Bihar Election 2025: महिला वोट बैंक पर टिकी बिहार की सत्ता, किंगमेकर की भूमिका में फिर महिलाएं, इस बार किसके पाले में जाएगा उनका वोट?

बिहार : बिहार में विधानसभा चुनाव इस साल अक्टूबर और नवंबर के बीच होने की संभावना है। हालांकि चुनाव आयोग ने अभी तक आधिकारिक चुनाव कार्यक्रम की घोषणा नहीं की है। इस बार मुकाबला नीतीश कुमार की जदयू और भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन बनाम कांग्रेस और तेजस्वी यादव की राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेतृत्व वाले महागठबंधन (इंडिया ब्लॉक) के बीच होगा। लेकिन बिहार की सत्ता उसे ही मिलेगी, जिसपर महिलाओं को भरोसा होगा। इस बार भी बिहार के चुनाव में महिला वोटर किंगमेकर बन सकती हैं।
बिहार विधानसभा चुनावों में महिलाओं की भूमिका पिछले एक दशक में निर्णायक बनकर उभरी है। 2010 से लेकर 2020 तक के चुनावों में महिला मतदाताओं की भागीदारी लगातार बढ़ी है, जिससे वे ‘किंगमेकर’ की भूमिका में आ गई हैं। 2025 के आगामी चुनावों में भी उनकी भूमिका अहम मानी जा रही है। मई की शुरुआत में ही इंकइनसाइट ने ओपिनियन पोल किए, जिसमें उन्होंने ‘महिला वोटर्स’ को लेकर भी सर्वे किए हैं।
बिहार चुनाव 2025: इस बार महिलाएं किसे देंगी वोट?
इंकइनसाइट ओपिनियन पोल के मुताबिक बिहार में अधिकांश महिलाओं की पहली पसंद एनडीए है। सर्वे में पता चला है कि 60.4 प्रतिशत महिलाएं एनडीए को वोट दे सकती हैं, जबकि केवल 28.4 प्रतिशत महिलाएं महागठबंधन को चुन सकती हैं।
सर्वे में शामिल लगभग 45 प्रतिशत महिलाओं ने कहा कि वे नीतीश कुमार को बिहार का मुख्यमंत्री देखना चाहती हैं, जबकि लगभग 31 प्रतिशत ने कहा कि वे तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती हैं। वहीं अधिकांश पुरुषों (45.8 प्रतिशत) ने कहा कि वे तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री के रूप में देखना पसंद करेंगे।
बिहार के पिछले तीन विधानसभा चुनाव में महिलाएं कैसे बन रही हैं निर्णायक!
2010 बिहार विधानसभा चुनाव: महिला मतदाता पहली बार पुरुषों से आगे
2010 के विधानसभा चुनावों में पहली बार महिला मतदाताओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों से ज्यादा रहा था। महिलाओं का मतदान प्रतिशत 54.85% था, जबकि पुरुषों का 50.70%। यह बदलाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महिलाओं के लिए चलाई गई योजनाओं, जैसे साइकिल योजना और पंचायती राज में 50% आरक्षण, का परिणाम था। यह एक उल्लेखनीय उपलब्धि थी क्योंकि 2000 तक, मतदाता मतदान में लिंग अंतर लगभग 20% था।

2015 बिहार विधानसभा चुनाव: महिला मतदान में ऐतिहासिक बढ़ोतरी
2015 के चुनावों में महिलाओं का मतदान प्रतिशत 59.92% तक पहुंच गया, जो पुरुषों के 54.07% से काफी ज्यादा था। यह बढ़ोतरी नीतीश कुमार की शराबबंदी और अन्य महिला-केंद्रित नीतियों के समर्थन में देखी गई।
2020 बिहार विधानसभा चुनाव: महिलाओं की निर्णायक भूमिका
2020 के चुनावों में महिलाओं का मतदान प्रतिशत 59.7% रहा, जबकि पुरुषों का 54.6%। यह लगातार तीसरा चुनाव था जिसमें महिलाओं ने पुरुषों से अधिक मतदान किया। विशेषज्ञों का मानना था कि महिला वोटरों की वजह से ही एनडीए की जीत हुई है।
2025 बिहार विधानसभा चुनाव: महिलाओं की भूमिका पर नजरे
बिहार के चुनावों में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी ने उन्हें ‘किंगमेकर’ की भूमिका में ला दिया है। 2025 के चुनावों में भी महिलाओं की भूमिका अहम रहने की संभावना है। राजनीतिक दल महिलाओं को लुभाने के लिए विशेष योजनाएं और घोषणाएं कर सकते हैं। महिला मतदाताओं की प्राथमिकताएं और उनकी भागीदारी चुनाव परिणामों को प्रभावित कर सकती हैं।