छत्तीसगढ़

CG- मां की गुहार से हिडमा और उसकी पत्नी का शव पहुंचा घर, आज होगा अंतिम संस्कार, मां का रो-रो कर बुरा हाल, बताया- आखिरी बार कब हुई थी मुलाकात…..

सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के एक बड़ी खबर है. आंध्रप्रदेश बॉर्डर पर एनकाउंटर में मारे गए मोस्ट वांटेड एक करोड़ रुपये के इनामी नक्सली हिड़मा और उसकी पत्नी का शव उसके गांव पूवर्ती में पहुंच गया है। दोनों नक्सल दंपति का अंतिम संस्कार गांव में ही किया जाएगा।

बता दें कि कुख्यात नक्सली कमांडर माडवी हिडमा को 18 नवंबर को अल्लूरी सीताराम राजू जिले में हुई मुठभेड़ में मार गिराया गया था। इस ऑपरेशन में हिडमा के साथ उसकी दूसरी पत्नी राजे और उसके गार्ड सहित कुल 6 नक्सली ढेर हुए थे। हिडमा की मौत की खबर के बाद सुकमा जिले में आतिशबाजी के साथ जश्न भी मनाया गया था।

हिडमा की मौत के बाद उसके गांव पुवर्ती में मातम पसरा हुआ था। वहीं हिडमा की मां ने पुलिस से भावुक अपील करते हुए कहा था कि “मैं बूढ़ी हो चुकी हूं… अपने बेटे का शव नहीं ला सकती। पुलिस मेरे बेटे का शव गांव ले आए, ताकि मैं अंतिम संस्कार कर सकूं। वहीं आज सुबह हिडमा के परिजन उसका और उसकी पत्नी का शव लेकर पूवर्ती गांव पहुंचे हैं, जहां दोनों का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

इधर हिड़मा से लगातार सरेंडर करने की अपील कर रही उसकी मां को जब हिड़मा के एनकाउंटर की खबर पता चली तो उसका रो-रो कर बुरा हो गया। वह सिर्फ एक बात ही कहती रही उससे कई बार मैंने सरेंडर के लिए कहा लेकिन वो माना नहीं। बताया जा रहा है कि हिड़मा अपनी मां को अपने साथ लेकर गया था। लेकिन बाद में वापस लाकर छोड़ दिया। गांव में सालभर पहले कैंप खुला तो उसने दूरी बना ली। परिजनों से गांव के बाहर बुलाकर मिल लेता था।

6 साल पहले आया था

इधर पूवर्ती गांव के लोगों ने बताया कि 6 साल पहले हिड़मा गांव आया था। तब उसने यहां सभी से मुलाकात की थी। कहा था कि फोर्स का दबाव बढ़ा रहा है। मैं अब ज्यादा नहीं आ पाउंगा। सभी अच्छे से रहना, खेती-बाड़ी करना. उसके बाद उसने गांव आना बंद कर दिया था।

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