CG – लाखों के निर्माण व मरम्मत बाद अतिरिक्त कक्ष व नाली की हो गई चोरी ग्रामीण बोले दूरबीन पकड़कर ढूंढने पर भी नही मिल रहा जिम्मेदारों ने मारी सेंध जानें पूरा मामला पढ़े पूरी ख़बर
0 कोरबी पंचायत में भ्रष्ट्राचार का ग्राफ ऊपर विकास कार्य का नीचे
0 शासन व ग्रामीण जनता की आंखों में भ्रष्ट्राचारी झोंक रहे धूल.
कोरबा//पोड़ी उपरोड़ा साल 2009 में बोमन ईरानी अभिनीत एक मूवी आई थी ” वेलडन अम्मा”। मूवी में गांव में सरकारी रुपयों से बावड़ी (कुंआ) का निर्माण कराया जाता है, लेकिन मौके पर वह मिलती ही नही। ऐसा ही कुछ मामला जिले के पोड़ी उपरोड़ा ब्लाक अंतर्गत ग्राम पंचायत कोरबी (सी) में भी सामने आया है। यहां पंचायत ने 3.54 लाख रुपए से प्राथमिक शाला के अतिरिक्त कक्ष मरम्मत और गांव में नाली निर्माण तथा उसके मरम्मत कार्य कराया था। जिसे ग्रामीण दूरबीन लेकर ढूंढ रहे है लेकिन उन्हें गांव में नाली और प्राथमिक स्कूल में अतिरिक्त कक्ष देखने को नही मिला रहा है। जबकि सरकारी फाइलों में निर्माण एवं मरम्मत कार्य हुआ है, किन्तु पता नही उन कार्यो को कौन चुरा कर ले गया। चौंकिए मत, यकीन कीजिये ऐसा हुआ है। अब ग्रामीण इस चोरी की शिकायत कलेक्टर से करने की बात कर रहे है।
वर्ष 2014- 15 में नए परिसिमन के तहत ग्राम पंचायत कोरबी (सी) सिंघिया पंचायत से विलग होकर नए पंचायत के अस्तित्व में आया। जहां तब से पदस्थ सचिव मेहरून निशा भ्रष्ट्राचार की सारी सीमाएं लांघने को तैनात है और इनके द्वारा पूर्व एवं तत्कालीन सरपंच के कार्यकाल से जमकर अनियमितता को अंजाम देते आ रही है तथा इनके भ्रष्ट्र कृत्य ने कोरबी के विकास में ग्रहण लगा दिया है। तत्कालीन सरपंच पुनिता कंवर के ही बीते पंचवर्षीय कार्यकाल को देखें तो पंचायत में काले कारनामे की एक- दो नही बल्कि लंबी फेहरिस्त है। जहां शासन के खजाने में जमकर चूना लगाते हुए सिर्फ जेबें भरने का काम किया गया। इस पंचायत में पेयजल व्यवस्था सुदृढ करने के नाम पर बीते 5 साल में 18 लाख 68 हजार 821 रुपए की राशि 15वें वित्त से खर्च की गई है। लेकिन यहां के निवासियों को पीने का साफ पानी ढंग से नसीब नही हो पा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि पेयजल व्यवस्था के लिए जितनी राशि निकाली गई है, उतनी राशि के सही उपयोग से घर- घर नल से जल पहुँच जाता। दूसरी ओर नाली निर्माण और इसके मरम्मत व प्राथमिक शाला अतिरिक्त कक्ष मरम्मत के नाम पर भी मूलभूत एवं 15वें वित्त से 3 लाख 54 हजार 880 रुपए की राशि आहरण की गई है। लेकिन नाली व अतिरिक्त कक्ष मरम्मत की जमीनी हकीकत पर नजर दौड़ाये तो इसकी असलियत कुछ और ही बयां कर रही है। दरअसल यहां उक्त कार्यों के लिए 15वें वित्त से जो राशि आहरण की गई है, उनमें रिचार्ज बाउचर 01/10/2022 की तिथि में नाली निर्माण कार्य हेतु 60000 रुपए, 21/12/2022 की तिथि में प्राथमिक शाला अतिरिक्त कक्ष मरम्मत के लिए 80000 रुपए, नाली निर्माण एवं प्रा.शा. कोरबी मरम्मत पर 17/02/2023 तिथि में 1,30000 लाख रुपए एवं रिचार्ज बाउचर की तिथि 26/12/2024 को नाली निर्माण कार्य पर 78880 रुपए, वहीं मूलभूत मद से नाली मरम्मत पर रिचार्ज बाउचर तिथि 04/03/2023 को 10000 रुपए की राशि का खर्च बताया गया है। जो कागजों में बनी और मरम्मत हुई है। जिसे लेकर ग्रामीणों का कहना है कि पूरे पंचायत में न तो कहीं नाली बनी हुई है और न ही प्राथमिक शाला में अतिरिक्त कक्ष का निर्माण है। फिर भी पंचायत भ्रष्ट्रसुरों ने फर्जी प्रस्ताव और कार्ययोजना के आधार पर लाखों की राशि निकाल बंदरबांट किया है। जिसमे संबंधित अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है। क्योंकि 49 हजार से ऊपर के निर्माण अथवा मरम्मत के कार्यों का संबंधित उप अभियंता द्वारा मूल्यांकन किया जाता है और एसडीओ द्वारा सीसी जारी करने पश्चात ही प्रस्तावित राशि आहरण किया जाता है, किन्तु धरातल पर जब काम हुआ ही नही तो आखिर किस आधार पर पंचायत मद से राशि निकालने की अनुमति मिली और ऑडिट कार्य मे भी सब सही पाया गया। यह गंभीर पहलू है और गहन जांच का भी विषय है। तत्कालीन सरपंच कार्यकाल में शासकीय भवन मरम्मत और रंग रोगन के नाम पर भी मनमाने राशि दोहन की गई है, जिसे आगे के खबर में प्रसारित किया जाएगा। बहरहाल पंचायत में नाली निर्माण और उसके मरम्मत व अतिरिक्त कक्ष मरम्मत के बाद उसके चोरी हो जाने की शिकायत लेकर ग्रामीण कलेक्टर के पास जाने का मन बना रहे है और उनका कहना है कि जांच होगी तो और मामले भी खुलेंगे।