छत्तीसगढ़

CG – सर्पदंश और अन्धविश्वास नें मस्तूरी सोन में फिर लें ली 9 वर्षीय बच्ची रेशमा पटेल की जान क्या ऐसे तांत्रिक पर होनी चाहिए एफआईआर जानें पूरा मामला पढ़े पूरी ख़बर

बिलासपुर//मस्तूरी विकासखंड के ग्राम पंचायत सोन में बीते गुरुवार को सर्पडंस का एक मामला सामने आया है जहां 9 वर्षीय रेशमा पटेल पिता सनेश पटेल को जहरीले करैत सांप ने सुबह 4:00 बजे डस लिया जैसे ही घरवालों को इस बात की भनक लगी उन्होंने बच्ची को अस्पताल ले जाने के बजाय गांव में ही तांत्रिक से फुक झाड़ कराना शुरू कर दिया और बच्ची की मौत भी हो गई सरकार स्वास्थ्य विभाग भले हीं ग्रामीणों को अंधविश्वास से दूर रहने और सर्पडंस से बचाने के लिए कितनी भी जागरूकता अभियान चला लें पर लोंग समझने क़ो तैयार नहीं है और लोंग सीधे हॉस्पिटल पहुंचने के बजाय तांत्रिको के पास चलें जा रहें है जिसके कारण कइयों नें अपनी जान गँवाई है बताया जाता है की बच्ची क़ो तांत्रिक फुक झाड करता रहा ज़ब बच्ची नें दम तोड़ दिया तब मामले की जानकारी पुलिस क़ो दी गई और शाम 4 बजे मस्तूरी पीएम के लिए लाया गया। मालूम हो की यहाँ से मस्तूरी पहुंचने में 40 से 60 मिनट लगता है और जबकि पचपेड़ी और जोंधरा में बच्ची क़ो प्राथमिक उपचार भी मिल जाता पर ना गाँव के जनप्रतिनिधियों नें और ना हीं उस तांत्रिक नें परिवार वालों क़ो सही सलाह दिया जिसके कारण रेशमा पटेल आज अपने परिवार के बीच नहीं है और उसकी माँ जमुना की गोंद सुनी हो गई है माँ का रो रो कर बुरा हाल है।

क्या कहते है बीएमओ मस्तूरी…

मस्तूरी ब्लॉक स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख (BMO)अनिल सिंह बताते हैं कि बच्ची को सर्पडंस के बाद झाड़ फूंक कराने के बजाय सीधे हॉस्पिटल ले आते तो शायद आज बच्ची जिंदा होती जितना टाइम झाड़ फुक करने में बर्बाद हुआ उतने टाइम में बच्ची को अस्पताल लाकर सांप की जहर को काटने वाली दवा मिल जाती जिससे सांप की जहर का असर धीरे-धीरे कम हो जाता और शायद बच्ची बच भी जाती पर बच्ची को शाम 4:00 बजे मस्तूरी पीएम के लिए लाया गया जब वह दम तोड़ चुकी थी हम बार-बार सभी ग्रामीणों से यह बता रहे हैं कि कभी भी सर्पडंस की कोई भी शिकायत या मामला हो फुक झाड़ कराने से बचे और जितनी जल्दी हो सकें सीधे हॉस्पिटल लेकर आए जिससे पीड़ित की जान को बचाई जा सकें।

क्या ऐसे तांत्रिक पर भी होना चाहिए एफआईआर?

सर्पडंस के कई मामलों में ऐसा देखने को मिला है जहां तांत्रिक पीड़ित परिवार को पूरा आश्वासन देता है विश्वास दिलाता है कि वह सांप द्वारा काटे गए व्यक्ति को बचा लेगा और कई घंटे तक खूब झाड फुक करता है इस बीच सांप द्वारा काटे गए व्यक्ति के शरीर में सांप का जहर तेजी से फैलता है इस स्थिति में उस व्यक्ति को बचाना और भी मुश्किल हो जाता है और अंत में मौत हो जाती है इसलिए *नया भारत* भी आप सबसे अपील करता है कि सर्पडंस का कोई भी मामला आपके सामने हो या कभी आपके आसपास पड़ोसी को हो तो उसको आप तुरंत अस्पताल ले जाने की सलाह दें।

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