छत्तीसगढ़

CG – करोड़ों का काला खेल 7 महीने से सौदा पत्र गायब लगभग 750 टन धान के शुल्क का हेराफेरी आरटीआई ने खोला राज पढ़े पूरी ख़बर

महासमुंद//बसना उपज मंडी मे सात महीने तक सौदा पत्र जारी हीं नहीं हुआ करोडो का मंडी शुल्क का बंदर बाट किये जाने की आशंका
बता दे क़ृषि उपज मंडी बसना क्षेत्र अंतगर्त 100 पंचायतो से अधिक क्षेत्र आता है उन पंचायतो मे रबी फसल से लगभग 900 टन से अधिक का उपज किसानो द्वारा उपज किया जाता उन उपजो को स्थानीय व्यापारियों व राईस मिलरों द्वारा क्रय किया जाता उक्त क्रय संबधित सौदा पत्र स्थानीय मंडी द्वारा मंडी शुल्क लेकर जारी किया जाता है जिसकी 1 प्रति किसान को 1 प्रति व्यापारी को 1 प्रति क़ृषि उपज मंडी कार्यालय मे जमा होता है परन्तु क़ृषि उपज मंडी बसना द्वारा दिनांक 1/1/2025 से 1/7/2025 तक कोई भी अनुबंध जारी नहीं किया गया जबकि लायसेंस धारी व्यापारी द्वारा 1/1/2025 से 1/9/2025 तक रबी फसल का मात्र 150 टन धान को क्रय किये जाने की जानकारी आर टी आई से हुई
उक्त 150 टन उपज (धान ) को स्थानीय व्यापारियों द्वारा लगभग 1200 से 1500 के बीच मे क्रय किया गया

जबकि 100 से अधिक पंचायतो तक फैला क़ृषि उपज मंडी बसना का कार्य क्षेत्र उसमे से प्रति पंचायत से मात्र 1.5 टन की औसत से किसानो के द्वारा रबी फसल विक्रय किया जाना पाया गया जो मंडी अधिकारी व व्यापारियों की साँठ गाँठ को दर्शाता है मात्र प्रति पंचायत 1.5 टन विक्रय हुआ तो इस क्षेत्र मे लगभग 900 टन के आसपास उपज मे से बचत रबी फसल जो लगभग 750 टन कहाँ गायब हुआ या गोदामों व राईस मीलों मे दबा कर रखा गया तो नहीं जाँच का विषय है

अंदेशा है की उक्त रबी फसल धान आगामी खरीफ फसल खरीदी धान उपार्जन केन्द्रो मे शासकीय दर जो 3100 है खापाने को रखे जाने का संदेह भी है

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