Bihar News: बिहार चुनाव में किन-किन मुद्दों पर डाले जाएंगे वोट? ओपिनियन पोल के आंकड़े नीतीश से लेकर तेजस्वी तक सबको करेंगे बेचैन…

बिहार : बिहार में एक बार फिर से चुनावी रणभेरी बज चुकी है। 2025 के विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों की रणनीतियां तेज हैं, लेकिन असली सवाल ये है कि इस बार जनता किन मुद्दों पर वोट देगी? क्या मुद्दे वही पुराने होंगे या इस बार मतदाता नई प्राथमिकताओं के साथ सामने आएंगे?
InkInsight और C-Voter द्वारा किए गए दो अलग-अलग सर्वे में बेरोजगारी, महंगाई, बुनियादी ढांचा, और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दे सामने आए हैं, जो तय करेंगे कि बिहार की सत्ता की चाबी किसके हाथ जाएगी। ये ओपिनियन पोल के आंकड़े NDA के नीतीश कुमार से लेकर महागठबंधन के तेजस्वी यादव तक को चुभेगी। आइए जानते हैं बिहार की जनता किन-किन मुद्दों इस चुनाव में डालेगी वोट।
बेरोजगारी सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा
InkInsight के सर्वे के अनुसार, 51.2% लोगों ने बेरोजगारी को सबसे बड़ा मुद्दा बताया है। वहीं फरवरी 2025 में आए C-Voter सर्वे में भी 45% वोटर्स ने बेरोजगारी को अपना सबसे बड़ा दर्द बताया है। इसका साफ मतलब है कि नौजवान मतदाता इस बार नौकरी और रोजगार को ध्यान में रखते हुए वोट डाल सकते हैं।
महंगाई और भ्रष्टाचार ने भी बढ़ाई चिंता
InkInsight के मुताबिक
- महंगाई 45.7% लोगों के लिए अहम मुद्दा है
- भ्रष्टाचार को 41% लोगों ने अपनी प्राथमिकता बताया
- जबकि C-Voter में
- महंगाई को 11%
- भ्रष्टाचार को 4% लोगों ने मुख्य मुद्दा माना
इन आंकड़ों से साफ है कि आम जनता रोजमर्रा की जिंदगी में महंगाई और सरकारी व्यवस्था में पारदर्शिता को लेकर असंतुष्ट है।
बिजली, पानी, सड़कें और कानून-व्यवस्था
बुनियादी ढांचा भी एक अहम मुद्दा बनकर उभरा है
- InkInsight सर्वे में 36.9% लोगों ने बिजली, पानी, और सड़क को लेकर चिंता जताई
- C-Voter में यह आंकड़ा 10% है
कानून-व्यवस्था की बात करें तो InkInsight में 19.5% लोगों ने इसे वोट देने का आधार माना है। यानी राज्य में अपराध और सुरक्षा को लेकर भी लोगों की चिंता बनी हुई है।
उम्र के हिसाब से NDA और महागठबंधन की स्थिति
InkInsight सर्वे में यह भी बताया गया है कि उम्र के अनुसार किसे कितनी पसंदगी मिल रही है
NDA को 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में सबसे ज्यादा समर्थन (53%) मिल रहा है।
40-49 आयु वर्ग में 51.9%, और 50-59 में 48.8% लोग NDA को पसंद कर रहे हैं।
वहीं महागठबंधन को 18-29 वर्ष के युवा मतदाता (34.8%) के बीच कुछ समर्थन मिला है, लेकिन बाकी आयु वर्गों में वे पीछे हैं।
इस बार बिहार चुनाव में रोजगार और महंगाई सबसे ज्यादा असर डालने वाले मुद्दे होंगे। युवाओं की नाराजगी, ग्रामीण क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं की मांग, और बढ़ती महंगाई इस बार किसी भी दल की जीत या हार तय कर सकते हैं। भले ही NDA फिलहाल सर्वे में आगे नजर आ रहा हो, लेकिन चुनावी हवा कब किस ओर बह जाए – यह बिहार की राजनीति का सबसे दिलचस्प पहलू है।