बाबा उमाकान्त महाराज ने अपने भक्तों को नवरात्र में साधना शिविर लगाने का दिया आदेश…

बाबा उमाकान्त महाराज ने अपने भक्तों को नवरात्र में साधना शिविर लगाने का दिया आदेश
नवरात्र से साधना शिविर चालू कर दो और साधना का समय बढ़ा दो – बाबा उमाकान्त महाराज
उज्जैन। परम सन्त बाबा उमाकान्त महाराज ने 27 मार्च 2025 को अपने उज्जैन आश्रम (म. प्र.) पर प्रेमियों से कहा कि देखो प्रेमियों! चैत्र का महीना है, मौसम बदल रहा है। दो मौसम बदलता है; एक कुवार में (अश्विन महीना) और एक चैत्र में। इसमें नवरात्र आती है। अब दो दिन के बाद कृष्ण पक्ष खत्म हो जाएगा और नवरात्र रविवार से शुरू हो जाएगी। यह पवित्र माना गया है, इसमें लोग पूजा-पाठ करते हैं। जैसे दीपावली की अमावस्या को लोग जंत्र-मंत्र जगाते हैं, व्यापारी अपनी गद्दी पर बही खाता की पूजा करते हैं, उसी तरह से इसमें लोग देवी-देवताओं की पूजा करते हैं। अच्छा काम करते हैं। कोई भी अच्छी शुरुआत करनी होगी तो नवरात्र का लोग इंतजार करते हैं कि नवरात्र जब आएगी तब नए काम की शुरुआत करेंगे; शुभ काम की शुरुआत करेंगे। अपने लोगों के लिए शुभ काम क्या है? सुमिरन, ध्यान और भजन। साधना जिसको कहते हो, जिसमें शरीर को साधते हैं और मन को साधते हैं।
नौकरी पेशा लोग सुबह-शाम साधना में बैठें
साधना करने के लिए, शिविर लगाने के लिए पहले भी कहा गया था। कुछ जगहों पर लोग शुरू कर दिए, चल रहा है लेकिन जहाँ नहीं चल रहा है, कम से कम नौ दिन का तो आप लोगों को शिविर लगा ही देना चाहिए। सब जगह लग सकता है। आश्रमों पर, जहाँ रोज सुबह-शाम साधना होती है उसी का समय बढ़ा दिया जाए। दिन में अपना काम कर लें; नौकरी कर आवे, खेती का काम कर लें, दुकान का काम कर लें और सुबह-शाम साधना में बैठें। सब जगह हो सकता है। शुरुआत जहाँ नहीं हुई है, वहाँ शुरू कर देना चाहिए। अब तीस तारीख को शुरू हो रहा है। तीस तारीख को जो झंडा 23 मार्च, मुक्ति दिवस के दिन लगाया गया था उसको भी सुबह छः बजे से आठ बजे के बीच उतार देना है। साधना शिविर की जगह के लिए बहुत से लोग ऐसे भी हैं जिनके पास बहुत जगह है; धार्मिक हैं, जब कह दोगे आप कि साधना शिविर लगाने के लिए हमको दे दीजिए और हम पूजा, साधना करेंगे और फिर चले जाएंगे तो दे देंगे लोग जगह। पार्क हैं, पार्कों में भी जहां रोक नहीं है वहाँ भी बैठ कर के किया जा सकता है।