Bihar News: जल्द शुरू होगी जल मेट्रो सेवा, दो टर्मिनल का होगा निर्माण, केंद्रीय शिपिंग मंत्री ने किया ऐलान….

पटना : केंद्र सरकार ने बिहार के पटना में जल्द ही जल मेट्रो सेवा शुरू करने का बड़ा ऐलान किया है। इस परियोजना से गंगा नदी पर अंतर्देशीय जल परिवहन को बढ़ावा मिलेगा और पटना एक महत्वपूर्ण जल परिवहन हब के रूप में उभरेगा। यह कदम न केवल शहर की शहरी आवाजाही को बेहतर बनाएगा, बल्कि माल ढुलाई, पर्यटन और स्थानीय रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगा।
केंद्रीय शिपिंग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने बताया कि मोदी सरकार नदी प्रणालियों के संपूर्ण उपयोग को लेकर गंभीर है और राष्ट्रीय जलमार्ग-1 के विकास से बिहार समेत कई राज्यों की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। इस महत्वपूर्ण घोषणा से पहले बिहार विधानसभा चुनाव भी नजदीक हैं, जिससे यह प्रोजेक्ट क्षेत्र की विकास योजनाओं में एक बड़ा मोड़ साबित होगा।
शहर की आवाजाही बेहतर होगी- सोनोवाल
सोमवार को उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में अंतर्देशीय जल परिवहन के विकास को लेकर आयोजित परामर्श बैठक में केंद्रीय शिपिंग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा कि मोदी सरकार नदी प्रणालियों के पूर्ण और प्रभावी उपयोग के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उनका कहना था कि इसका उद्देश्य मालवाहक सेवा, पर्यटन और स्थानीय लोगों की आजीविका को बढ़ावा देना है।
उन्होंने बताया कि जल मेट्रो प्रणाली गंगा नदी के दोनों किनारों को जोड़ते हुए पटना शहर को एक स्वच्छ, आधुनिक और कुशल शहरी परिवहन विकल्प प्रदान करेगी, जिससे शहर की आवाजाही बेहतर होगी और पर्यावरण को भी फायदा मिलेगा।
पटना में दो टर्मिनल का निर्माण किया जाएगा
राष्ट्रीय जलमार्ग-1 (NW-1), जो वाराणसी से हल्दिया तक फैला हुआ है, बिहार के लिए एक रणनीतिक और महत्वपूर्ण परिवहन धुरी साबित हो रहा है। इस जलमार्ग के अंतर्गत पटना शहर में दो आधुनिक टर्मिनल का निर्माण किया जाएगा, जो नदी यातायात को सुगम और प्रभावी बनाएंगे। इसके साथ ही, गंगा के किनारे एक जहाज मरम्मत और निर्माण केंद्र भी स्थापित किया जाएगा, जिससे जल परिवहन के रख-रखाव और संचालन में सहायता मिलेगी।
इसके अतिरिक्त, राज्य के विभिन्न जिलों में 16 सामुदायिक घाटों का विकास किया जाएगा, ताकि स्थानीय स्तर पर जल मार्ग की पहुंच बढ़ सके। खासतौर पर, कालू घाट को एक अत्याधुनिक जलमार्ग केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा, जो बिहार के अंतर्देशीय जल परिवहन के भविष्य को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएगा।