CG – सोन प्राथमिक शाला में शिक्षक नें लांघी सारी मर्यादा नशे में धुत होकर किया ऐसा की शिक्षा जगत हुआ शर्मसार वीडियो हुआ वायरल क्या बोले डीईओ और बीईओ जानें पढ़े पूरी ख़बर
बिलासपुर//मस्तूरी शिक्षा विभाग में शिक्षकों की लापरवाही लगातार देखी जा रही है इस बार तो प्राथमिक शाला सोन के शिक्षक विश्वकर्मा प्रसाद कश्यप ने मर्यादा की सारी हदें पार कर दी शराब के नशे में धुत शिक्षक स्कूल पहुंचे और स्कूल स्टाफ जहां शिक्षिका भी बैठे हुए थे वहां उन्होंने अपना शर्ट निकाल दिया और नशे के हालत में वह किसी से बात करते हुए वायरल वीडियो में साफ दिख रहे हैं अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या ऐसे में सरकारी स्कूलों में बच्चों का भविष्य बन सकता है ऐसे शराब ख़ोर शिक्षकों की वजह से बच्चों की भविष्य पर बच्चों के दिमाग पर क्या असर पड़ेगा इसका अंदाजा आप सब लगा सकते हैं क्या ऐसे में सरकारी स्कूलों कों लेकर पालको का विश्वास बढेगा या घटेगा मस्तूरी शिक्षा विभाग में यह पहला मामला नहीं है जब किसी शिक्षक के द्वारा शराब की नशे में पूरे शिक्षा विभाग को शर्मसार करने वाली घटना हुई हो इससे पहले मस्तूरी के ही मचहा में शराब पीते वीडियो शिक्षक का वायरल हुआ था जिसके बाद शिक्षक की सेवा समाप्त हुई थी तो क्या अब इनके साथ भी ऐसा ही होना चाहिए? क्योंकि इन्होंने तो स्कूल में शिक्षिकाओं के सामने ही मान सम्मान और शिक्षा जगत के सभी नियमों को ताक पर रखकर पूरे ब्लॉक को पूरे छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग को शर्मसार कर दिया है। बताया जाता हैँ की वायरल वीडियो बीते बुधवार का हैँ जब शिक्षक नशे में चूर स्कूल में पहुंचे थे।
ऐसी लापरवाही बिल्कुल बर्दास्त नहीं किया जाएगा इनके ऊपर सख्त कार्रवाई की जाएगी कोई भी शिक्षक अगर ऐसा करते पाए गए तो उनके ऊपर कठोर से कठोर कार्रवाई होंगी।
विजय तांडे
जिला शिक्षा अधिकारी बिलासपुर,
संकुल समन्वयक से वायरल वीडियो की जानकारी मिली हैँ उन पर कार्रवाई के लिए मै जिला शिक्षा अधिकारी कों लिखूंगा ऐसी गैर जिम्मेदारी और शिक्षा जगत कों कलंकित करने वालों कों कड़ी सजा मिलेगी
शिव कुमार टंडन
बी,ई,ओ,मस्तूरी
मुझे इसकी जानकारी नहीं हैँ आपके माध्यम से जानकारी मिल रही हैँ और शिक्षक नें अगर ऐसा किया हैँ तो उस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए
सोन सरपंच
तारा साहू
संकुल समन्वयक की कार्यशैली सवालों के घेरे में…
क्या संकुल समन्वयक अपनी जिम्मेदारी भूल गए हैँ शिक्षक शराब खोरी करते हैं और नशे में भूत होकर स्कूल पहुंच रहे हैं तो क्या सिर्फ शिक्षक को ही इसका जिम्मेदार ठहराया जा सकता है संकुल समन्वयक का कार्य क्या हैँ अपने स्कूलों की लगातार निरीक्षण करते रहते संकुल समन्वयक सूर्यवंशी सर तो क्या शिक्षक की इतनी हिम्मत होती की इतनी नशे में स्कूल पहुंच कर बच्चों के सामने अपने कपड़े उतार देते सवाल बहुत बड़ा है इसका जवाब मस्तूरी बी ई ओ और पूरे शिक्षा विभाग को तलाशना होगा नहीं तो लगातार ऐसी लापरवाही हम सबको देखने मिलेगी और पूरा शिक्षा जगत शर्मसार होते रहेगा।