छत्तीसगढ़
कुंवरपुर विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का किया गया आयोजन हजारों की संख्या में रहे दर्शक, सीतापुर ग्रुप की सुंदर प्रस्तुति ने मोह लिया सभी का मन।
ग्राम पंचायत कुंवरपुर गांवों में विश्वकर्मा पूजा 17 सितम्बर दिन बुधवार को प्रतिमा स्थापित किया गया था, वही अन्य वर्ष की भांति इस वर्ष भी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें कुंवरपुर, लखनपुर, सीतापुर,अंबिकापुर, सूरजपुर सहित 43 प्रतिभागियों ने कई जगहों से आकर लोग डांस प्रतियोगिता में हिस्सा लिए थे, सांस्कृतिक कार्यक्रम का संचालन करने वाले यश,नेहा,संतोषी मोतीलाल विश्वकर्मा है जो हर वर्ष विश्वकर्मा जयंती के उपलक्ष में या सांस्कृतिक कार्यक्रम ग्राम पंचायत कुंवरपुर में करवाते हैं, इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रथम पुरस्कार द वारियर ग्रुप का अंबिकापुर रहे जिनका पुरस्कार ₹10000, दूसरा डीजे लायंस उमेश्वरपुर सूरजपुर, 5000,तीसरा प्रतिभागी सिद्धार्थ यादव बेली डांसर3000, चौथा अभिषेक मेंड्रा1000, पांचवा सेंट बाय अंबिकापुर500, रहे पुरस्कार के साथ ट्रॉफी का भी वितरण किया गया ,वही सांत्वना पुरस्कार के रूप में सीतापुर की टीम को 1000 रुपए दिया गया, लेकिन आपको बता दूं कि उसमें भले ही सीतापुर की टीम विजयी हासिल नहीं कर पाए लेकिन क्षेत्र के लोगों से पूछने पर बताया गया कि सबसे अच्छा डांस सीतापुर का था उनके डांस को पसंद किए,उन लोगों के डांस में ललक हर्ष, प्रसन्नता,उल्लास,था क्योंकि हमारे छत्तीसगढ़ी पारंपरिक वेशभूषा के साथ छत्तीसगढ़ी गाना डांस सुंदर उल्लेखनीय लोक समूह नृत्य किए जिसे देखकर मन प्रफुल्लित तो हो गया।
“”””*भगवान विश्वकर्मा दिवस का महत्व।*””””
आपको बता दूं कि विश्वकर्मा पूजा अश्विनी क्वांर महिने के कृष्ण पक्ष एकादशी तिथि को मनाई जाती है। धर्मशास्त्रों में भगवान विश्वकर्मा सृष्टि के प्रथम शिल्पकार माने गये हैं। देवशिल्पी ब्रम्हा के सातवें पुत्र के रूप में जाने जाते हैं। सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड को तकनीक एवं व्यवस्था के आधार पर संयोजित करने के कारण देवशिल्पी विश्वकर्मा जी पूरे सृष्टि के प्रथम अभियंता कहे गये हैं। ग्रंथो में वर्णित है कि भगवान विश्वकर्मा ने देवताओं के अस्त्र-शस्त्र आभूषण दिव्य वाद्ययंत्र आकाश में दिखने वाले इन्द्र धनुष तक के निर्माण किये है। इसके अलावा स्वर्ग लोक, सोने की लंका,द्वारिका पुरी, इन्द्रप्रस्थ, पुष्पक विमान जैसे अनेक अद्वितीय रचना किये है। भगवान विश्वकर्मा जी की पूजा आराधना करने से मन की सभी अभिलाषाएं पूरी होती है।
*”””ग्राम कुंवरपुर में भगवान विश्वकर्मा जी की विसर्जन।”””*
ग्राम पंचायत कुंवरपुर में 19 सितंबर दिन शुक्रवार को भगवान विश्वकर्मा जी का विसर्जन धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ पूरे गांव में डीजे के साथ प्रतिमा का भ्रमण करने के बाद देव तालाब कुंवरपुर में विसर्जन किया गया।
इस दौरान बृजराज विश्वकर्मा, माखन विश्वकर्मा, जगसाय विश्वकर्मा, मदन विश्वकर्मा, मोतीलाल विश्वकर्मा, त्रिवेणी विश्वकर्मा, यश विश्वकर्मा, तेजू विश्वकर्मा, रामेश्वर,रितेश विश्वकर्मा, बिंदेश्वर, पुलूस, छत्रपाल विश्वकर्मा, बसंती विश्वकर्मा,संतोषी विश्वकर्मा, सरस्वती विश्वकर्मा,ज्योति विश्वकर्मा, सहित अन्य उपस्थित रहे।