छत्तीसगढ़

CG – डीआईजी/एसएसपी सूरजपुर ने राहवीर योजना, आई रेड प्रशिक्षण, साइबर अपराध व अवैध प्रवासियों की सख्ती से चेकिंग कराने वर्चुअल बैठक का किया आयोजन…

डीआईजी/एसएसपी सूरजपुर ने राहवीर योजना, आई रेड प्रशिक्षण, साइबर अपराध व अवैध प्रवासियों की सख्ती से चेकिंग कराने वर्चुअल बैठक का किया आयोजन, सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अस्पताल ले जाकर उपचार कराने वाले को ‘‘राहवीर’’ योजना के तहत पुरस्कार स्वरूप मिलेगा 25 हजार रूपये, वर्चुअल प्रशिक्षण में 224 पुलिस अधिकारी, विवेचक, जिले के सभी बीट प्रभारी जुड़े, नए बीट प्रणाली की सक्रियता से पुलिस ने कई गुम बच्चों को किया दस्तयाब।

सूरजपुर। डीआईजी व एसएसपी प्रशांत कुमार ठाकुर ने ‘‘राहवीर’’ योजना जिसके तहत सड़क दुर्घटना में पीड़ित व्यक्ति की जान बचाने उसे फौरन अस्पताल पहुंचाकर उपचार सुनिश्चित कराई हो उन्हें पुरस्कार स्वरूप 25 हजार रूपये प्रदाय कराने, साइबर अपराध की रोकथाम, अवैध प्रवासियों की चेकिंग, बीट प्रणाली सिस्टम में मजबूती से कार्य कराने एवं सड़क हादसों की रोकथाम और इसकी वजह जानने के लिए आई रेड एप में नियमित जानकारी अपलोड कराने को लेकर सोमवार, 26 मई 2025 को वर्चुअल माध्यम से प्रशिक्षण का आयोजन कराया जिसमें जिले 224 पुलिस अधिकारी, थाना-चौकी प्रभारी, विवेचक सहित समस्त बीट प्रभारी गण जुड़ते हुए प्रशिक्षण हासिल किया।

डीआईजी व एसएसपी प्रशांत कुमार ठाकुर ने सभी पुलिस अधिकारियों व बीट प्रभारियों को कहा कि गंभीर सड़क हादसों में पीड़ित व्यक्ति की तत्काल सहायता करके दुर्घटना के स्वर्णिम समय (गोल्डन ऑवर) के भीतर अस्पताल पहुंचाकर चिकित्सा प्रदान कराकर जान बचाई हो ऐसे आम नागरिकों को ‘‘राहवीर’’ नेक व्यक्ति को 25 हजार रूपये पुरस्कार स्वरूप दिलाने की पूर्ण रूपरेखा के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि राहवीर योजना के बारे में प्रत्येक गांव में चलित थाना व अन्य जन जागरूकता अभियान के दौरान व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार करें ताकि लोग सड़क हादसे में घायल व्यक्ति की मदद के लिए आगे आए।

वर्चुअल प्रशिक्षण में 224 पुलिस राजपत्रित अधिकारी, समस्त थाना-चौकी प्रभारी व सभी बीट प्रभारी जुड़े थे जिनसे डीआईजी व एसएसपी ने नए बीट प्रणाली के कार्यो के बारे में जानकारी ली और कहा कि आपकी सक्रियता पूर्वक बीट क्षेत्र में कार्य करने से कई गुम बच्चों को दस्तयाब करने में सफलता मिली है साथ इी इन बीट के वाटसएप ग्रुप में कई अवैध कार्यो की सूचना पर कार्यवाही हुई है जिसका श्रेय आपको और बीट में जुड़े लोगों को जाता है जिन्होंने समय पर जानकारी आदान-प्रदान कर बच्चों को दस्तयाबी सहित अन्य सूचनाओं को देने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है आगामी दिनों में ऐसे लोगों को सम्मानित किया जायेगा।

ऑनलाईन प्रशिक्षण में आई-रेड के ड्रिस्टिक रोलआउट मैनेजर जयप्रकाश मेश्राम ने जिले में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं का आई-रेड (इन्टीग्रेटेड रोड़ एक्सीडेंट डेटाबेस) ऑनलाईन मोबाईल अथवा कम्प्यूटर में इंट्री शत-प्रतिशत कैसे की जाए इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी गई और इससे जुड़े विवेचकों के सवाल का समाधान किया। वर्तमान में आई रेड का वर्ष 2022 से 2024 तक सभी दुर्घटनाओं की इंटी पूर्ण हो चुकी है एवं वर्ष 2025 का हाल के 5 दुर्घटना का इन्ट्री करना शेष है जिसे जल्द पूर्ण करने कहा। गौरतलब है कि आई रेड सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए एक डेटाबेस तैयार किया जा रहा है जिसमें पुलिस, स्वास्थ्य, परिवहन और सड़क निर्माण से सम्बन्धित विभाग शामिल हैं।

बैठक में पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि आधुनिक दौर में किस प्रकार धोखेबाज कैसे किसी नागरिक को लालच का जाल बिछाकर धोखाधड़ी को अंजाम देता है, बचाव के क्या-क्या उपाए है, सोना सफाई के नाम पर लोगों के हो रहे धोखाधड़ी से बचाव, क्षेत्र के लोगों को साइबर अपराध से बचाव की दिशा में कैसे बेहतर कार्य किए जाए इसके बारे में विस्तार से बताया और इन जानकारियों को लोगों तक व्यापक रूप साझा करने के निर्देश दिए। उन्होंने अवैध प्रवासियों एवं किरायेदारों की चेकिंग का ब्यौरो लेते हुए इस अभियान को व्यापक रूप से चलाने के निर्देश दिए।

वर्चुअल प्रशिक्षण/बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो व सभी पुलिस राजपत्रित अधिकारी, जिले के थाना-चौकी प्रभारी व समस्त विवेचकगण मौजूद रहे।

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