CG – बीजेपी की सुशासन राज में मस्तूरी क्षेत्र में वेंटीलेटर पर स्वास्थ्य ब्यवस्था हॉस्पिटल में 5 की पोस्टिंग फ़िर भी रहता हैं बंद सुधार कब यहाँ का मामला पढ़े पूरी ख़बर
बिलासपुर जिले के मस्तूरी विधानसभा में मल्हार के नीचे बसे गांव में स्वास्थ्य व्यवस्था पटरी से उतर चुका है जहां ग्रामीण हस्पताल तो जाते हैं पर उनको इलाज नहीं मिल पा रही है स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही के वजह से हॉस्पिटल टाइम पर नहीं खुल पा रहा है जिनका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है जिसके वजह से हजारों ग्रामीणों को दर-दर भटकना पड़ रहा है और लंबी दूरी तय करके या तो मस्तूरी पहुंचना पड़ रहा है या पचपेड़ी या दूसरे जिले में जाकर इलाज कराने के लिए मजबूर हो रहे हैं ताजा मामला कुकुर्दीकला का है जहां बुधवार को 11:30 बजे तक हॉस्पिटल नहीं खुला था इस बात के गवाह वह तीन ग्रामीण है जो 10:00 बजे से आकर 11:30 बजे तक डॉक्टरों स्वास्थ्य कर्मियों का इंतजार करते रहे नहीं आए तब थक हार कर अपने घर वापस लौट गए तीनो ग्रामीणों से जब हमने पूछा तो उन्होंने बताया कि बगल के गाँव परसोड़ी से यहाँ आए हैं आते आते बारिश में भीग भी गए ठंडी लगती रही फ़िर भी घंटो इंतजार करते रहें वह प्रेगनेंसी की स्वास्थ्य समस्या लेकर यहाँ आए हैं और घंटों इंतजार कर रहे हैं पर कोई भी स्वास्थ्य कर्मी यहां नहीं पहुंचा है जिसके वजह से वह अस्पताल के बाहर ही घंटे खड़े रहे हॉस्पिटल की चैनल गेट पर ताला लटका रहा इस बारे में हमने जब वहां उपस्थित स्टाफ नर्स जो वही गांव में किराए से रहती है जिनका नाम दीप माला कुर्रे है उनसे बातचीत किया तो उन्होंने बताया कि यहां ममता कुंवर आर एम ए दीप माला कुर्रे स्टाफ नर्स राजनंदनी डहरिया मेडिकल ऑफिसर की यहाँ पोस्टिंग हैं हॉस्पिटल टाइम पर नहीं खुलने की सवाल पर वो कहती हैं की वो रात में डिलवरी करा कर आई हैं इसलिए नहीं गई हैं जबकि ममता कुंवर के विषय में बोली की वो आने वाली हैं 12 बजे तक आ जाएगी सोचिए जिस हॉस्पिटल में लोंग 10 बजे इलाज के लिए पहुंच रहें हैं जिसका खुलने का टाइम भी 10 बजे हैं वो 12 बजे तक खुल रहा हैं क्या यही हैं बीजेपी सरकार की सुशासन ब्यवस्था?
क्या बोलें मस्तूरी बी एम ओ…
मस्तूरी क्षेत्र के स्वास्थ्य विभाग प्रमुख अनिल सिंह (BMO)बताते हैं कि हस्पताल में पोस्ट कुछ स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल पर है जिनकी हड़ताल बुधवार को ही समाप्त हो रही है फिलहाल वहां दो स्टाफ नर्स और एक आर एम ए सेवा दे रहे हैं मामला संज्ञान में नहीं था अगर ऐसी लापरवाही बरती जा रही है तो इन पर निश्चित रूप से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।