पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान को लेकर हिंदू सनातन मंच का विरोध,न्यायालय परिसर के सामने किया गया पुतला दहन।

कवर्धा/हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा कथावाचक एवं संत धीरेंद्र शास्त्री को लेकर दिए गए वक्तव्य को लेकर राजनीतिक व सामाजिक हलकों में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।भूपेश बघेल ने अपने बयान में धीरेंद्र शास्त्री की कार्यप्रणाली, उनके आयोजनों तथा गतिविधियों पर प्रश्न उठाते हुए उन्हें राजनीतिक एजेंडे से जोड़ने जैसी टिप्पणी की थी, जिसे लेकर हिंदू संगठनों में रोष व्याप्त है।
इसी क्रम में हिंदू सनातन मंच के सदस्यों—पोखराज सिंह परिहार, आदित्य झा, रवि सिंह राजपूत, तुलेश्वर शर्मा, नितिन पाठक सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने आज न्यायालय परिसर के सामने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का पुतला दहन कर विरोध दर्ज कराया। मंच के सदस्यों ने कहा कि एक संवैधानिक पद पर रह चुके व्यक्ति द्वारा इस प्रकार की भाषा और आरोप न केवल अनुचित हैं, बल्कि इससे समाज में अनावश्यक वैमनस्य फैलने की आशंका भी बनती है।
हिंदू सनातन मंच का कहना है कि जो लोग हिंदू एकता और सनातन संस्कृति की बात करते हैं, वही आज कुछ नेताओं की आंखों में खटक रहे हैं। मंच के सदस्यों ने आरोप लगाया कि धार्मिक विषयों को राजनीतिक दृष्टिकोण से देखने और सार्वजनिक मंचों से संतों पर टिप्पणी करने से समाज की भावनाएं आहत होती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ की धरती संत-महात्माओं की परंपरा से समृद्ध रही है और ऐसे में किसी भी धार्मिक व्यक्तित्व पर बिना तथ्यात्मक आधार के टिप्पणी करना निंदनीय है।
मंच ने पूर्व मुख्यमंत्री से अपने बयान पर संयम बरतने और सार्वजनिक जीवन में मर्यादित भाषा का प्रयोग करने की अपील की है। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि हिंदू समाज अपने धार्मिक विश्वासों और संत परंपरा के सम्मान की रक्षा के लिए संगठित और सजग है।



