CG – गादिरास किंग्स पब्लिक स्कुल कों बंद करने के आदेश के खिलाफ जिला सुकमा प्रशासन कों भवानी नें कहा दुबारा पारदर्शिता से पत्रकारो के सामने करें जांच दस्तावेज ना होने पर करें बंद स्कुल और सम्पूर्ण दस्तावेज होने पर जांच दल एवं जिला शिक्षा अधिकारी पर बर्खास्ती का करें कार्यवाही नहीं तो जल्द होगा आंदोलन धर्म आधार बना नहीं चलेगा ऐसा अत्याचार – नरेन्द्र भवानी/ संस्थापक/छत्तीसगढ़ युवा मंच

गादिरास किंग्स पब्लिक स्कुल कों बंद करने के आदेश के खिलाफ जिला सुकमा प्रशासन कों भवानी नें कहा दुबारा पारदर्शिता से पत्रकारो के सामने करें जांच दस्तावेज ना होने पर करें बंद स्कुल और सम्पूर्ण दस्तावेज होने पर जांच दल एवं जिला शिक्षा अधिकारी पर बर्खास्ती का करें कार्यवाही नहीं तो जल्द होगा आंदोलन धर्म आधार बना नहीं चलेगा ऐसा अत्याचार – नरेन्द्र भवानी/ संस्थापक/छत्तीसगढ़ युवा मंच
जिला सुकमा के गादिरास मे किंग्स पब्लिक स्कुल संचालित है जिस पर भाजपा नेता के गलत शिकायत पर जिला प्रशांसन द्वारा इस स्कुल कों बंद करने दिए आदेश जबकि हर दस्तावेज है कम्प्लीट,मसीही धर्म आधार बना जिला सुकमा मे मसीही लोगो के साथ यह अत्याचार लगातार बर्दास्त नहीं तत्काल स्कुल का सम्पूर्ण दस्तावेज जांच किया जाए पारदर्शिता से और करें दूध का दूध और पानी का पानी यह गलत आदेश जारी कर स्कुल बंद करने का साजिश बर्दास्त नहीं, होगा उग्र आंदोलन – नरेन्द्र भवानी /चीफ – छत्तीसगढ़ युवा मंच
जिला सुकमा मे लगातार मसीही धर्म कों आधार बना मसीही लोगो के साथ किया जा रहा है अत्याचार बेहद दुःखद और अब इनके संचालित स्कूलों कों भी धर्म आधार बना किसी के भी शिकायत पर गलत तरीका से जांच कर स्कुल बंद करने के आदेश बेहद दुःखद, पारदर्शिता से हो जांच सम्पूर्ण दस्तावेज है उपलब्ध फिर क्यूँ कर रहे जिला प्राशासन ऐसा व्यवहार समझ से परे, गलत कार्यवाही बर्दास्त नहीं- नरेन्द्र भवानी/चीफ छत्तीसगढ़ युवा मंच
जगदलपुर। मामले मे चीफ छत्तीसगढ़ युवा मंच नरेन्द्र भवानी नें बयान जारी कर फिर जिला सुकमा प्रशासन पर सवाल करते हुवे कहा है की सुकमा जिला के कई गांव के अंतर्गत लगातार मसीही धर्म कों आधार बना मसीही मानने वालों का संवैधानिक अधिकारो का किया जा रहा हनन बेहद दुःखद और अब तो इनके संचालित स्कूलों कों भी धर्म कों आधार बना वहाँ भी घसीटा जा रहा है, जबकि स्कुल एक सिखने का स्थान है कोई धर्म का अखाडा नहीं,ऐसे मे जिला सुकमा के अंतर्गत गादिरास मे एक भाजपा नेता के अनगर्ल शिकायत मे और शिकायत भी क्या की किंग्स पब्लिक स्कुल मे धर्मनांतरण होता है ऐसे फर्जी बातो पर कबसे हमने मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ साहब कों जांच करने का खुला चुनौती दिया हुवा है कई आंदोलन के दौरान, आज तक कोई जांच नहीं क्यूँ और यह शिकायत ऐसा की जिसका कोई आधार नहीं और जिला शिक्षा विभाग की कार्यवाही इतना तत्काल किया गया की जांच दल गठित का ठिक से जांच रिपोर्ट तक पेश नहीं कर पाए क्यूँ,जांच दल द्वारा जो जो जानकारी चाही जानी है वह सब दस्तावेज स्कुल संचालक के पास है,फिर भी जांच रिपोर्ट मे उन दस्तावेजो का ना होना यह कारण बता स्कुल कों बंद करने का आदेश जारी कर देना क्या यह धर्म आधार बना कार्यवाही करने की मनसा जैसा साफ साफ दिखाई नहीं पड़ता है,जो की नहीं होना चाहिए गलत है।
भवानी नें अपने बयान मे आगे बताया है की जिला सुकमा प्रशासन तत्काल इस स्कुल का सभी दस्तावेज कों पारदर्शिता से जांच करें, वह भी पत्रकार बंधुओ के सामने हम स्वयं भी रहेंगे उपस्थित अगर सम्पूर्ण दस्तावेज नहीं रहा तो स्कुल बंद करवा ले अधिकारी,अतः सम्पूर्ण दस्तावेज उपलब्ध होने की स्थिति मे जिला शिक्षा अधिकारी एवं उनके जांच दल सदस्यों कों तत्काल किया जाए बर्खास्त न्याय की ओर आगे बड़े जिला सुकमा प्रशासन नहीं तो होगा न्याय के लिए आंदोलन प्रदर्शन अब नहीं सहा जाएगा अत्याचार जवाब देना होगा जिम्मेदार अधिकारियों कों मनमानी नहीं चलेगी।
अतः भवानी नें आगे बताया है की निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान देने की कृपा करें, जो कि किंग्स पब्लिक स्कूल, गादीरास की स्थिति से संबंधित हैं :-
1. जनजातीय बच्चों की शिक्षा के अवसर:किंग्स पब्लिक स्कूल, गड़िरास, 19 किलोमीटर की परिधि में एकमात्र अंग्रेज़ी माध्यम स्कूल है, जहाँ अनेक जनजातीय बच्चे अध्ययन कर रहे हैं। ये बच्चे भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और आगे बढ़ने के समान अवसर के अधिकारी हैं। ऐसे में यह चिंता का विषय है कि कहीं ऐसा तो नहीं कि इन बच्चों को अंग्रेज़ी सीखने और आगे बढ़ने से वंचित किया जा रहा है ?
2. पास के स्कूल की तुलना में सुविधाओं की स्थिति विद्यालय से मात्र 200 मीटर की दूरी पर स्थित शिशु मंदिर नामक एक निजी स्कूल केवल 7 सेंट जमीन पर संचालित हो रहा है, जहाँ न तो शौचालय की उचित व्यवस्था है और न ही योग्य शिक्षकों की उपलब्धता। इसके विपरीत, किंग्स पब्लिक स्कूल 61 डिसिमल जमीन पर स्थित है, जहाँ सभी आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि विद्यालय गुणवत्ता युक्त शिक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
3. किसी भी कमी की लिखित सूचना एवं समयबद्ध समाधान का अनुरोध:विद्यालय को वर्ष 2019 से मान्यता प्राप्त है और यह सभी आवश्यक मानकों को पूरा करता है। यदि किसी भी प्रकार की कोई कमी पाई जाती है, तो निवेदन है कि उसे लिखित रूप में स्पष्ट किया जाए एवं सुधार हेतु एक निश्चित समयसीमा प्रदान की जाए। इससे पारदर्शिता बनी रहेगी और हम जिम्मेदारी पूर्वक समाधान की दिशा में कार्य कर सकेंगे।