*सूरजपुर*
*संदीप दुबे* - छत्तीसगढ़ प्रदेश में प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा खरीफ वर्ष 2020-21 में प्रदेश के मेहनतकश किसानों द्वारा उत्पादित किए गये धान की खरीदी के पश्चात कुप्रबंधन की भेंट 10लाख मिट्रिक टन धान की फसल चढ़ गई जिसके जांच हेतु प्रदेश के सभी जिलों में 5-7 सदस्यीय जांच दल का गठन किया गया है। सूरजपुर जिले के जांच दल में पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा, पूर्व विधायक रजनी त्रिपाठी, भाजपा जिलाध्यक्ष बाबूलाल अग्रवाल, किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष रामकरण साहू जिला महामंत्री सुनील गुप्ता व कपिल पाण्डेय शामिल है | किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ धान का कटोरा है और यहां के मेहनतकश किसानों ने यह पहचान छत्तीसगढ़ को दिलाई है। धान हमारा धन ही नहीं हमारा मान व सम्मान भी है। लेकिन कांग्रेस की सरकार ने ढ़ाई सालों में किसानों को ठगने का काम किया है। प्रदेश के किसानों के रकबा काटने और धान खरीदी में घोर अनियमितता बीते सालों में देखने को मिली है। असमय बारिश के नाम पर भूपेश सरकार ने उर्पाजन केंद्रों व संग्रहण केंद्रों में रखा लाखो टन धान को बारिश से खराब होना एवं सुखती बता कर बड़ा घोटाला करने की योजना है। साथ ही धान को सड़ाकर औने पौने दाम पर शराब माफियाओं को बेचने की इनकी मंशा है। इसकी वास्तविक मात्रा व आंकलन करने हेतु प्रदेश के सभी जिलों में धान उर्पाजन केंद्रों व संग्रहण केंद्रों में जाकर दिनांक 19-20 जून 2021 को जांच की जाएगी जो जिलों के अंदर धान उर्पाजन केंद्रों व संग्रहण केंद्रों पर जाकर अपनी रिर्पोट तैयार कर आगामी 21 जून को यह रिपोर्ट भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश कार्यालय को सौंपेंगे। इसके साथ ही जांच दल समन्वय समिति का भी गठन किया गया है। जिसमें राष्ट्रीय मंत्री किसान मोर्चा श्रीमती पिंकी शिवराज शाह, प्रदेश प्रभारी किसान मोर्चा संदीप शर्मा, किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष श्याम बिहारी जायसवाल, पूर्व किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष पूनम चंद्राकर, प्रदेश महामंत्री किसान मोर्चा द्वारिकेश पाण्डेय, युधिष्ठिर चंद्राकर, प्रदेश कोषाध्यक्ष प्रीतम सिंह गभेल, प्रदेश उपाध्यक्ष किसान मोर्चा गौरी शंकर श्रीवास, आलोक सिंह ठाकुर को बनाया गया है। जो कि सभी जिलों के जांच दलों से समन्वय स्थापित कर उन्हे उचित सहयोग व रिर्पोट तैयार करवाने का काम करेंगे।