CG – युक्तियुक्तकरण के बाद भी मस्तूरी विकास खण्ड के कई स्कूल जूझ रहें शिक्षकों की कमी से बच्चों की पढ़ाई हो रही प्रभावित जानें पढ़े पूरी ख़बर
मस्तूरी//छत्तीसगढ़ के कई सरकारी स्कूलों में युक्तियुक्तकरण के बाद भी शिक्षकों की कमी दूर नहीं हुई हैँ कई ऐसे भी स्कूल हैँ जहाँ शिक्षकों कों युक्तियुक्तकरण के बाद दूसरे स्कूलों में जाना था पर वो अभी तक नहीं पहुंचे हैँ ऐसे ही एक मामला बिलासपुर जिले के मस्तूरी विकास खण्ड के खुडू भाठा स्कूल का हैँ जहाँ प्राथमिक शाला खुडूभाठा में बच्चों की दर्ज सख्या 107 हैँ वही बाल वाड़ी में 4 बच्चे अध्ययन करते हैँ इनकों मिला कर टोटल 111 बच्चों की दर्ज संख्या हैँ लेकिन यहाँ सिर्फ 3 ही शिक्षक हैँ जबकि छत्तीसगढ़ गवर्नमेंट की नई रुल की बात करें तो प्रत्तेक 30 बच्चे में 1 शिक्षक होनें अनिवार्य हैँ तो ऐसे में यहाँ एक शिक्षक की कमी हैँ मालूम हो की इसमें भी एक शिक्षक की स्पेशल इंटेंसिव रिवीज़न(SIR) में ड्यूटी लगाई गई हैँ जिसके कारण स्कूल में बच्चों की पढ़ाई लिखाई प्रभावित हो रही हैँ।
सुशासन तिहार में भी शिकायत…
खुडूभाठा के कुछ पढ़े लिखें पंचो नें प्राथमिक शाला में शिक्षक की कमी कों लेकर छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलाई गई सुशासन तिहार 2025 में भी आवेदन किया था उसमे ग्रामीण जनप्रतिनिधि नें स्कूल में शिक्षक की कमी कों जल्द दूर करने का निवेदन किया था हालांकि यहाँ भी कोई सुध नहीं लिया गया और बच्चे आज भी उसी लचर ब्यवस्था में पढ़ने मज़बूर हैँ।
ज्ञात हो की मस्तूरी विकास खण्ड के ही प्राथमिक शाला आमगाँव में पूर्व में कुछ शिक्षक थे जहाँ युक्तियुक्तकरण के बाद 4 शिक्षकों का नाम आया पर उनमे से एक नें ही ज्वाइन किया बाकी 3 स्कूल पहुंचे ही नहीं राज्य की सरकार भले ही स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर करने और शिक्षकों की अध्यापन ब्यवस्था दुरुस्त करने की खोखले दावे करें पर सच्चाई तो यही हैँ की आज भी कई स्कूल शिक्षकों की कमी से जूझ रहें हैँ।




