छत्तीसगढ़

CG – अग्रवाल बंधुओ द्वारा अग्रसेन महाराज सिंधी समाज प. दीनदयाल उपाध्याय,डा.श्यामा प्रसाद मुखर्जी के लिए अमित बघेल द्वारा आपत्तिजनक टिप्पणी पर FIR कराने थाने का घेराव पढ़े पूरी ख़बर

महासमुंद//राजधानी रायपुर के VIP चौक पर स्थापित छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति से तोड़फोड़ से उपजे विवाद के बाद पंडित दीनदयाल उपाध्याय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और अग्रसेन महाराज, सिंधी समाज के आराध्य भगवान झूलेलाल के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने वाले अमित बघेल के खिलाफ सरायपाली के पुलिस थाने मे FIR दर्ज के लिए अग्रवाल बंधुओ का शान्ति पूर्वक प्रदर्शन।

अग्रवाल बंधुओ ने किया थाना का घेराव

क्रांति सेना के अमित बघेल द्वारा महाराजा अग्रसेन, भगवान झूलेलाल, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के प्रति अभद्र भाषा के उपयोग के विरोध में अग्रवाल बंधुओ ने सरायपाली थाना का घेराव किया और ज्ञापन सौंपकर दोषी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। अमित बघेल के इस अमर्यादित बयान से केवल प्रदेश ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी तीव्र विरोध हो रहा है। इस बयान का विरोध रायपुर, रायगढ़, अंबिकापुर, सरगुजा, सराईपाली सहित प्रदेश के सभी जिलों में किया जा रहा है, जहाँ समाज जन स्थानीय थानों का घेराव कर FIR दर्ज पहुंचे हैं। अग्रवाल समाज के तीव्र विरोध के बाद थाने में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 299 किसी वर्ग के धार्मिक विश्वासों का अपमान करके उसकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य करने के आरोप में FIR दर्ज की है।

सिंधी समाज में भी विरोध

भगवान झूलेलाल पर विवादित टिप्पणी करने पर रायपुर में सिंधी समाज के लोगों ने बैठक लेकर पुलिस से शिकायत करने की सहमति बनाई। छत्तीसगढ़ सिंधी पंचायत के सलाहकार अनूप मसंद ने बताया कि अमित बघेल के बयानों से समाज में रोष है। सिंधी समाज के पदाधिकारियों ने बैठक लेकर पुलिस से शिकायत करने की सहमति बनाई। सिटी कोतवाली थाने में अमित बघेल के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है। बुधवार को रायपुर स्थित छत्तीसगढ़ सिंधी महापंचायत ने भी कोर कमेटी की बैठक रखी, जिसमें अमित बघेल के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर थाने में शिकायत की जाएगी।

क्या है मूर्ति विवाद

दरअसल, रायपुर के VIP चौक पर छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति से तोड़फोड़ की गई। 26 अक्टूबर को छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना मौके पर पहुंची और जमकर हंगामा किया। इस दौरान क्रांति सेना और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प भी देखने को मिली। इस हंगामे के बाद, 27 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति दोबारा स्थापित कर दी गई। पुलिस ने इसी दिन सुबह राम मंदिर के पास से आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया। जांच में पता चला कि आरोपी मानसिक रूप से बीमार था और उसने नशे में मूर्ति तोड़ी थी ।

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