CG सराफा व्यापारी की हत्या का खुलासा : ड्राइवर और उसके भाई ने मिलकर जघन्य अपराध को इस वजह से दिया था अंजाम,जाने मामला…
कोरबा 13 जनवरी 2025। सराफा कारोबारी की हत्या उन्ही के ड्राइवर ने की थी। पूरी घटना लूट की नीयत से अंजाम दिया गया था। मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को धर दबोचा है। दरअसल कोरबा में 5 जनवरी की रात सर्राफा व्यवसायी गोपाल राय सोनी की हत्या कर दी गई थी। इस वारदात ने शहरवासियों और कारोबारियों को खौफजदा कर दिया था। बिलासपुर आईजी संजीव शुक्ला ने खुलासा किया है कि पूरी घटना सिर्फ 19 मिनट के भीतर रात 9.40 से 9.59 के बीच अंजाम दिया गया। वारदात के वक्त कारोबारी और उनकी अस्वस्थ पत्नी ही घर पर थे।
घटना कारोबारी के नये और पुराने ड्राइवर ने मिलकर अंजाम दिया था। हत्या के बाद लूटेरे उन्हीं की क्रेटा कार लेकर फरार हो गए। साथ ही घर से सूटकेस, मोबाइल भी ले गए। कमाल की बात ये है कि इतने खौफनाक वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ड्राइवर भागा नहीं, बल्कि पुलिस और लोगों को चकमा देते हुए वहीं मौजूद रहा, यही नहीं अंत्येष्टि से लेकर अन्य कार्यों में भी वह शामिल होता रहा। पुलिस ने वारदात में शामिल तीन में से दो आरोपियों आकाश गोस्वामी व मोहन मिंज को गिरफ्तार कर लिया गया है।
वहीं, पुराना ड्राइवर सूरज गोस्वामी और एक आरोपी आकाश का बड़ा भाई अभी भी फरार है जिसकी तलाश की जा रही है। बिलासपुर आईजी डॉ. संजीव शुक्ला ने बताया कि पुलिस को CCTV फुटेज से बड़ा क्लू मिला। सबसे पहले दो संदिग्ध दिखे जो शाम 7:36 बजे पैदल दीवार फांदकर अंदर घुसे और फिर निकले नहीं। बाद में 10:59 बजे घर से कार में निकलते दिखे लोगों का हुलिया इनसे मिला। कार की तलाश के दौरान परसाभाठा बालको मार्ग में गाड़ी दिखी, जो रिस्दा बस्ती से बरामद हुई।
पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया तो रास्ते में कई CCTV फुटेज मिले। इससे गाड़ी के रूट का पता लगाया। 10:01 से 10:22 बजे के बीच में कार के आगे का रूट पता चला। इस बीच यह भी पता चला कि गाड़ी की पार्किंग में खून की बून्द दिखी जिससे आरोपी के घायल होने का पता चला। मैनुवल पड़ताल में मोहन मिंज के चोटिल होने का पता चला। उसे हिरासत में लेने पर खुलासा हुआ। चालक सूरज गोस्वामी कारोबारी का पुराना ड्राइवर था।
वहीं आकाश गोस्वामी अभी कारोबारी का गाड़ी चलाता था। आकाश को पैसे की जरूरत थी, इसलिए वो इसका जिक्र अपने आरोपी साथी से करता था। प्लानिंग के दौरान आरोपियों को ये जानकारी थी कि गोपाल जो सूटकेश लेकर घर जाते हैं, उसी सूटकेश में वो दुकान की चाबी भी रखते हैं। प्लानिंग सूटकेश की चाबी लेकर दुकान में लूटकर भाग जाने का था। चाबी चोरी करने की प्लानिंग 25 दिसम्बर को तैयार की गई थी। सूरज व आकाश दोनों भाई ने मिलकर योजना बनाई व मोहन मिंज आदतन बदमाश को शामिल किया।
इनको पता था कि पुत्र नचिकेता वर्क फ्रॉम होम रहता था लेकिन रविवार को शाम को दुकान जाता है। घटना दिनांक की रात घर के पास खंडहर नुमा मकान में पहले से छिपे थे। जैसे ही गोपाल राय को चालक ने घर मे छोड़ा और नचिकेता दुकान गया तो तीनों घर मे दीवार फांदकर घुसे। आपस में बातचीत करने के लिए किसी का मोबाइल और किसी के नाम का सिम इस्तेमाल किया गया। जब आरोपी घर में घुसे तब उस समय गोपाल राय पत्नी के कमरे में थे कि आरोपी अलग-अलग छिप गए।
एक आरोपी सूरज घर के परिसर में मंदिर में छिप गया था, जहां माथा टेकने पहुंचे गोपाल राय ने सूरज को देख लिया। इसके बाद सूरज की पहचान हो जाने से उसने आकाश को बताया व तीनों ने मिलकर धारदार हथियार से गोपाल राय की हत्या कर दी। आदतन बदमाश मोहन ने गोपाल को पीछे से पकड़ा और सूरज ने धारदार हथियार से हमला कर दिया। सूटकेश में दुकान की चाबी है,इसलिए लेकर भाग निकले। सूटकेश व हथियार को रास्ते मे नदी में फेंक दिया। गोपाल राय व उनकी पत्नी का मोबाइल बरामद हुआ है। पुलिस इस मामले में तीसरे आरोपी की तलाश कर रही है।