CG – अवैध शराब के खिलाफ मांगामार में नारी शक्ति जागी गांव की सैकड़ो महिलाओं ने एकजुट होकर खोला मोर्चा कहा अब नही चलेगा नशा… बनाने बेचने और पीने वालों पर भारी आर्थिक दंड के साथ कराएंगे कानूनी कार्रवाई पढ़े पूरी ख़बर
0 शराब कारोबार व सेवन में लिप्त लोगों के सरकारी राशन वितरण पर भी रोक लगाने लिया फैसला
0 प्रशासन खास तौर पर पुलिस से इस अभियान में मदद करने अपील की हैँ।
कोरबा//मांगामार में शराबखोरी के खिलाफ गांव की नारी शक्ति जाग गई है और अवैध शराब बनाने, पीने वालों के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए गांव में पंचायत की बैठक कर यह तय किया गया है कि ग्राम में न तो शराब बनाने दिया जाएगा न बिक्री होगी और न ही कोई शराब पिएगा। महिलाओं ने गांव में शराब बनाने, बेचने या पीने वालों पर भारी आर्थिक दंड निर्धारित किया है, साथ ही हस्ताक्षरमय ज्ञापन सौंपकर पुलिस से कड़ी कार्रवाई करने मांग भी की है।
पाली विकासखण्ड अंतर्गत मांगामार की नारी शक्ति ने गांव में बिक रहे अवैध शराब के खिलाफ आवाज बुलंद की है और सरपंच छत्रपाल सिंह राज के अगुवाई में पूर्व सरपंच सतीबाई, तात्कालीन सरपंच विमल देवी राज, वार्ड पंच सुशीला महंत, जलमति, सम्मतबाई, बेदकुमार, सविता, मनित बाई, रूखमणी सहित गांव की सैकड़ो महिलाओं ने एकजुट होकर जागो युवा- जागो नारी, खत्म करो शराब की बीमारी…. गांव की रक्षा कौन करेगा, हम करेंगे- हम करेंगे के नारों के साथ गांव में रैली निकाल लोगो से नशे को त्यागने की अपील के साथ बीते दिनों पंचायत बैठक आयोजित की गई। इस दौरान शराब बनाने, बेचने वालों पर 50 हजार और पीने वालों पर 20 हजार आर्थिक दंड निर्धारित किया गया। इसके साथ ही नशे के सामाजिक बुराई में लिप्त लोगो के सोसायटी से सरकारी राशन वितरण पर भी रोक लगाने निर्णय के साथ हस्ताक्षरमय ज्ञापन पुलिस को सौंपकर उचित व कड़ी कार्रवाई करने मांग की है। गांव में अवैध शराब के खिलाफ लामबद्ध हुई महिलाओं ने बताया कि पंचायत के सभी पारा मोहल्ला- मांगामार, झिगरबाड़ी, गांगपुर, भदरापारा, डोरकट्टा, शांतिनगर, माँझीपारा, दादर, बिरहोरपारा, ललमटिया पारा में भारी मात्रा में महुआ शराब बनाकर बिक्री की वजह से न केवल शिक्षा प्रभावित हो रही है, बल्कि स्वास्थ्य और जीवनशैली पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है। गांव के लोगों की दिनचर्या असंतुलित हो रही है और पारिवारिक माहौल भी खराब हो रहा है। बड़ो के साथ किशोरवय स्कूली बच्चे व युवा वर्ग भी शराब की गर्त में डूब रहे है। कई पिता नशे की चपेट में आकर अपने बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान नही दे पा रहे है, जिससे बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे है तो उनके घरों में पारिवारिक कलह बना हुआ है। वहीं किशोरवय स्कूली छात्रों पर भी शराब का गहरा असर पड़ रहा है और वे इस नशे को पूरा करने के लिए चोरी जैसे अपराध की ओर अग्रसर होते जा रहे है। इसके अलावा आसपास से आकर भी लोग शराबखोरी करते है, जो नशेमन में अमर्यादित हरकत करते है, जिससे गाँव की महिलाओं और बच्चियों को आए दिन दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लिहाजा इससे निजात पाने के लिए पंचायत आयोजित की गई और तय हुआ कि गांव में किसी को शराब बनाने नही देंगी और न ही पीने देंगी। जो भी व्यक्ति गांव में शराब बनाते, बेचते पकड़ा जाएगा उससे 50 हजार और पीने वाले से 20 हजार अर्थदंड लिया जाएगा। इसके साथ ही उनके सुधरने तक सरकारी राशन वितरण पर भी रोक लगाई जाएगी। महिलाओं ने सैकड़ो की संख्या में दीपका थाना पहुँच अवैध शराब के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने पुलिस को ज्ञापन भी सौंपा है। मांगामार में नारी शक्ति के इस मुहिम को गांव के बुजुर्गों ने खूब सराहा है और उनका कहना है कि ग्राम के वयस्क, युवा, बच्चो के भविष्य को सुधारने के लिए शराबबंदी जरूरी है। उन्होंने नशा मुक्ति अभियान को सफल बनाने के लिए पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया है। शराब के खिलाफ मुखर होकर सामाजिक सुधार की दिशा में मांगामार की नारी शक्ति ने एकजुट होकर यह ठोस कदम उठाया है, जो वाकई काबिल-ए- तारीफ है।




