छत्तीसगढ़

CG – करोड़ों की उठाईगिरी : करोड़ों के जेवरात और नगद लेकर सफर कर रहे थे सराफा व्यापारी, चलती बस में आई झपकी और बैग गायब, मामले की जांच में पुलिस…..

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले से बड़ी खबर सामने आई है। बड़ी मात्रा में सोना और नगद रकम लेकर बस में यात्रा कर रहा सराफा व्यापारी उठाईगिरी का शिकार हो गया। बताया जा रहा है कि बस में नींद लगने पर कारोबारी के पास रखे बैग को उठाईगिर ले कर रफूचक्कर हो गए। बस में 900 ग्राम सोना और सात लाख रुपए थे। रायपुर जाकर नींद खुलने पर पुलिस ने मामले की सूचना मिलते ही युद्ध स्तर पर आरोपियों की पत शुरू कर दी है। मामला रतनपुर थाना क्षेत्र का है।

रायपुर निवासी किशोर कुमार रावल पिता लल्लूराम रावल सराफा के थोक कारोबारी हैं। वह अंबिकापुर के व्यापारियों के लिए सोने की ज्वैलरी लेकर जाते हैं और उन्हें ज्वैलरी बेच कर पैसे कलेक्टर कर लाते है। दीपावली के चलते वह ज्यादा मात्रा में माल लेकर अंबिकापुर डिलीवरी देने गए थे। वहां 6 व्यापारियों को माल डिलीवरी करने के बाद वह बचे हुए माल और ज्वैलरी बिक्री की रकम सात लाख रुपए को लेकर वापस आने के लिए रॉयल बस सर्विस में सवार हुए। उन्होंने बचे ज्वैलरी और नगद को बैग में रखा था। रास्ते में उनकी नींद लग गई। बिलासपुर के नेहरू चौक में जब उनकी नींद खुली तब उन्होंने देखा कि बैग गायब है। तब उनके होश उड़ गए। वे वापस हुए और रास्ते में जहां-जहां बस रूकती है वहां वहां के सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन किया। रतनपुर के पास सीसीटीवी कैमरा चेक करने पर पता चला कि सुबह चार बजे तीन चार व्यक्ति उसका बैग लेकर रतनपुर स्टॉपेज में उतर रहे थे। ये लोग व्यापारी के पीछे अंबिकापुर से ही चढ़े थे।

सीसीटीवी फुटेज में चिन्हित होने के बाद व्यापारी ने रतनपुर थाने में पहुंच कर इसकी शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत आवेदन प्रस्तुत किए जाने पर रतनपुर थाने में धारा 303(2),3,5, बीएनएस के तहत उठाईगिरी का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। पुलिस तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों की तलाश कर रही हैं।

घटनाक्रम के पैटर्न को देखकर लगता है कि आरोपियों को पहले से व्यापारी के ज्वैलरी और नगद रकम ले जाने की जानकारी थी। जिसके चलते आरोपी अंबिकापुर से ही बस में सवार होकर व्यापारी के पीछे लग गए थे। रैकी करते हुए व्यापारी को नींद आने पर अंबिकापुर से रतनपुर के बीच बैग उठा लिया और रतनपुर में उतर गए।

पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि रतनपुर के पास बस रुकने के बाद तीन चार लोग बस से व्यापारी का बैग लेकर उतरे और पीछे से आ रही एक चार पहिया वाहन में बैठकर फरार हो गए। संभवतः यह गाड़ी आरोपियों के साथी की थी जो बस के पीछे-पीछे चला आ रहा था और मौका मिलने पर उन्हें लेकर फरार हो गया।

जांच में जुटी पुलिस

मामले की जानकारी लगते ही एसएसपी रजनेश सिंह ने पुलिस टीम के साथ ही तत्काल अधिकारियों को सक्रिय कर दिया। उनके निर्देश पर एडिशनल एसपी ग्रामीण अर्चना झा और एसडीओपी कोटा नूपुर उपाध्याय रतनपुर पहुंच गए। उन्होंने आरोपियों के उतरने की के जगह पर भी दौरा किया और सीसीटीवी फुटेज तथा आरोपियों के भागने के जगह की तफ्तीश की। उनके अलावा एंटी क्राइम कंट्रोल यूनिट की पूरी टीम को भी एसएसपी ने लगाया है।

आज दिन भर बस ड्राइवर, क्लीनर, हेल्पर और संदेहियों से रतनपुर थाने में पूछताछ होती रही। इसके अलावा बस में यात्रा करने वाले यात्रियों की भी डिटेल पुलिस जुटाती रही।। सीसीटीवी फुटेज के हुलिए को बिलासपुर पुलिस ने आसपास के जिलों के पुलिस को भी भेजा है। साइबर की टीम टावर डंप के आधार पर लोकेशन ट्रेस कर रही है।

मामले में कोटा एसडीओपी नूपुर उपाध्याय ने बताया कि रायपुर के व्यापारी से अंबिकापुर से लौटते समय बस में उठाईगिरी हो गई है। उनके बैग में सोने के जेवर और कैश थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की शिनाख्ति कर तलाश तेज कर दी है।

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