छत्तीसगढ़

CG – इस योजना से जुड़े लोगों की बल्ले-बल्ले, इतने उपभोक्ताओं का बिजली बिल हुआ शून्य……

रायपुर। सोलर पैनल लगाने से प्रदेशभर के सैकड़ों उपभोक्ताओं का बिजली बिल शून्य आने लगा है। प्रकाश मोबाइल ऐप की जानकारी के अनुसार प्रदेशभर के सोलर पैनल लगाने से 1312 उपभोक्ताओं का बिजली बिल शून्य हो गया है। इसके अलावा सोलर से अधिक उत्पादन होने पर उपभोक्ता अपनी बिजली बेच भी रहे हैं। प्रदेशभर मे वर्तमान में 1 लाख से ज्यादा उपभोक्ता सोलर पैनल लगाने के लिए आवेदन कर चुके हैं। सोलर पैनल की आयु 25 वर्षों तक होती है। यानि 25 वर्षों तक सोलर से उपभोक्ता मुफ्त बिजली का लाभ ले सकेगा।

यह सब्सिडी केवल डीसीआर पैनल (Domestic Content Requirement) यानि मेड इन इंडिया सोलर पैनल और उपकरण लगाने पर ही उपभोक्ताओं को सब्सिडी मिलेगी। नान डीसीआर पैनल लगाने पर न राज्य और न ही केंद्र सरकार दोनों प्रकार की सब्सिडी उपभोक्ताओं को नहीं मिलेगी। इसलिए उपभोक्ता वेंडर चुनते समय इस बात की सावधानी और जानकारी रखने की जरूरत है। चीन निर्मित या न देशों से निर्मित सोलर पैनल वेंडर की ओर से उपभोक्ता द्वारा लगाने पर कोई भी सब्सिडी प्रदान नहीं की जाएगी और उपभोक्ता को पैनल लगाने का पूरा खर्च स्वयं वहन करना पड़ेगा।

राज्य और केंद्र दोनों से सब्सिडी देने का नियम

3 किलोवाट तक के कनेक्शन में 1.08 लाख रुपए सब्सिडी

ऐसे मिलेगा लाभ

-1 किलोवॉट क्षमता के सोलर प्लांट से प्रतिमाह औसतन 120 यूनिट बिजली उत्पादन होता है, जिस पर 30000 केंद्र से व 15000 रुपए राज्य से, कुल 45,000 की वित्तीय सहायता दी जाती है। उपभोक्ता को लगभग 15000 स्वयं वहन करने होते हैं।

-2 किलोवॉट प्लांट के लिए प्रतिमाह औसतन 240 यूनिट उत्पादन संभव है, जिस पर 90000 तक कुल सब्सिडी मिलती है, जिसमें 60000 केंद्र $और 30000 राज्य से मिलती है। उपभोक्ता को केवल 30000 खर्च करना होता है।

-3 किलोवॉट क्षमता के प्लांट से प्रतिमाह औसतन 360 यूनिट उत्पादन संभव है, और इसमें 78000 केंद्र से 30000 रुपए राज्य यानी कुल 108000 रुपए की सहायता मिलती है। उपभोक्ता को 72000 वहन करना पड़ता है, जो ऋण पर भी उपलब्ध है।

Related Articles

Back to top button