NBL, 0105/2022, Lokeshwer Prasad Verma,.. CBSE Exam: Big announcement of CBSE, absent students will not get third chance in two phase examination.
CBSE Exam: सीबीएसई का बड़ा ऐलान, दो फेज की परीक्षा में गैरहाजिर छात्रों को नहीं मिलेगा तीसरा मौका, पढ़े विस्तार से..
CBSE ने कहा है कि जो छात्र न तो पहले फेज की परीक्षाओं में शामिल हुए न ही दूसरे फेज की परीक्षा दी.
इन परीक्षाओं के लिए देशभर के करीब 35 लाख छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है. ऐसे में परीक्षा कैसे कराई जाएगी, इस पर CBSE का कहना है कि फिलहाल परीक्षाएं सुचारू रूप से जारी हैं और अभी इस प्रकार की कोई समस्या नहीं है।
छात्रों को नहीं मिलेगा तीसरा मौका..
वहीं एक महत्वपूर्ण प्रश्न यह भी है कि ऐसे छात्रों का क्या होगा जो दूसरे चरण की इन परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे. ऐसे छात्रों का परिणाम कैसे तैयार होगा जो पहले और दूसरे चरण में नहीं आ सके. CBSE के मुताबिक, जो छात्र न तो पहले चरण की परीक्षाओं में शामिल हुए न ही दूसरे चरण की परीक्षा दी. उन छात्रों को अब तीसरा अवसर नहीं दिया जा सकता है. ऐसे छात्रों को दोबारा से वही क्लास रिपीट करनी होगी. यह छात्र केवल अगले साल आयोजित होने वाली CBSE की बोर्ड परीक्षा में बैठ सकेंगे. इन छात्रों को इस साल कंपार्टमेंट परीक्षा में बैठने की अनुमति भी नहीं दी जाएगी।
दो चरणों में हो रही है CBSE की परीक्षा..
गौरतलब है कि CBSE द्वारा इस वर्ष बोर्ड की परीक्षाएं दो अलग-अलग चरणों में ली जा रही हैं. यह परीक्षा का दूसरा चरण है. पहला चरण पिछले वर्ष नवंबर-दिसंबर माह के दौरान आयोजित किया गया था. यह बोर्ड परीक्षा ऑफलाइन मोड में आयोजित की जा रही है. CBSE के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज के मुताबिक दूसरे चरण में इसबार 10वीं और 12वीं की परीक्षा एक शिफ्ट में आयोजित की जा रही है. CBSE 50 फीसदी सिलेबस के लिए यह परीक्षाएं आयोजित कर रहा है. शेष 50 प्रतिशत सिलेबस के लिए परीक्षाएं पिछले वर्ष पहले चरण में आयोजित की जा चुकी है।
कंपार्टमेंट और रिजल्ट के लिए बनाई गाइडलाइन..
CBSE ने बोर्ड परीक्षाओं के लिए कंपार्टमेंट परीक्षा पात्रता और रिजल्ट संबंधी गाइडलाइन बनाई है. हालांकि यदि कोई छात्र किसी एक चरण की परीक्षाएं पूरी दे चुका है और कोरोना के कारण दूसरे चरण की परीक्षा नहीं दे पाया तो ऐसे छात्रों के लिए मूल्यांकन के विशेष तरीके उपलब्ध कराए जा सकते हैं. CBSE के मुताबिक ऐसे छात्रों के लिए विकल्प उपलब्ध होंगे और उन्हें एसेंशियल रिपीट की कैटेगरी में नहीं रखा जाएगा.
दो चरणों में इसलिए कराई जा रही परीक्षाएं..
CBSE के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज बता चुके हैं कि कोरोना के कारण ही बोर्ड परीक्षाओं को दो हिस्सों में बांटा गया है. इसका उद्देश्य यही था कि कोरोना के कारण यदि किसी एक चरण की परीक्षाएं न ली जा सके तो दूसरे चरण की परीक्षाओं के आधार पर छात्रों का परीक्षा परिणाम जारी किया जा सके।
रिजल्ट से असंतुष्ट छात्रों के लिए है ये व्यवस्था..
CBSE ने परिणाम से असंतुष्ट छात्रों के लिए पुनर्मूल्यांकन की व्यवस्था की है. इसके लिए ऑनलाइन पोर्टल सक्रिय किया जाएगा. परीक्षा परिणाम जारी होने के उपरांत यह पोर्टल 2-3 दिनों तक सक्रिय रहेगा. छात्रों को ऑनलाइन पंजीकरण करने के लिए गैर-वापसी योग्य 100 रुपये प्रति प्रश्न का पुनर्मूल्यांकन शुल्क देना होगा. यदि छात्रों के अंकों में कोई भी बदलाव पाया गया तो वह CBSE रिजल्ट में भी दिखाई देगा. पुनर्मूल्यांकन के बाद रिजल्ट को अंतिम माना जाएगा. CBSE का कहना है कि पुनर्मूल्यांकन के खिलाफ कोई और अपील पर विचार नहीं किया जाएगा.
26 अप्रैल से शुरू हुईं CBSE बोर्ड परीक्षाएं. .
गौरतलब है कि मंगलवार 26 अप्रैल से देशभर में CBSE की बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो गई. करीब 35 लाख छात्र CBSE की बोर्ड परीक्षाओं में शामिल हो रहे हैं. कोरोना संक्रमण के मद्देनजर CBSE व विभिन्न राज्य सरकारों ने इन बोर्ड परीक्षाओं को लेकर व्यापक इंतजाम किए हैं. इसी के मद्देनजर परीक्षा से पहले और परीक्षा के दौरान स्कूलों में बड़े स्तर पर सैनिटाइजेशन ड्राइव एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया।