बस्तर आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक बस्तर भावनाओं के उलट फिसड्डी साबित हुई : नवनीत चांद
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के संभाग अध्यक्ष ने बस्तर विकास प्राधिकरण के संपन्न बैठक बाद भाजपा के साथ कांग्रेस को आड़े हाथों लिया कहा बस्तर के लिए यह विडंबना जनक है
जगदलपुर : बस्तर आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक को लेकर महत्वपूर्ण फैसलों पर बस्तर जनता की नजरें भावनात्मक रूप टिकी थी परन्तु बस्तर के वर्तमान परिस्थितियों के जरुरतों के साथ ,यहाँ के बुनियादी समस्याओं के समाधान को लेकर यह बैठक फिसड्डी ही साबित हुआ है।
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी के संभाग अध्यक्ष नवनीत चांद ने उक्त बयान जारी करते हुए कहा कि मौजूदा सरकार के पास बस्तर के विकास को लेकर कोई कार्य योजना नहीं है चित्रकोट में संपन्न बस्तर आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक बाद यह स्पस्ट हो गया।माननीय मुख्यमंत्री कहते है कि पूल,पुलिया ,मोबाइल टॉवर,अस्पताल जैसी अधोसंरचना अंदरूनी क्षेत्र में पहुंच पर बस्तर के गाँव -गांव बुनियादी समस्याओं से जूझ रहा है, इनका कहना है कि बस्तर में शांति के लिए केंद्र और राज्य सरकार सतत प्रयासरत है परन्तु साम्प्रदायिक शक्ति यह मजबूत हो रही ,लोगों पर हमले होरहे पता नहीं सरकार किस शान्ति और विकास की बात करती है।
उन्होंने कहा कि बस्तर में विकास और शांति को लेकर कांग्रेस सरकार भी पहले फेल साबित हुई विपक्ष में रहकर केवल अपना स्वार्थ सिद्ध कर रही है आप भाजपा भी जनता की नहीं सुन रही उन्होंने कहा कि बस्तर विकास प्राधिकरण में बस्तर के संवेदनशील मुद्दों से जानबूझकर दूरी बना लिया गया केशकाल समस्या के साथ रेल और हवाई यात्रा अधर में है, सुपर स्पेशलिटी नाम मात्र के लिए खोल दिया गया।
बस्तर में स्वास्थ्य सेवा वैसे भी वेंटिलेटर में है एनएमडीसी के प्राइवेट कारण हो या फिर स्थानीय भर्ती मामला भाजपा सरकार इस पर भी चुप रही बस्तर के वर्तमान आवश्यकताओं से जानबूझकर दूरी बनाने के कारण सांप्रदायिक शक्तियां यहां मजबूत हो रही है कुछ लोग अशांति फैलाने लगे हैं मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में संपन्न प्राधिकरण की बैठक में बस्तर के संवेदनशील और बुनियादी समस्याओं को छुआ ही नहीं गया बस्तर के साथ यहां के आदिवासियों और ग्रामीण जनता उपेक्षा विडंबना जनक और दुखद है उससे भी बड़ी दुखद बात यह है कि विपक्ष की पार्टी अपनी भूमिका को लेकर नकारा साबित हो रही है।