CG – राजधानी में बंद के दौरान बवाल : मैग्नेटो मॉल में तोड़फोड़, प्रदर्शनकारियों ने जमकर मचाया उत्पात…..

रायपुर। कांकेर जिले के आमाबेड़ा में हुई हिंसा और धर्मांतरण के विरोध में छत्तीसगढ़ सर्व समाज ने आज छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान किया है। प्रदेशभर में बंद का असर दिखा। रायपुर, दुर्ग और जगदलपुर में दुकानें सुबह से बंद हैं। वहीं छत्तीसगढ़ बंद के बीच राजधानी में कुछ असामाजिक लोगों ने तेलीबांधा स्थित मैग्नेटो मॉल और कटोरा तालाब के ब्लिंकिट गोदाम में उत्पात मचाते हुए जमकर तोड़फोड़ की।
शहर के कुछ हिस्सों में प्रदर्शनकारियों और असामाजिक तत्वों ने कानून अपने हाथ में लेते हुए जमकर उत्पात मचाया, जिससे आम जनता और व्यापारियों के बीच डर का माहौल बन गया। सबसे ज्यादा तनावपूर्ण स्थिति तेलीबांधा इलाके में स्थित मैग्नेटो मॉल में देखने को मिली। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोपहर के समय प्रदर्शनकारियों का एक उग्र समूह मॉल के भीतर दाखिल हुआ और नारेबाजी करने लगा। बंद का समर्थन कर रहे इन लोगों ने मॉल के प्रबंधन पर इसे खुला रखने का आरोप लगाया और फिर देखते ही देखते वहां तोड़फोड़ शुरू कर दी। दिसंबर का महीना होने के कारण मॉल में क्रिसमस और न्यू ईयर की सजावट की गई थी, जिसे प्रदर्शनकारियों ने पूरी तरह उजाड़ दिया। लाइटिंग और सजावटी सामान तोड़ दिए गए, जिससे मॉल के भीतर मौजूद परिवार और बच्चे सहम गए।
हंगामे की एक और बड़ी वारदात कटोरा तालाब इलाके में स्थित ऑनलाइन डिलीवरी कंपनी ब्लिंकिट (Blinkit) के गोदाम में हुई। यहाँ प्रदर्शनकारी इस बात से नाराज थे कि बंद के बावजूद ऑनलाइन डिलीवरी की सेवाएं चालू थीं। प्रदर्शनकारियों ने गोदाम के भीतर घुसकर काम रोक दिया और वहां मौजूद डिलीवरी बॉयज और कर्मचारियों के साथ मारपीट की। कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें बिना किसी चेतावनी के पीटा गया और काम बंद करने की धमकी दी गई। इस घटना के बाद से शहर के डिलीवरी पार्टनर्स में काफी आक्रोश देखा जा रहा है।
इस बंद को शुरू में छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स और कई ट्रांसपोर्ट यूनियनों ने अपना समर्थन दिया था। सुबह के समय बाजार शांतिपूर्ण तरीके से बंद थे और बजरंग दल के कार्यकर्ता भी सड़कों पर व्यापारियों से समर्थन मांगते नजर आए। लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ा, कुछ जगहों पर भीड़ अनियंत्रित हो गई। रायपुर के शास्त्री बाजार, गोल बाजार और सदर बाजार जैसे व्यस्त इलाकों में तो दुकानें पूरी तरह बंद रहीं, लेकिन मॉल और ऑनलाइन स्टोर को निशाना बनाए जाने से शहर की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं।
घटनाओं की जानकारी मिलते ही रायपुर पुलिस एक्टिव हुई और प्रभावित इलाकों में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई। पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है कि बंद करना सबका संवैधानिक अधिकार है, लेकिन किसी की निजी संपत्ति को नुकसान पहुँचाना और कर्मचारियों के साथ मारपीट करना अपराध है। पुलिस अब मैग्नेटो मॉल और ब्लिंकिट गोदाम के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है ताकि हिंसा करने वाले उपद्रवियों की पहचान की जा सके और उन पर कानूनी कार्रवाई की जा सके। फिलहाल शहर में स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन तनाव बरकरार है।



