राजस्थान

शुरू में केवल अनामी पुरुष, अनामी लोक था - सन्त बाबा उमाकान्त महाराज

सन्त बाबा उमाकान्त का दशहरा सतसंग व नामदान कार्यक्रम 23, 24 अक्टूबर को उज्जैन में, सभी सपरिवार सादर आमंत्रित...

अपने-अपने समाज के लोगों को प्रेरणा दे कर बनाओ शाकाहारी नशामुक्त, होगा देश का बहुत बड़ा भला...

मुसीबत परेशानी में, न बनते जायज काम में, दस बार जयगुरुदेव नाम बोलकर के मदद ले सकते हो - सन्त उमाकान्त महाराज

विश्व शाकाहारी दिवस के अवसर पर बाबा उमाकान्त महाराज द्वारा दर्शन, सतसंग व नामदान

भारत जैसे धर्म परायण देश में बच्चे-बच्चियों के चरित्र का गिरना, मां बहन बेटी की पहचान आंखों से खत्म होना बड़ा दुखदाई साबित होगा...

कर्मो की सजा मिलने वाली है, अगर लोग शाकाहारी नशा मुक्ति नहीं बने तो नहीं देख पाएंगे सतयुग...

इस समय पर अपने कर्मो के आधार पर इंसान बारूद के ढेर पर खड़ा, कब कहा क्या हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता...

जिसकी तीसरी आंख नहीं खुली, वो गुरु को मनुष्य समझते हैं, ऐसे लोग यमराज के फंदे में आ जाते हैं...

मांसाहारी, शराबी, नशेड़ी का मुक्ति-मोक्ष नहीं होगा, चाहे कितना भी पूजा-पाठ, हवन कर ले, गीता कुरान बाइबिल ग्रंथ का पाठ पढ़ ले...