किसी भी सन्त के नामदानी को साधना शिविर में बैठने पर रास्ता मिल जाएगा – बाबा उमाकान्त महाराज

किसी भी सन्त के नामदानी को साधना शिविर में बैठने पर रास्ता मिल जाएगा – बाबा उमाकान्त महाराज
आपको चाहे सन्तमत वाले एक-दो नाम ही मिले हो आप भी शिविर में बैठ सकते हो
उज्जैन। परम सन्त बाबा उमाकान्त महाराज ने 26 मई, 2025 को सतसंग में कहा कि जो भी नामदानी हो; चाहे गुरु महाराज के नामदानी हो, चाहे उनके बाद के हो या किसी और भी सन्त के, जो सन्तमत वाले हैं, जिन्होंने इन नामों को बताए हैं, एक नाम, दो नाम, तीन नाम जो भी बताए हैं,और आप उनके नामदानी हो, वह सब लोग साधना शिविर में बैठ सकते हैं, सब लोग शिविर लगा सकते हैं। उनको रास्ता तो मिल जाएगा। रास्ता किसको मिला है? इसी में मिला है। हम बता सकते हैं किसको मिला है। उनको जिनको वह याद करते थे, उन्हीं ने प्रेरणा दिया। जिनको वह सिद्ध किये हुए थे, उन्होंने ही प्रेरणा दिया कि ‘जाओ वहाँ उनके पास जाओ, तुमको रास्ता मिल जाएगा’। अब भी वह इनसे कहते हैं कि ‘अपने गुरु जी से पूछ के करो यह काम’, अब भी निर्देश देते हैं।
वह प्रभु किसी मनुष्य शरीर वाले को ही निमित्त बनाता है
वह महापुरुष, वह सर्वशक्तिमान किसी ना किसी को तो निमित्त बनाता ही बनाता है और मनुष्य शरीर वाले को ही निमित्त बनाता है। मनुष्य शरीर में जो रहकर के मनुष्यों को समझाता है, उसी से मनुष्यों के समझ में आता है। अभी कोई घोड़ा, गधा या कोई जानवर अगर समझाने लग जाए तो आदमी उसकी बात सुनेगा? नहीं सुनेगा। इसलिए मनुष्य शरीर में कोई ना कोई तो इस धरती पर रहता ही रहता है। तो यह बात आपको समझने की जरूरत है।