किसानों का रकबा सुधार 30 नवंबर तक, किसानों की नहीं हुई समस्या का समाधान तो करेंगे आंदोलन रणविजय सिंह देव सचिव प्रदेश कांग्रेस कमेटी।

सरकारी प्रक्रियाओं में अव्यवस्था, तकनीकी खराबी और रजिस्ट्रेशन संबंधी अड़चनों ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। इन सभी समस्याओं को लेकर लगातार किस हल्का पटवारी और तहसील कार्यालयों का चक्कर काटने को मजबूर हो गए थे इसी को लेकर किसानों के द्वारा तहसीलदार को इन सभी समस्याओं का समाधान करने ज्ञापन सोपा गया था और 26 नवंबर तक समस्याओं का समाधान नहीं होने पर 27 नवंबर को चक्का जाम कर आंदोलन की चेतावनी दी गई थी इसी कार्यक्रम में 27 नवंबर दिन गुरुवार के दोपहर लगभग 12:00 बजे नेशनल हाईवे 130 स्थित लहपटरा गांधी चौक के पास बड़ी संख्या में किसान एकजुट होकर प्रदर्शन करने लगे सूचना मिलते ही नायब तहसीलदार उमेश तिवारी मौके पर पहुंचे और किसानों से बातचीत करते हुए त्वरित समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है। नया तहसीलदार के आश्वासन के बाद किसानों का विरोध प्रदर्शन समाप्त हुआ।
किसानों की मुख्य समस्याएँ — जमीनी हकीकत उजागर
1. गिर्दावरी और पंजीयन में भारी गड़बड़ी
किसानों ने बताया कि इस बार गिर्दावरी (भूमि सत्यापन) में कई त्रुटियाँ सामने आईं।
जहाँ पहले उनका पूर्ण रकबा दर्ज था, वहीं इस बार सिस्टम में रकबा कम दिखाया गया, जिससे धान खरीदी का लक्ष्य अचानक घट गया।
किसानों का आरोप—
“ज़मीन वही है, लेकिन सिस्टम में रकबा कम दिखाकर हमारा सीधा नुकसान किया जा रहा है।”
2. DSC–RC सत्यापन और Agree-Stack में तकनीकी खराबी
रजिस्ट्रेशन की अनिवार्य प्रक्रियाएँ जैसे DSC और RC सत्यापन बार-बार फेल हो रही हैं।
Agree-Stack पोर्टल में तकनीकी गड़बड़ी के कारण approval और update लंबे समय से अटका हुआ है
3. सोसायटी और तहसील के चक्कर में फँसे किसान
किसानों ने बताया कि सोसायटी उन्हें तहसील भेज रही है और तहसील उन्हें वापस सोसायटी भेज रही है।
इस चक्कर में किसानों का समय, पैसा और मेहनत लगातार बर्बाद हो रहा है।
4. लक्ष्य से कम धान बेचने की मजबूरी
रकबा कम दर्ज होने और पंजीयन त्रुटियों के कारण किसान पूरा लक्ष्यआदि समस्याओं को लेकर के काफी लोग परेशान थे इसको लेकर के आज लापता गांधी चौक के पास किस चक्का जाम किए जाने हेतु एकत्रित हो रहे थे इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों के समझाइए इसके बाद किसान संतुष्ट हुए लेकिन बड़ी बात यह है कि किस का रकबा सुधार किए जाने हेतु मात्र 30 नवंबर तक समय दिया गया है जबकि कई किसानों का एग्री स्टेट सहित अन्य की समस्याएं हैं जिसका निराकरण इतने कम समय पर संभव नहीं है इस समस्या का निराकरण किया जाने हेतु रणविजय सिंह देव ने कहा कि यदि समस्या का समाधान नहीं होता है तो सभी किसान के साथ मिलकर उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। ज्ञापन सपना के दौरान कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष कृपा शंकर गुप्ता रणविजय सिंह देव सूरज सिंह पैकरा,धर्मेंद्र झरिया ,राम रतन ,जीवन राम अजहर राम चौधरी सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।


