इस समय पर पांचों देवता और शिवजी, यह सब नाराज खड़े हैं – बाबा उमाकान्त महाराज

इस समय पर पांचों देवता और शिवजी, यह सब नाराज खड़े हैं – बाबा उमाकान्त महाराज
देवता तो वक्त के गुरु का चुप होने का इंतजार कर रहें हैं ताकि वे अपना करिश्मा दिखा सकें
उज्जैन। बाबा उमाकान्त महाराज ने 25 मई, 2025 के सतसंग में कहा- मैं बराबर यह कहता आ रहा हूं कि इस समय पर ये जो पांच देवता हैं; जल, पृथ्वी, अग्नि, वायु और आकाश; यह सब के सब नाराज हैं और यह जो देवता हैं ‘शिवजी’, यह तो बिल्कुल ही नाराज हैं, आप इस बात को पक्का समझ लो। वह तो गुरु महाराज का इंतजार कर रहे हैं कि गुरु महाराज कब चुप हो जाएं और अपने काम को आगे बढ़ाने में रोक लगा दें और इनके जो प्रेमी हैं, भक्त हैं वह भी रुक जाएँ, जहाँ हैं तहां हो जाएँ तो अभी वह करिश्मा दिखा दें।
क्या करिश्मा दिखाएंगे? अग्नि देवता इतनी गर्मी पैदा कर देंगे, पवन देवता इतनी गर्मी पैदा कर देंगे कि हवा आग की तरह से गर्म हो जाएगी, अब बताओ कोई बचेगा? झुलसेंगे लोग, घास-फूस नहीं बचेगी, जहां तक वह आंधी चलेगी वहां तक कोई कीड़े-मकोड़े, पशु-पक्षी नहीं बचेंगे; सब खत्म हो जाएंगे। और अगर आप साधना की शक्ति अपने अंदर नहीं लाओगे, लोगों को खड़ा करके रोकने की शक्ति उनमें नहीं पैदा करोगे, तो यह सब होगा।
“जमाना बदलेगा”; ऐसे समय में साधक मददगार होंगे
अमेरिका, जापान और अन्य देश जो भारत से नीचे हैं, काफी नीचे हैं, कई समुद्र पड़ते हैं इन देशों में जाने के लिए, अब वहां पर रहने वाले अगर यह सोचें कि आंधी तो ऊपर चलेगी, हमारे यहां नीचे कैसे आएगी, समुद्र में समा जाएगी, समुद्र ठंडा कर देगा, तो जल देवता खुश हैं? पानी ही पानी हो जाएगा, पानी से ही भर जाएगा, समुद्र में ही विलीन हो जाएगा। तब क्या करोगे? अन्न का दाना नहीं मिलेगा, क्या खा, पी कर के जीओगे? “जमाना बदलेगा” यह प्रार्थना बोली जाती थी, तो ऐसे समय पर मददगार कौन होगा? ऐसे समय पर साधक मददगार होंगे। तो इसीलिए साधना करना है और करवाना है।