CG – गरीब बच्चों का नामी स्कूलों में पढ़ने का सपना होगा पूरा, छत्तीसगढ़ में शुरू हुई इस योजना से मजदूरों के बच्चों को नामी स्कूलों में मिलेगा पढ़ने का मिला मौका……

रायपुर। छत्तीसगढ़ ने देशभर में शिक्षा के क्षेत्र में नई मिसाल कायम की है। श्रम विभाग की अनूठी पहल से राज्य सरकार ने अटल उत्कृष्ट शिक्षा योजना की शुरुआत की है। छ्त्तीसगढ़ सरकार की ‘अटल उत्कृष्ट योजना’ के तहत श्रमिकों और मजदूरों के बच्चों को बड़े स्कूलों में पढ़ने का मौका मिलेगा और बच्चों के सपने पूरे होंगे। इस योजना के तहत 14 नामी स्कूलों में 100 बच्चों का दाखिला कराया जाएगा और इसके लिए सरकार हर साल दो करोड़ रुपये खर्च करेगी। इस योजना के तहत श्रम विभाग छठी से 12वीं तक की पढ़ाई का पूरा खर्च उठाएगा।
छत्तीसगढ़ सरकार के अनुसार 5वीं क्लास में अच्छे नंबर प्राप्त कर पास हुए श्रमिकों के बच्चों को काउंसलिंग के बाद योजना में प्रवेश दिया जाएगा। किसी बड़े स्कूल में उनका एडमिशन छठी क्लास में कराया जाएगा और 12वीं तक की पढ़ाई का खर्च सरकार उठाएगी। अटल उत्कृष्ट योजना’ के तहत छत्तीसगढ़ सरकार एडमिशन चार्ज, स्कूल का ट्यूशन फीस, किताब-कॉपी के अलावा स्कूल ड्रेस, हॉस्टल का खर्च, खाने का खर्च सरकार उठाएगी। इन सभी सुविधाओं पर खर्च होने वाले पैसे आवासीय स्कूलों को सीधे मंडल द्वारा प्रदान किए जाएंगे।
अटल उत्कृष्ट योजना क्या है ?
इस योजना के अंतर्गत भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल में पंजीकृत श्रमिकों के पहले दो बच्चों को शैक्षणिक सत्र 2025-26 से कक्षा छठवीं में प्रवेश दिलाकर बारहवीं तक की शिक्षा आवासीय विद्यालयों में नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाएगी।
पात्रता और जरूरी दस्तावेज
इस योजना का लाभ लेने के लिए श्रमिक को कम-से-कम 1 साल से निर्माण कार्य में पंजीकृत होना चाहिए। इस योजना के तहत केवल पहले 2 बच्चों को लाभ मिलेगा। इसके लिए जीवित श्रमिक पंजीयन कार्ड, छत्तीसगढ़ का मूल निवासी प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, बच्चे के 5वीं क्लास की मार्कशीट, वर्तमान कक्षा में अध्ययन प्रमाण पत्र, स्वघोषणा प्रमाण पत्र, आयु प्रमाण पत्र और चयन के बाद ट्रांसफर सर्टिफिकेट जरूरी होगा।