छत्तीसगढ़

CG – टिकारी हाई स्कूल के वेद नें जुगाड़ की साइकल से बिलासपुर का बढ़ाया मान सुविधाओं का आभाव फ़िर भी एकेडमी में सालों प्रशिक्षण प्राप्त खिलाड़ियों कों छोड़ा पीछे पढ़े पूरी ख़बर

बिलासपुर//कहते हैं प्रतिभा को प्रमाण की जरूरत नहीं होती ऐसा ही कुछ देखने को मिला मस्तूरी विधानसभा के ग्राम पंचायत टिकारी के मिनीमाता हाई स्कूल में कक्षा 9 में अध्यनरत छात्र वेद प्रसाद सोनवानी से जिन्होंने 25वीं राज्य स्तरीय साइकिलिंग शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता जो रायपुर में आयोजित की गई जिसमे वेद नें अंडर 14 साइकिलिंग में परचम लहराया बताते चलें की सुविधाओं की आभाव में भी ग्रामीण खिलाड़ी जम कर पसीना बहा कर अपने आप कों साबित करते हैँ यहाँ सोचने वाली बात ये हैँ की इस बच्चे नें एकेडमी वाले ऐसे बच्चों कों पीछे छोड़ दिया जो लगातार अनुभवी प्रशिक्षकों की देख रेख में सालों तैयारी करते हैँ जिनके पास सारी सुविधाएं उपलब्ध होती हैँ क्या ऐसे टैलेंटेड बच्चों कों वो सारी सुविधा नहीं मिलनी चाहिए जिससे ये आगे चल कर अपने राज्य देश का नाम रौशन करें क्यों ऐसे ग्रामीण युवा प्रतिभाओ कों सुविधाएं नहीं मिलती क्या ये एक गंभीर चिंता का विषय नहीं हैँ।

आपको बताते चलें कि 25 राज्य स्तरीय साइकिलिंग शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता रायपुर में दिनाँक 27.09.2025 से 30.09.2025 तक आयोजित हुआ जिसमें मिनीमाता शासकीय उच्च. माध्यमिक विद्यालय टिकारी से कक्षा 9वीं के छात्र वेद प्रसाद सोनवानी ने U 14 रोड साइकिलिंग की विधा में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में बिलासपुर संभाग को अपने प्रदर्शन से द्वितीय स्थान हासिल करवाया। वेद प्रसाद ने अपने प्रदर्शन से बिलासपुर संभाग,मस्तूरी विकास खंड और अपने संस्था मिनीमाता शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय टिकारी का नाम रोशन किया,विद्यालय के प्राचार्य मंजू प्रभा मिंज मैडम और विद्यालय के समस्त स्टाफ ने वेद प्रसाद को बधाई व भविष्य के प्रतियोगिताओं के लिये शुभकामनायें दी।

जुगाड़ की साइकल से बढ़ाया बिलासपुर जिले का मान सम्मान…

आपको बताते चले कि बिलासपुर जिले के मस्तूरी विधानसभा और मस्तूरी विधानसभा से कुछ किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत टिकारी के हाई स्कूल में अध्यनरत वेद प्रसाद सोनवानी जो गरीब परिवार से बिलॉन्ग करता है उसके पास साइकिलिंग कॉम्पीटिशन के लिए साइकल उपलब्ध नहीं थी जो गरीब परिवार के लिए बहुत महंगा होता हैँ जिसकी कीमत तक़रीबन 30 से 40 हजार के बीच होती हैँ क्रीड़ा अधिकारी आशीष मिश्रा ने किसी तरह उनको वह साइकिल उपलब्ध कराई जिसकी हालत भी खराब थी पर बच्चों ने क्रीड़ा अधिकारी को और ना ही बिलासपुर जिले को निराश किया और सभी की उम्मीद पर खरा उतरते हुए संभाग में द्वितीय स्थान ओवर ऑल तीसरा स्थान हासिल किया।

स्कूल में क्रीड़ा अधिकारी सामान्य साइकल से कराते थे अभ्यास…

आपको बताते चले कि टिकारी के हाई स्कूल में पदस्थ क्रीड़ा अधिकारी आशीष मिश्रा बच्चों को सामान्य साइकल से प्रैक्टिस करते थे और बच्चा भी खूब चाव से साइकिलिंग करता था इसी का परिणाम है कि आज बच्चे ने न सिर्फ अपने स्कूल परिवार शिक्षकों का नाम रोशन किया बल्कि बिलासपुर जिले को भी गौरान्वित किया है।

क्यों ग्रामीण प्रतिभाओ कों नहीं मिलती सुविधाएं…

अगर खेल विभाग ग्रामीण प्रतिभाओं को भी वह सारी सुविधाएं उपलब्ध कराए जो शहरी क्षेत्र में उपलब्ध कराई जा रही है या अकेडमी में जो सुविधा बच्चों को मिल रही है तो शायद यह बच्चे एक दिन देश का भी नाम रोशन करेंगे। और बच्चों कों अकेडमी जानें की जरूरत ना ही पड़े। जिससे पालकों का लाखों का बचत होगा।

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