CG BEMETARA :बहुमुखी प्रतिभा की धनी नवाचारी शिक्षिका केवरा सेन व सुनीता राजपूत को मिला राज्यपाल पुरस्कार… राजभवन में महामहिम राज्यपाल ने किया सम्मानित…. बेमेतरा शिक्षा जिला हुआ गौरवान्वित…डाइट प्राचार्य और डीईओ ने दी बधाई..दोनों शिक्षिकाओं को शुभचिंतकों ने दी दिन भर बधाई
बेमेतरा जिले के दो शिक्षिकाओ का आज राज्यपाल के हाथों हुए सम्मान

संजू जैन:7000885784
बेमेतरा—शिक्षक दिवस के अवसर पर आज 5 सितंबर को छत्तीसगढ़ के राज्यपाल महामहिम रमेन डेका के द्वारा प्रत्येक जिले से दो उत्कृष्ट शिक्षकों को राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित किया इनमें बेमेतरा जिले से भी दो शिक्षिकाओं को सम्मानित किया गया है। जिसमें बेरला विकास खंड के अंतर्गत शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कंडरका में कार्यरत नवाचारी शिक्षिका केवरा सेन, और शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कंतेली विकासखंड बेमेतरा की नवाचारी शिक्षिका सुनीता राजपूत के नाम शामिल है इन्हें महामहिम राज्यपाल रमेन डेका ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और स्कूल शिक्षामंत्री गजेंद्र यादव की उपस्थिति में एक गरिमामय समारोह में सम्मानित किया गया। जैसे ही नवाचारी शिक्षिका केवरा सेन व सुनीता राजपूत को सम्मानित किया गया, समुचे जिला, विकासखंड के साथ साथ समूचे अंचल में भी हर्ष और खुशी की लहर दौड़ गई। साथ ही उनके परिवार जन भी गौरवान्वित हो रहे हैं नवाचारी शिक्षिका केवरा सेन छत्तीसगढ़ की अकेली शिक्षिका हैं जिन्होंने पहले स्वयं जापानी भाषा सीखी और उसके पश्चात अब अपने विद्यालय के बच्चों को लगातार जापानी भाषा सीखा रही है एवं अन्तर राज्यीय महाराष्ट्र के बच्चों के साथ ऑनलाइन वार्तालाप भी करती है उनके द्वारा लिखी पुस्तक बेसिक जापानी भाषा का विमोचन महाराष्ट्र के तत्कालीन राज्यपाल महामहिम रमेश बैस किया था। उनकी लिखी हुई इस किताब के आधार पर छत्तीसगढ़ राज्य के साथ साथ महाराष्ट्र के बच्चे भी जापानी भाषा सीख रहे हैं। उनके विद्यालय के बच्चे भी अब उनकी मार्गदर्शन में अब स्पोकन इंग्लिश भी समूह में सीख रहे हैं।नवाचारी शिक्षा केवरा सेन अपने बच्चों तथा आसपास के बच्चों को NMMSE एवं प्रयास के नियमित प्रैक्टिस कराती है। वे अपने बच्चों व विद्यालय के लिए 100% समर्पित शिक्षिका है। वे अपने विद्यालय में बच्चों के लिए बचत बैंक भी खोले हैं। जिसमें बच्चे स्वयं के व्यय के लिए मिले हुए पैसे को शाला स्तर पर केवरा सेन एक गल्ले के माध्यम से सबका अपना अपना एकत्रित करवाती है। लगातार तीन साल तक बच्चे जमा करते हैं। उसके पश्चात् बच्चें उस पैसे का सदुपयोग आगे की कक्षाओं या जरूरत के हिसाब से करते हैं। विद्यालय में औषधि उद्यान है जिनका संचालन व रखरखाव शिक्षिका केवरा सेन एवं ईको क्लब के बच्चों द्वारा किया जाता है तथा औषधि उद्यान एवं उनके गुणों के बारे में भी केवरा सेन ने पुस्तक लिखी है। उनके कार्यो को देखते हुए उन्हें पूर्व में भी अनेकों पुरस्कार एवं सम्मान प्राप्त हो चुके है। CG एप में नायक के रूप सम्मान, कोरोना काल में ऑनलाइन ऑफलाइन, मोहल्ला क्लास के लिए “कोरोना योद्धा” एडिटर एप द्वारा सम्मान,”बाल मित्र” ऑगनबाड़ी में कुपोषण के तहत कार्य करने पर विकास खंड स्तर पर सम्मान, उत्कृष्ट शिक्षक, मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण “ज्ञानदीप”, PLC के तहत कार्य करने पर नंदकुमार (शिक्षा सचिव) महाराष्ट्र के द्वारा महाराष्ट्र में प्रशस्ति पत्र, शून्य निवेश नवाचार में सम्मान, ईको क्लब के तहत राज्य स्तरीय सहभागी बनने पर सम्मान, प्रत्येक साल प्रतिभावान ईको क्लब के बच्चों को सम्मानित करना। TLM निर्माण में जोन स्तरीय सम्मान, लक्ष्य वेध में कार्य करने पर राज्य स्तरीय प्रशस्ति पत्र, NMMSE एवं प्रयास में बच्चों का सलेक्शन होने पर योग ग्रुप बारगांव द्वारा प्रशस्ति पत्र द्वारा सम्मान, NEP 2020 के FLN प्रशिक्षण में ट्रेनर्स के रूप विकासखंड स्तर एवं जिला स्तर पर सम्मान, रक्तदान कर दूसरों को प्रेरित रक्त दान महादान, पढाई छोड़ चुके बच्चों के लिए प्रयास, गाँव की महिलाओं को ओपन परीक्षा में बैठाना, अंगना म शिक्षा के अन्तर्गत बेमेतरा जिले के चारों विकास विकास में SRG के रूप में एक दिवसीय प्रशिक्षण देना। उनके ऐसे ही अनेकानेक कार्यों के कारण ही उन्हें आज राज्यपाल पुरस्कार से नवाजा गया है इसी तरह सुनीता राजपूत शिक्षिका शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कंतेली भी शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली, विद्यालय के प्रति समर्पण की भावना रखने वाली नवाचारी शिक्षिका है कोरोना महामारी के समय ऑनलाइन क्लास लेना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को अत्यधिक महत्व देना,कमजोर बच्चों पर विशेष ध्यान देना,आर्थिक रूप से पिछड़े हुए बच्चों को भरपूर सहयोग करना, शिक्षक पालक संपर्क पर सतत प्रयास करना, नवाचारी गतिविधियों के माध्यम से कक्षा में अध्यापन कार्य कराना शिक्षा एवं कला साहित्य पर अध्यापन कार्य करना व्यावसायिक शिक्षा पर बच्चों को अधिक से अधिक शिक्षा देना। दोनों नवाचारी शिक्षिका महामहिम राज्यपाल के कर कमलों से सम्मानित होगी। राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त होते ही सर्वप्रथम नंद कुमार IAS पूर्व शिक्षा सचिव छत्तीसगढ़ जो अभी वर्तमान में महाराष्ट्र मनरेगा विभाग/शिक्षा विभाग में है, साथ ही महाराष्ट्र के राज्यस्रोत व्यक्ति नीलेश घुगे ने अति प्रसन्नता जाहिर करते हुए फोन द्वारा ही बधाई का संदेश दिये और बहुत प्रसन्नता व्यक्त किये। जिला शिक्षा अधिकारी बेमेतरा जी आर चतुर्वेदी, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डाइट के प्राचार्य जे के घृतलहरे, डाइट व्याख्याता थलज कुमार साहू, कंडरका के प्राचार्य राजेन्द्र झा ने उनके उत्कृष्ट कार्य को देखते हुए और राज्यपाल पुरस्कार मिलने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए बधाई दिये लव साहू पूर्व विकास खंड शिक्षा अधिकारी बेरला,बीईओ बेरला जय प्रकाश करमाकर, बीआरसी बेरला खोम लाल साहू, एबीईओ नारायण ठाकुर, अधेश उइके, सुरेन्द्र पटेल सीएसी, व्याख्याता भुवन लाल साहू, प्रधान पाठक पवन देवांगन, प्रहलाद कुमार टिकरिहा प्रधान पाठक, राजेश यादव, ताकेश्वर साहू, के आर साहू, प्रकाश साहू, जलेश जागड़े, रविशंकर सेन, चेतन साहू, मनीषा कुलकर्णी, गिरिजा पटेल, चंदा सिन्हा, साधना साहू, गोपेश्वरी साहू, शांत कुमार पटेल, रामकुमार साहू, गायत्री जोगी, हिम कल्याणी सिन्हा, अम्बालिका पटेल, राधेश्याम बैस, कुमार वर्मा, महेश साहू, संजीवा राय, अजुंम खान, सागरिका यादव, रागिनी शर्मा, भुवन सिंह ध्रुव, रविकुमार निषाद, राज राजेश्वर राजा एवं समस्त स्टाफ कंडरका संकुल के साथ साथ समस्त लक्ष्य वेध वर्क टीम, एवं ग्राम प्रमुख (सरपंच) रोहित यदु उप सरपंच ने हर्ष व्यक्त करते हुए बधाई दिये है।