छत्तीसगढ़

CG DEO गिरफ्तार : एंटी करप्शन ब्यूरो ने की बड़ी कार्रवाई, DEO और रेंजर को रिश्वत लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार, मचा हड़कंप, जानिए पूरा मामला…..

रायपुर। छत्तीसगढ़ की एसीबी को सूरजपुर के जिला शिक्षा अधिकारी रामललित पटेल के खिलाफ लंबे समय से शिकायत मिल रही थी। उसे पकड़ने के लिए एसीबी टीम ने जाल बिछाया और आज एक लाख रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया। एसीबी ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने डीईओ को जेल भेज दिया।वहीं, खरसिया में एक रेंजर को एसीबी ने घूस लेते पकड़ा गया। एसीबी ने दोनों को गिरफ्ता कर लिया।

दरअसल, पीड़ित उज्जवल प्रताप सिंह, रामरति पब्लिक स्कूल, सूरजपुर का संचालक हैं। उनके और जिले के अन्य 04 विद्यालयों (छ.ग. पब्लिक स्कूल दतिमा, सरस्वती बाल मंदिर सोनपुर, प्रिया बाल मंदिर भटगांव एवं लक्ष्मी विद्या निकेतन नरोला) के संचालकों द्वारा एन्टी करप्शन ब्यूरो, अंबिकापुर में शिकायत की गई थी कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत् अशासकीय विद्यालयों को मिलने वाले प्रतिपूर्ति की राशि में से 10 प्रतिशत के हिसाब से 2 लाख रू. की रिश्वत जिला शिक्षा अधिकारी सूरजपूर राम ललित पटेल द्वारा मांग की जा रही है। पीड़ितों द्वारा रिश्वत नहीं देना चाहते थे, बल्कि आरोपी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़वाना चाहते थे।

शिकायत सत्यापन दौरान 1,82,000 रू. में सहमति बनी। आज को ट्रेप आयोजित कर प्रार्थी से राम ललित पटेल को रिश्वती रकम की पहली किश्त 1 लाख रू. रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। आरोपी के स्वयं के तलाशी दौरान उसके पास से 2 लाख रू. अतिरिक्त प्राप्त हुआ है, जो अन्य स्कूलों के रिश्वत राशि के रूप में उसके द्वारा पहले से लिया गया था। उल्लेखनीय है कि जिला सूरजपुर के अशासकीय स्कूलों के संचालक जिला शिक्षा अधिकारी से त्रस्त होकर एकजुट होकर एसीबी में शिकायत किये थे।

प्रकरण में आरोपी के विरुद्ध धारा 7 पीसीएक्ट 1988 के प्रावधानों के तहत् अग्रिम कार्यवाही की जा रही है। आरोपी के निवास स्थान की भी तलाशी जारी है।

एसीबी के हत्थे चढ़ा भ्रष्ट रेंजर

घटना का विवरण इस प्रकार है कि सरपंच बजरंग लाल सिदार ग्राम पंचायत खड़गांव जिला रायगढ़ के द्वारा एंटी करप्शन ब्यूरो बिलासपुर में यह शिकायत की गई थी कि उसके पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास स्वीकृत हुआ है। आवास निर्माण हेतु ग्राम पंचायत के ग्राम खड़गांव में शासकीय भूमि का चयन कर पंचायत में प्रस्ताव पास किया गया था। चयनित भूमि में आवास निर्माण हेतु उसे आवासीय भूमि में परिवर्तित करने के लिए सरपंच के द्वारा कलेक्टर रायगढ़ को एक आवेदन दिया गया था जिस पर कलेक्टर के यहां से वन विभाग को मौके की जांच कर प्रतिवेदन देने हेतु कहा गया था ।रेंजर खरसिया टी.पी . वस्त्रकार के द्वारा मौके की जांच कर रिपोर्ट भेजने के एवज में सरपंच बजरंग लाल से ₹25000 रिश्वत की मांग की गई है। वह रेंजर वस्त्रकार को रिश्वत में कोई भी राशि नहीं देना चाहता बल्कि उसे रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़वाना चाहता है। शिकायत के आधार पर एंटी करप्शन ब्यूरो बिलासपुर द्वारा शिकायत का सत्यापन कराया गया।

सत्यापन पर प्रार्थी के द्वारा की गई शिकायत सही पाई गई जिस पर आज प्रार्थी को अनावेदक रेंजर वस्त्रकार के पास व्यवस्था हुई रकम ₹15000 लेकर भेजा गया था जो प्रार्थी द्वारा रेंजर वस्त्रकार को खरसिया रेस्ट हाउस में रिश्वती रकम 15000 रुपए देने पर पहले से घेराबंदी में लगी हुई एसीबी बिलासपुर की टीम ने रेंजर को रंगे हाथों पकड़ लिया ।रेंजर वस्त्रकार के विरुद्ध एसीबी के द्वारा धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के प्रावधानों के तहत कार्यवाही की जा रही है।

गौरतलब है कि कुछ माह पूर्व ही ग्राम खम्हार तहसील खरसिया क्षेत्र में एसीबी की टीम द्वारा स्कूल के एक लिपिक को एक शिक्षक का मेडिकल बिल निकलने के एवज में ₹25000 रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था। कार्यवाही के बाद लोगों की भीड़ इस कार्यवाही को देखने के लिए उमड़ पड़ी।एसीबी की सूत्रों के अनुसार भ्रष्टाचार के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी।

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