता सेनानी (जिन्होंने इस देश के लिए अपना बलिदान दे दिया) उनके कर्जदार हो, उनके कर्जे को अदा कर दो – बाबा उमाकान्त महाराज

सभी को देश के लिए काम करना चाहिए और देश भक्ति लानी चाहिए

अम्बाला, हरियाणा। बाबा उमाकान्त महाराज ने 15 अगस्त 2025 के सतसंग में कहा कि अच्छे की हमेशा मदद होती है। वहां देर भले ही हो लेकिन अंधेर नहीं रहती है। इसीलिए कहा गया
“धीरे-धीरे रे मना, धीरे ही सब होय।
माली सींचे मूल को, ऋतु आए फल होए।।”

पौधा लगाते हो तब तुरंत ही वह फल नहीं देता है। जब सिंचाई करते हो तब फल निकल आता है। ऐसे ही महात्मा गांधी ने अच्छा अभियान चलाया देश को आजाद कराने के लिए। वह उम्मीद के साथ आगे बढ़ते रहे और उसका परिणाम यह हुआ कि एक से एक वीर निकल कर के आ गए और जहां जैसी जरूरत पड़ी, देश के लिए उन्होंने कुर्बानी दे दी।

देश के बंटवारे की भावना नहीं रहनी चाहिए

भगत सिंह, चंद्रशेखर, अशफाक उल्लाह खान, राजेंद्र लाहिड़ी जैसे वीरों ने यह नहीं देखा कि हम हिन्दू हैं, हम मुसलमान हैं, हम ईसाई हैं। आज देखो लोग तिफरका पैदा कर रहे हैं, देश को खोखला कर रहे हैं, देश में कमजोरी पैदा कर रहे हैं; ऐसी स्थित उस समय पर नहीं थी। और अगर ऐसी ही स्थिति रही तो देश गुलाम हो सकता है, बर्बाद हो सकता है। किसी के अंदर यह भावना नहीं होनी चाहिए कि देश का बंटवारा हो, देश खंडित हो, देश फिर से गुलामी के कगार पर पहुंच जाए और देश के नौजवानों को बर्बाद कर के हम उनके मुखिया बन जाएं। तो आप यह देखो कि कितने राजा-महाराजा मारे जा रहे हैं, कैद हो रहे हैं, कितने मुखिया जिनकी गलत भावना है, उनका नामोनिशान मिटा जा रहा है। इसीलिए आज के दिन भारत देश के जितने भी वासी हैं, सबको ऐसे भाव को त्याग देना चाहिए और देश के लिए काम करना चाहिए, देश भक्ति लाना चाहिए। आप देश के स्वतंत्रता सेनानी जिन्होंने इस देश के लिए अपना बलिदान दे दिया, उनके कर्जदार हो। उनके कर्जे को अदा कर दो।

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