सर्व अनुसूचित जाति जिला बस्तर एवं छत्तीसगढ़ युवा मंच नें किया संयुक्त रूप से पत्रवारता कर मृतक स्व.राम पाल यादव कि मृत्यु संबंध एफ.आई.आर. पश्चात पोस्ट मॉर्डम रिपोर्ट लगभग दो माह बाद भी प्रस्तुत नहीं करने व मामले में गंभीरता से जांच हेतू तत्काल कार्यवाही व परिजनों को 50 लाख का मुवाआवजा दिलाने दिए बस्तर संभागीय आयुक्त के नाम ज्ञापन किये पत्रवार्ता
जगदलपुर : मामले में सर्व अनुसूचित जाति बस्तर जिला अध्यक्ष विक्रम लहरे एवं छत्तीसगढ़ युवा मंच के संस्थापक नरेन्द्र भवानी सयुंक्त रूप से बस्तर संभागीय आयुक्त को ज्ञापन दिया गया एवं पत्रवारता कर मामले में मृतक स्व.राम पाल यादव कि मृत्यु संबंध एफ.आई.आर. पश्चात पोस्ट मॉर्डम रिपोर्ट लगभग दो माह बाद भी प्रस्तुत नहीं करने व मामले में गंभीरता से जांच हेतू तत्काल कार्यवाही व परिजनों को 50 लाख का मुवाआवजा दिलानें रखें हैं मांग।
लहरे व भवानी नें कहा हैं कि पूर्व में मृतक स्व. राम पाल यादव कि मृत्यु का विरोध दर्ज कर शहर के प्राइवेट बालाजी अस्पताल के लापरवाही के विरुद्ध आंदोलन कर नियमानुसार अस्पताल बंद करवाने एवं मृतक को न्याय दिलाने व परिजनों को मुवाआवजा हेतू किया गया था संघर्ष पर आज दो माह तक भी कोई कार्यवाही नहीं होने कि स्थिति में आज दिनांक 21 अक्टूबर को कार्यवाही हेतू बस्तर संभागीय आयुक्त के नाम ज्ञापन देकर पत्रवारता करके मामले को तत्काल संज्ञान में लेने कि मांग के साथ पिडतो को मुवाआवजा व जांच उपरान्त दोषियो पर कार्यवाही हो कि मांग।
भवानी व लहरे नें संयुक्त रूप से कहा हैं कि स्व. रामपाल यादव जो कि फीसल कर गिरने के वजह से पैर में दर्द की इलाज कराने के लिए दिनांक- 21 / 08/ 2024 दिन- बुधवार को डिमरापाल अस्पताल परिजनों द्वारा लें जाया गया,जिसमें दो दिन के इलाज के बाद वहाँ से रिफर कराकर जगदलपुर में स्थित बालाजी केयर (प्राईवेट) अस्पताल में दिनांक- 23/ 08/ 2024 को ले जाया गया । बालाजी केयर अस्पताल में पैर दर्द से पीड़ित मरीज जो कि चलते हुए अपने पैरो पर गया हुआ था, उसे चार दिन तकःईलाज करने के दौरान 28/ 08/ 2024 दिन- बुधवार को समय-शाम करीब 5.00 बजे परिजनों को डॉक्टरों के द्वारा अचानक बताया गया, कि मरीज का किडनी खराब है इसे तत्काल आईसीयू में रखना होगा,दूसरे दिन पेट में गैस हो गया है कुछ खाने नहीं दीजिये कहाँ तीसरे दिन बताया गया आपको पीलिया हो गया और फिर रातभर के ईलाज के बाद सुबह तक मरीज का हालत खराब होने लगा। मरीज की बिगड़ती हालत को देख उनके परिजनों के द्वारा डॉक्टर को फोन कर-करके बुलाने पर भी समय पर न आकर दिनांक- 29/ 08/ 2024 को प्रातः करीब 9.00 बजे डॉक्टर आये तब तक मरीज तड़पता रहा और तड़पते हुए मरीज का डाक्टों के लापरवाही के वजह से मृत्युहो गई और इस प्रकार बस्तर जिला प्राशासन के नांक के निचे बस्तर को प्रयोगशाला बनाने का काम किया जा रहा हैं काम ऐसे अस्पताल के लाइसेंस तत्काल किया जावे निरस्त।
भवानी व लहरे नें कहा कि मामला गंभीर हैं दो माह बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं क्यूँ ? अभी तक आज दो माह होने के बाद भी पोस्ट मॉर्डम रिपोर्ट अभी तक नहीं आया क्यूँ ? आज दो माह बाद भी अस्पताल में सील हैं लगा हुवा, मामले में जांच उपरान्त तत्काल सम्बंधित अस्पताल का लाइंसेंस किया जावे रद, मृतक के परिवार को 50 लाख का दिया जावे मुवाआवजा, ऐसे नहीं होने कि स्थिति में हम धरना प्रदर्शन करना करेंगे शुरू जिसका सम्पूर्ण जिम्मेदारी जिला प्राशासन कि होगी और यह प्रदर्शन संभाग के हर जिले में होगा शुरू।