CG – खूटपदर में सूपरस्पेसलिटि हास्पिटल निर्माण और इस्पात संयंत्र का विनिवेशीकरण रहा प्रमुख मुद्दा : पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने भरी खूटपदर से हूंकार,14 किमी न्याय यात्रा कर कमिश्नर को राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन…
पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने भरी खूटपदर से हूंकार,14 किमी न्याय यात्रा कर कमिश्नर को राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन
शहर जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुशील मौर्य के नेतृत्व में जगह जगह हुआ न्याय यात्रा का भव्य स्वागत
खूटपदर में सूपरस्पेसलिटि हास्पिटल निर्माण और इस्पात संयंत्र का विनिवेशीकरण रहा प्रमुख मुद्दा
खूटपदर से हजारों की संख्या में कांग्रेसी पहुंचे जगदलपुर
जगदलपुर। आज छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज जी के नेतृत्व में बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित छत्तीसगढ़ न्याय यात्रा के तहत नगरनार ख़ुटपदर से जगदलपुर तक ख़ुटपदर के कोपागुडा में सुपर स्पेशलिस्ट आसपास की मांग, एनएमडीसी विनिवेशीकरण पर रोक लगाने, एनएमडीसी प्रभावित गांवों के लोगों को सीएसआर की राशि प्रदान करने, नगरनार एनएमडीसी में स्थानीय युवाओं को रोजगार दिलाने व एनएमडीसी मुख्यालय जगदलपुर में लाने की पांच सूत्रीय मांगों को लेकर ऐतिहासिक 13 किलोमीटर की पदयात्रा की।
ख़ुटपदर से यात्रा निकालने से पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने ख़ुटपदर के शीतला मारा मंदिर यात्रा की सफलता हेतु पूजा अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया व इस छत्तीसगढ़ न्याय यात्रा की शुरुआत करी।
इस दौरान ऐतिहासिक जनसैलाब के साथ हजारों की संख्या में कांग्रेसियों ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के नेतृत्व में ख़ुटपदर से जगदलपुर की पदयात्रा कर पांच सूत्रीय मांगों की तत्काल बहाली हेतु माननीय राज्यपाल के नाम बस्तर कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा गया।
बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी के शहर अध्यक्ष सुशील मौर्य के नेतृत्व में ख़ुट्पदर से जगदलपुर पहुंची ऐतिहासिक छत्तीसगढ़ न्याय पदयात्रा के नेतृत्वकर्ता दीपक बैज जी का शहर के माडिन चौंक, माडिया चौंक, कुम्हारपारा चौंक, एसबीआई चौंक और शहीद पार्क चौंक पर भव्य स्वागत किया गया।
PCC चीफ दीपक बैज ने कहा कि, कांग्रेस सरकार में अस्पताल के लिए जमीन आवंटन हुआ था। बस्तर में प्रस्तावित सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बनना था।बस्तर के कोपागुड़ा में प्रस्तावित सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल को बनाना रद्द कर दिया गया है।BJP सरकार नहीं चाहती बस्तर में अच्छा अस्पताल बने, अस्पताल और जमीन आवंटन को निरस्त कर दिया।PCC चीफ दीपक बैज ने कहा,जिस तरह से बस्तर नगरनार स्टील प्लांट में वहां के ग्रामीणों ने अपनी जमीन दी। जिसके बाद नगरनार प्लांट बना और वहां उत्पादन भी शुरू हुआ है।,जब भी कोई कंपनी जमीन अधिग्रहण करती है और डीपीआर तैयार करती है। तब शिक्षा और स्वास्थ्य की व्यवस्था वहां के प्रभावित लोगों के लिए पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। 5 साल जब हमारी सरकार थी, तब वहां कोपागुड़ा में सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के लिए जमीन चयनित की गई थी।प्रभावितों के लिए अस्पताल जरूरी है और इसे बनाने की प्रक्रिया तत्काल शुरू करनी चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा नगरनार स्टील प्लांट का विनिवेशीकरण घातक निर्णय है। विनिवेशीकरण जनता के हितों के खिलाफ है और इसे केवल निजीकरण की साजिश के रूप में देखा जा सकता है। राष्ट्रीय संपत्ति की लूट नगरनार जैसे नवरत्न प्लांट का विनिवेशीकरण और इसके बाद निजीकरण भाजपा सरकार और प्रबंधन की पूंजीपतियों को खुश करने की नीति को उजागर करता है। यह जनता की संपत्ति को पूंजीपतियों के हाथों सौंपने का एक घातक प्रयास है। आर्थिक अस्थिरता विनिवेशीकरण के बाद इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर समाप्त हो आएंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। वहीं बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक में पारित प्रस्ताव के तहत 22 एकड़ जमीन खूंटपदर में आबंटित की गई थी जिस पर एनएमडीसी की साफ प्रतिक्रिया आई है कि अब हम अस्पताल नहीं बनाएंगे। एनएमडीसी ने वादा किया था कि अस्पताल हम बनाएंगे किंतु भारतीय जनता पार्टी की सरकार उस प्रोजेक्ट पर पूर्णतः ग्रहण लगा चुकी है कुल मिलाकर यह सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर गंभीर नहीं है। लगातार जनता की आवाज को अनसुना किया जा रहा है। यह लोकतांत्रिक मूल्यों का अपमान है।सीएसआर मद की राशि प्रभावित गांवों के लोगों का हक है, जिसे छीना जा रहा है सीएसआर के तहत प्रभावित क्षेत्र के विकास के लिए निर्धारित राशि अभी तक जारी नहीं की गई है। यह एक बड़ी विफलता है। सीएसआर फंड जारी नहीं करना प्रभावित क्षेत्रों की जनता के अधिकारों का हनन करने जैसा है। कुल मिलाकर भाजपा सरकार ने बस्तरवासियों को सिर्फ छला है, साथ ही विकास कार्य से हमेशा वंचित रखा है। सिर्फ पूंजीपतियों की सेवा में सीएसआर मद का उपयोग पूंजीपतियों के लाभ के लिए किया जा रहा है। जनता के साथ धोखा, एनएमडीसी क्षेत्र के युवाओं के लिए रोजगार का प्रमुख स्त्रोत है मगर अब तक स्थानीय लोगों को रोजगार देने के वादे को नजरअंदाज किया गया है। स्थानीय युवाओं को रोजगार न देकर बाहरी लोगों को काम पर रखा जा रहा है। यह क्षेत्रीय जनता के साथ अन्याय है।
दीपक बैज ने कहा कि रोजगार के अभाव में क्षेत्र के युवा मजबूर होकर अन्य स्थानों पर रोजगार प्राप्त करने के लिए पलायन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एनएमडीसी का मुख्यालय जगदलपुर में लाया जाए, स्थानीय युवाओं को रोजगार दिया जाए एवं उन्हें प्रशिक्षित कर रोजगार के योग्य बनाया जाए। एनएमडीसी नगरनार प्लांट का विनिवेशीकरण, अधूरा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, सीएसआर फंड का जारी ना होना और स्थानीय लोगों को रोजगार ना मिलना यह सभी क्षेत्र के विकास में बाधक है। केंद्र और प्रदेश की साय सरकार सिर्फ पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने का कार्य कर बस्तर का दोहन कर रही है। इन सभी प्रमुख मांगो को लेकर बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा द्वारा आयोजित इस ख़ुटपदर से जगदलपुर तक की छत्तीसगढ़ न्याय पदयात्रा कर माननीय राज्यपाल के नाम बस्तर कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा गया है।
इस दौरान राष्ट्रीय छत्तीसगढ़ सह प्रभारी सचिव संपत कुमार, जिलाध्यक्ष सुशील मौर्य, राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम, विधायक लखेश्वर बघेल, सावित्री मंडावी,पूर्व विधायक मोहन मरकाम, रेखचंद जैन, राजमन बेजाम, विकास उपाध्याय, कोको पाढ़ी, राजीव शर्मा, आकाश शर्मा, कविता साहू सहित समस्त ब्लॉक अध्यक्षगण,युवा कांग्रेस, एनएसयूआई, सेवादल के अध्यक्ष व कार्यकर्ता, विभिन्न प्रकोष्ठ के अध्यक्षगण सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता व ग्रामीणजन मौजूद थे।