युवाओं ने उठाया बीड़ा निस्वार्थ भाव से कर रहे गौ माता का सेवा।
सूरजपुर के अघिनापुर, केवटाली,सलका,कोटेया क्षेत्र के अघिनापुर में हो रहा संचालित
((नया भारत सितेश सिरदार सूरजपुर)):–
छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा गौ धाम निर्माण कराए जाने की बात तो आपने सुना ही होगा, जोकि पूर्ववर्ती सरकार के द्वारा प्रत्येक ग्राम पंचायत में गौठान निर्माण कार्य कराया गया था लेकिन वर्तमान सरकार के द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे गांव में निर्माण कार्य किया जाना है इन सभी को छोड़कर पूर्व में ही कुछ युवाओं ने बीड़ा उठाया और पूर्व में बने गोठान के जगह को चिन्ह अंकित करते हुए गौ आश्रय धाम बना डाला, इस गौ आश्रय धाम में गौ माता का पूजा ही नहीं उन्हें खाने के लिए चारा,बीमार पड़ने पर इलाज सहित उन्हें कई कार्यक्रमों में सम्मिलित होने का भी अवसर प्रदान करते हैं और लोग यहां आकर के अपने आप को बड़ा भाग्यशाली समझते हैं
यह धाम सूरजपुर जिला के भैयाथान विकासखंड के ग्राम पंचायत अघीनापुर, केवटाली,सलका कोटेया के युवाओं ,व्यापारी समाजसेवी तथा अन्य ग्रामीण जन,गौ सेवा समिति के द्वारा संचालित किया जा रहा है
यह धाम करीब 7 से 8 महीना पूर्व से संचालित की जा रही है इसमें केवल मात्र आसपास के लोग ही नहीं, आसपास के अन्य क्षेत्रों के लोग भी काफी सहयोग करते हैं इस गौ आश्रय धाम में करीब 150 से अधिक गाय बैल मिलाकर है
प्रारंभ में काफी मुश्किल भरी यह कार्य था क्योंकि शुरुआती दौर में काम ही लोग मिलकर इस कार्य को प्रारंभ किए थे इस धाम में घुमंतू पशुओं के रखे जाने से स्थानीय लोग काफी खुश हैं
“”*घुमंतू मवेशियों को रखे जाने से आसपास के किसान है काफी खुश*”””
आसपास के ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि उक्त समिति के द्वारा जब से आसपास के घुमंतू मवेशियों को रखा गया है तब से खेती की रखरखाव के लिए हमें किसी प्रकार का कोई परेशान नहीं होना पड़ता है पहले आसपास के खेती के लिए पहरा देना पड़ता था लेकिन यहां के गौ सेवा समिति के सदस्यों के विशेष पहल के कारण अब हमारा खेती काफी सुरक्षित है और अपने आप को घर में रखकर एवं अन्य कामों में समय लगने के लिए काफी समय मिल जाता है बहुत ही अच्छा गौ सेवा समिति के सदस्य कार्य कर रहे हैं
“”*बीमार एवं एक्सीडेंट पशुओं का किया जाता है रेस्क्यू*”””
इस समिति के सदस्यों की सक्रियता इतनी है कि यहां गौ माता के सेवा ही नहीं, आसपास किसी भी रोड पर एक्सीडेंट हो एवं कहीं भी बीमार हो यदि इन्हें इसकी जानकारी मिलता है तो उनका रेस्क्यू कर इस गौ आश्रय धाम में लाकर उनका सेवा के साथ ही उसका इलाज करने की भी जिम्मेदारी लेते हैं
“”” *गौ आश्रय धाम संचालित करने के लिए कई चुनौतियों का कर रहे हैं सामना*””
उक्त समिति के सदस्यों के द्वारा गौ सेवा के लिए उठाए गए बिड़ा सहज ही नहीं है यहां उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है यहां चारा से लेकर अन्य जरूरत के चीज के लिए उन्हें शासकीय लाभ प्राप्त नहीं हो रहा है ना ही किसी प्रकार का शासन से उन्हें सहायता की जा रही है वहां समिति के सदस्यों के द्वारा खुद ही वहन करते हैं,
वही गौ माता की सेवा में चराई कार्य के लिए चरवाहा का भी व्यवस्था खुद के पैसे से किया गया है साथ ही अन्य उनके रहने के व्यवस्था किए जाने हेतु शेड का निर्माण सहित अन्य कार्य खुद के पैसे खर्च कर रहे हैं उनके कार्यों एवं जज्बा को देखकर ऐसा लगता है कि गौ सेवा किए जाने हेतु पूरी तरीका से मन बना लिए हैं चाहे उसके लिए कुछ भी करना पड़ जाए
“”*निजी पशुओं को रखने के लिए भी बनाया गया है जगह*””
समिति के सदस्यों के द्वारा बताया गया कि यदि कोई व्यक्ति अपना निजी पशु को इस धाम में रखना चाहते हैं तो उनके लिए महीने में करीब सदस्यता के तौर पर ₹1100 के हिसाब से इस समिति को देखकर अपने निजी मवेशियों को भी इस जगह पर रखवाने हेतु व्यवस्था कर सकते हैं।
“””*आसपास क्षेत्र में हो रही इस कार्यों की सराहना*”””
बड़ी बात यह है कि इस समिति के द्वारा जो कार्य किया जा रहा है जिससे आसपास के लोग काफी सराहना कर रहे हैं सबसे बड़ी बात यह है कि अब लोग यहां पर बर्थडे पार्टी से लेकर के अन्य कार्यक्रम आयोजित कर पशुओं एवं गौ माता को भी केला सहित अन्य प्रसाद के तौर पर दिया जा रहा है जहां सप्ताह में एक या दो कार्यक्रम आवश्यक रूप से इस जगह पर संचालित वर्तमान में हो रहा है
बड़ी बात यह है कि इस समिति के कार्यों को देखते हुए वर्तमान में प्रशासनिक मदद मिलने का आश्वासन जिला पंचायत सीईओ, जनपद सीईओ एवं सूरजपुर कलेक्टर के द्वारा समिति को मिला है साथ ही पशुओं के इलाज किए जाने हेतु पशु चिकित्सा विभाग से भी समय-समय पर सहयोग मिलता अब आ रहा है
वही इस समिति के द्वारा बेरोजगार युवाओं को रोजगार के प्रति स्वालंबन बनाए जाने हेतु भी कार्य किया जा रहा है इस समिति में इस गोधाम में युवाओं को जोड़कर गोबर से विभिन्न प्रकार की आकृतियां बनाई जाती है जो बाजारों में बिक्री करने योग्य है, साथ ही नई नस्ल के बच्चा तैयार करने के लिए भी विशेषज्ञों से सलाह लेकर तैयार करने की बात कही जा रही है साथ ही रासायनिक खाद पर होने वाले नुकसान को बताते हुए यहां जैविक खाद निर्माण किए जाने हेतु समिति के द्वारा विशेष कार्य किया जा रहा है बड़ी बात यह है कि बेरोजगार युवाओं को स्वावलंबी बनाए जाने हेतु इस समिति के सदस्य के द्वारा संबंधित विशेषज्ञों के सलाह से कार्य किए जाने हेतु सलाह दिए जा रहे हैं जिससे कि युवा अपने आप में रोजगार सृजित कर सके
आगे समिति के द्वारा लगातार अन्य गतिविधियों जिससे कि स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सके इस पर विशेष कार्य कर रहे हैं प्रशासनिक तौर पर मिल रही व्यवस्थाओं एवं सहयोग को देखते हुए समिति के सदस्यों का हौसला बढ़ता जा रहा है आगे भी प्रशासनिक अधिकारियों के सहयोग से कार्य लगातार जारी रहेगा।