CG – मसीह समुदाय के सभी राजनैतिक नेताओं ने एक जूठ हो, असंवैधानिक गतिविधियों पर रोक और समाज मे मृतकों के कफन दफन को लेकर सर्वोच्च न्यायालय के टिप्पणी के आधार पर स्थाई कब्रिस्तान आबंटन की रखी मांग : नवनीत चांद

मसीह समुदाय के सभी राजनैतिक नेताओं ने एक जूठ हो, असंवैधानिक गतिविधियों पर रोक और समाज मे मृतकों के कफन दफन को लेकर सर्वोच्च न्यायालय के टिप्पणी के आधार पर स्थाई कब्रिस्तान आबंटन की रखी मांग
कलेक्टर से चर्चा कर ज्ञापन सौंप, तय समय सीमा मे, समाधान निकालने का रखी मांग, करकापाल कब्रिस्तान मे जगह समाप्ति पर, स्थाई समाधान निहायती जरुरी
बस्तर में ईसाई समुदाय के मृतकों को विधिवत कफन दफन करने को लेकर लगातार लॉ इन ऑर्डर की स्थिति, बस्तर के लिए चिंता का विषय, स्थाई कब्रिस्तान आवंटन कर, बस्तर में करें शांति बहाल स्थापित
जगदलपुर। ईसाई समुदाय के स्थानीय निवास में ग्राम में कफन दफन विषय को लेकर बस्तर जिला कलेक्टर को बस्तर मसीह समाज के सभी राजनीतिक दल के नेताओं के द्वारा ज्ञापन सौपा गया एवं मांग की गई की बस्तर के ग्राम एवं ब्लॉक स्तर पर रहने वाले ईसाइयों के विधिवत कफन दफन के लिए कब्रिस्तान हेतु जमीनआवंटित किया जाए।
इस अवसर पर ज्ञापन बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा के प्रमुख संयोजक नवनीत चांद सहित, बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष सेमीयल नाथ, कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष रोजवीन दास, कांग्रेस पार्षद सूर्या पानी, पार्षद जोस्टीन भवानी, बस्तर मुक्ति मोर्चा नगर मंडल अध्यक्ष मेहताब सिंह, अनिमेष दास, हिमांशु आनंद, जेवियर जॉन, के आकाश जॉन, दलसाय नाग, भोला शंकर बघेल, अब्राहम आदि नेता प्रमुख रूप से उपस्थिति थे।
ज्ञापन के विषय में नवनीत चांद, सेमीयल नाथ, रोजवीन दास ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुए बताया कि आजादी से पूर्व और आजादी के पश्चात भी 2020 तक बस्तर में शांति से ईसाई समुदाय का कफन दफन होते रहा है परंतु विगत 4 वर्षों से कुछ राजनीतिक स्वार्थी लोगों के राजनीतिक लाभ लेने स्वार्थ के चलते ग्राम पंचायत अधिनियम की जबरन गलत व्याख्या कर मृत्यु के बाद ईसाई धर्म अनुनाइ मृतकों के कफन दफन के कार्य को भी जबरन रोका जा रहा है यह अमानवीय है।
ज्ञापन में बकावंड मृतक अजय बघेल के मामले साथ के मामलों का उल्लेख किया गया है, यह भी बताया गया है कि प्रशासन के संवैधानिक अधिकारों के संरक्षण हेतु सहयोग नहीं करने एवं अमानवीय रूप से रोक-टोक के कारण करका पाल कब्र में140 से अधिक शव दफनाए गए हैं। और अस्थाई रूप से लॉ इन ऑर्डर बनाए रखने हेतु निर्धारित कब्रिस्तान पूरी तरह भर चुका है! और यह समस्या अब विकराल हो चुकी है!
इस तरह बस्तर में ईसाई समुदाय के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है ज्ञापन में ग्राम जाटम में मसीही समुदाय द्वारा 07 एकड़ खरीदे कब्रिस्तान को आज तक 2008 से एनओसी नहीं दिए जाने के जिक्र करते हुए शीघ्र एनओसी मांगा गया है। इस विषय पर जिला कलेक्टर से चर्चा कर मसीही समुदाय के और से बस्तर के सभी उक्त प्रतिनिधियों ने सर्वोच्च न्यायालय की टिप्पणी के आधार पर, सम्मान पूर्वक मसीह समुदाय के कफन दफन हेतु शीघ्र ही कब्रिस्तान के लिए भूमि आवंटन की मांग की है।