रायपुर। छत्तीसगढ़ में एक और मनी लांड्रिंग और भ्रटाचार का मामला सामने आया है। छत्तीसगढ़ राज्य विपणन निगम लिमिटेड के डीजीएम और प्रभारी एमडी नवीन प्रताप सिंह तोमर पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगा है। ईडी की जांच के बाद DGM समेत 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। आपको बता दें कि DGM नवीन प्रताप सिंह तोमर पर रिश्वत लेने का गंभीर आरोप लगा था। आरोप था कि डीजीएम की तरफ से बिलों को पास करने के एवज में 8 प्रतिशत रिश्वत लिया जाता था।
शिकायत के बाद ईडी ने छापा मारकर कार्यालय से नगदी 28.80 लाख रुपए जप्त किये थे। आरोपियों नवीन प्रताप सिंह तोमर तत्कालीन डीजीएम , बीआर लोहिया , अजय लोहिया , प्राइवेट व्यक्ति अभिषेक कुमार सिंह, तिजउराम निर्मलकर, नीरज कुमार, देवांश देवांगन , जितेन्द्र कुमार निर्मलकर , लोकेश्वर प्रसाद सिन्हा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
शिकायत के मुताबिक छत्तीसगढ़ राज्य विपणन निगम लिमिटेड (CSMCL) के DGM और प्रभारी MD नवीन प्रताप सिंह तोमर, मैन-पावर टेंडर ठेकेदारों से उनके बिलों को मंजूरी देने के बदले में नकद रिश्वत ले रहे थे। ईडी की टीम ने 29 नवम्बर 2023 को सीएसएमसीएल के कार्यालय के पास किए गए तलाशी अभियान के दौरान, अभिषेक कुमार सिंह व तिजउराम निर्मलकर को देवांश देवांगन व जितेंद्र कुमार निर्मलकर को 28.80 लाख रुपये नकद देते पकड़ा गया।
पूछताछ में पता चला कि अभिषेक कुमार सिंह व तिजउराम निर्मलकर (नकद देने वाले) मेसर्स ईगल हंटर सॉल्यूशंस लिमिटेड के कर्मचारी हैं, जो सीएसएमसीएल को मैनपावर प्रदान करता है। उन दोनों ने स्वीकार किया कि अभिषेक कुमार सिंह को उनकी कंपनी के वरिष्ठ कर्मचारी नीरज कुमार ने नवीन प्रताप सिंह तोमर (एमडी सीएसएमसीएल) के प्रतिनिधियों को 28.80 लाख रुपये की नकद रिश्वत सौंपने का निर्देश दिया था।
इसके अलावा, देवांश देवांगन, जितेंद्र कुमार निर्मलकर (रिश्वत प्राप्तकर्ता) ने स्वीकार किया कि उन्हें मेसर्स फॉर्च्यून बिल्डकॉन के मालिक, उनके रियल एस्टेट बॉस लोकेश्वर प्रसाद सिन्हा द्वारा नकदी एकत्र करने के निर्देश दिए गए थे। लोकेश्वर प्रसाद सिन्हा ने पूछताछ में खुलासा किया कि उन्हें नवीन प्रताप सिंह तोमर द्वारा नकदी एकत्र करने के लिए कहा गया था। उन्होंने नकदी संग्रह के लिए केवल अपने कर्मचारी (जितेंद्र) का मोबाइल नंबर नवीन प्रताप सिंह तोमर के साथ साझा किया।
नीरज कुमार (मेसर्स ईगल हंटर्स) ने खुलासा किया कि नवीन प्रताप सिंह तोमर अक्सर अपने बिलों को मंजूरी देने के बदले में जनशक्ति(मैन पॉवर) एजेंसियों से बिल राशि का 8% की दर से अवैध रिश्वत मांगते थे। मैनपावर सप्लाई करने वाली कंपनी मेसर्स ईगल हंटर सॉल्यूशंस लिमिटेड ने हाल ही में सीएसएमसीएल ऑफिस में 3.43 करोड़ रुपये के बिल जमा किए थे, लेकिन तोमर ने बिल क्लियर करने के बदले में 29.40 लाख रुपये की रिश्वत देने के लिए मजबूर किया। तोमर ने उन्हें धमकी दी कि जब तक रिश्वत की रकम उन्हें नहीं दी जाती, उनके बिल क्लियर नहीं किए जाएंगे। इस प्रकार 29.40 लाख रुपये की नकदी मेसर्स ईगल हंटर सॉल्यूशंस लिमिटेड के बैंक खाते से 29.11.2023 को आईसीआईसीआई बैंक, रायपुर से निकाल ली गई। जांच में पता चला है कि 29.4 लाख रुपये में से 60,000 रुपये मेसर्स ईगल हंटर सॉल्यूशंस लिमिटेड के ऑपरेशन मैनेजर ने रख लिए और शेष 28.8 लाख रुपये की राशि अभिषेक सिंह व तिजाउराम को श्री तोमर द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों को नकदी पहुंचाने के लिए सौंप दी। ईडी की टीमों ने नकदी से भरा एक काले रंग का बैग बरामद किया। नकदी और मोबाइल फोन जब्त कर आपत्तिजनक चैट और कॉल लॉग बरामद किए गए हैं।