CG – चक्काजाम स्थगित चिल्हाटी सामुदायिक भवन में पचपेड़ी क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की हुई मीटिंग जल्द समस्या दूर कराने मिला अस्वासन इन बातों से आक्रोश पढ़े पूरी ख़बर
बिलासपुर//मस्तूरी विधानसभा के जोंधरा पचपेड़ी क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं के लिए जूझ रहे ग्रामीणों ने आज नेशनल हाईवे 49 पर चक्का जाम करने का पूरा खाका तैयार कर लिया था पर यह बात जैसे ही मस्तूरी क्षेत्र के उच्च अधिकारियों को पता चला उन्होंने क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधियों को बुलाकर एक मीटिंग रखी और मीटिंग में बिजली विभाग पी डब्लू डी विभाग पीएचई के उच्च अधिकारी भी उपस्थित रहे जहां जनप्रतिनिधियों को चिल्हाटी के सामुदायिक भवन में बुलाकर यह मीटिंग रखा गया था उपस्थित सैकड़ो जन प्रतिनिधियों को मस्तूरी क्षेत्र के अधिकारी समझाने में कामयाब रहे और होने वाला चक्का जाम स्थगित हो गया है क्षेत्र के जनप्रतिनिधि बताते हैं कि अधिकारियों ने कहा है कि उनको कुछ समय चाहिए जिससे वह क्षेत्र की समस्याओं को दूर कर सकें और सभी जनप्रतिनिधियों को अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि उनको चक्का जाम करने की जरूरत नहीं पड़ेगी उनकी सारी समस्याओं को वह उच्च अधिकारी तक पहुंचाएंगे और जल्द से जल्द उन सभी समस्याओं को दूर किया जाएगा जिसके लिए वो कलेक्टर साहब को ज्ञापन सौंप आए हैँ।
बिजली की समस्या…
क्षेत्र में बिजली की समस्या सबसे ज्यादा हैँ ग्रामीण लगातार क्षेत्र के अधिकारियो से लेकर कर्मचारियों पर आरोप लगाते हैँ की क्षेत्र में बिजली की असीमित कटौती से परेशान हैँ बिना बताय सुचना के बिना ही बिजली घंटो काटी जाती हैँ ऊपर से लों वोल्टेज और सबसे बड़ी बात जब ग्रामीण इन अधिकारीयों को फ़ोन लगाते हैँ जानकारी लेने तो यों कॉल भी नहीं लेते।
सड़क की समस्या…
पचपेड़ी के निचे बेल्ट में बहुत से गाँव ऐसे हैँ जहां सड़क की हालात इतनी दयनीय हैँ की चलना दुस्वार हैँ ये तकलीफ तब और बढ़ जाती हैँ जब इन गढ़ढ़ो में पानी भर जाता हैँ और समझ नहीं आता कहाँ गढढ़ा हैँ और कहाँ से निकलना हैँ इससे सबसे ज्यादा प्रभावित स्कूली छात्र छात्राएं होते हैँ जो अनचाहे दुर्घटनाओ का शिकार हो जाते हैँ और स्कूल में अपसेन्ट होते हैँ जो चोट लगती हैँ वो अलग इससे गर्भवती महिलाओं को भी आने जानें में भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता हैँ।
जल जीवन मिशन को लेकर भारी आक्रोश…
जोंधरा से मस्तूरी तक ऐसा एक भी गाँव नहीं होगा जहां जल जीवन मिशन के तहत बनें करोड़ों के पानी टंकी सुचारु रूप से पानी की सप्लाई कर रही हो कही आज भी पानी टंकी का कार्य अधर में लटका हैँ कही पूरा हुआ हैँ पर दिखाने के लिए सिर्फ गांव का सोभा बढ़ाने के लिए करोड़ों का खर्च किया तो गया पर पानी की सप्लाई कही पहुंच रही कही नहीं इसके पाइप लाइन के लिए जो गाँव का सीसी रोड खोदा गया वो आज भी अधूरा पड़ा हैँ बरसात में तो सभी को पानी मिल जाती हैँ पर इनकी समस्या गर्मी के दिनों में बढ़ जाती हैँ जोंधरा और मस्तूरी क्षेत्र में ऐसे दर्जनों गाँव हैँ जहां पानी की भारी किल्लत होती हैँ और इतना खर्चा करने के बाद भी स्थिति ज्यों की त्यों बनी रही तो क्या मतलब करोड़ों खर्च करने का यही कारण हैँ की ग्रामीण इनसे भारी चिढ गए हैँ अधिकारी भी यहाँ शिकायत पर कोई ध्यान नहीं देते।