CG – आदिवासी विकास विभाग के चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों का महीनों से लंबित वेतन – आम आदमी पार्टी तरुणा साबे ने शीघ्र भुगतान करने की मांग…

आदिवासी विकास विभाग के चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों का महीनों से लंबित वेतन – आम आदमी पार्टी ने की शीघ्र भुगतान की मांग
बस्तर के ग़रीब कर्मचारियों का शोषण करने वाले आदिवासी विकास विभाग के अधिकारीयों पर ज़िला श्रम पदाधिकारी क्यों नहीं कर रहे हैं कार्यवाही ? – तरुणा साबे
बस्तर, छत्तीसगढ़। आदिवासी विकास विभाग के अंतर्गत कार्यरत शासकीय छात्रावासों में नियुक्त चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों का महीनों से वेतन भुगतान नहीं होने के कारण वे भारी आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। इस गंभीर समस्या को उठाते हुए आम आदमी पार्टी की प्रदेश सचिव तरुणा साबे ने विभाग और राज्य सरकार से अविलंब वेतन और श्रम सम्मान राशि का भुगतान सुनिश्चित करने की मांग की है।
तरुणा साबे ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि बस्तर जिले में आदिवासी विकास विभाग द्वारा कार्यरत जल वाहक, स्वीपर, रसोईया, चपरासी, चौकीदार जैसे चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों को पिछले छह महीनों से वेतन नहीं मिला है। इसके अलावा, विभाग द्वारा श्रम सम्मान राशि का भुगतान भी नहीं किया जा रहा है, जिससे ये कर्मचारी भारी आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं।
छात्रावासों की संपूर्ण जिम्मेदारी संभालने वाले ये कर्मचारी अपने परिवार के पालन-पोषण हेतु कर्ज लेने को मजबूर हो रहे हैं। बावजूद इसके, विभाग की ओर से वेतन भुगतान में लगातार अनदेखी की जा रही है। तरुणा साबे ने सवाल उठाया कि जब विभाग के अन्य कर्मचारियों को नियमित वेतन मिल रहा है, तो केवल इन छोटे कर्मचारियों को ही बजट का बहाना बनाकर क्यों परेशान किया जा रहा है ?
तरुणा साबे ने यह भी उल्लेख किया कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में अगस्त 2023 से पूरे छत्तीसगढ़ में श्रम सम्मान राशि ₹4000/- देने का आदेश पारित हुआ था। लेकिन बस्तर जिले में केवल मार्च 2024 तक ही यह भुगतान हुआ, और सांय सरकार के आने के बाद से अब तक कोई भुगतान नहीं किया गया है।
• श्रम विभाग पर कसा तंज
आम आदमी पार्टी की प्रदेश सचिव तरुणा साबे ने बस्तर ज़िला के श्रम विभाग के पदाधिकारी और श्रम निरिक्षकों पर तंज कसते हुए कहा कि बस्तर में प्रतिदिन कामगारों के शोषण कि ख़बर के बावजूद श्रम पदाधिकारी और श्रम निरीक्षक बस्तर के ग़रीब भोलेभाले कर्मचारियों के शोषण करने वाले विभागीय अधिकारीयों पर कार्यवाही क्यों नहीं करते हैं? उन्होंने कहा कि अगर श्रम विभाग में पदस्थ अधिकारी और कर्मचारी अपने कार्यालय से बाहर निकल कर काम करंगे तभी स्तिथि में सुधार संभव है एयर कंडीशनर कमरों में बैठकर विभागीय कार्य करने से बस्तर के श्रमिकों और कर्मचारियों के हितों को नहीं साध सकते हैं।
उन्होंने इसे सांय सरकार की विफलता करार देते हुए मांग की कि सरकार तुरंत आदेश जारी कर सभी लंबित वेतन और श्रम सम्मान राशि का भुगतान सुनिश्चित करे। यदि सरकार शीघ्र इस पर ध्यान नहीं देती है, तो आम आदमी पार्टी कर्मचारियों के हक के लिए आंदोलन करने को बाध्य होगी।