छत्तीसगढ़

CG – पूर्व माध्यमिक विद्यालय बूढ़ीखार में जनभागीदारी से बदली तस्वीर वर्षों से जर्जर छत की हुई मरम्मत, गांव व शिक्षक बनें मिसाल पढ़े पूरी ख़बर

बिलासपुर//बूढ़ीखार (जनपद क्षेत्र क्र. 17): शिक्षा के क्षेत्र में एक अनुकरणीय मिसाल पेश करते हुए पूर्व माध्यमिक विद्यालय बूढ़ीखार में समाज और संस्था के संयुक्त प्रयास से एक बड़ी समस्या का समाधान हुआ। वर्षों से जर्जर अवस्था में पड़ी विद्यालय की छत अब सुरक्षित और उपयोगी हो चुकी है। इस सराहनीय कार्य में गांव के जनप्रतिनिधियों शिक्षकों और नागरिकों ने आर्थिक सहयोग कर यह सिद्ध कर दिया कि जब समाज ठान ले तो बदलाव निश्चित होता है।

इस कार्य की पहल विद्यालय के प्राचार्य के.आर. रजक और प्रधान पाठक बीरबल थवाईत की दूरदर्शिता और संकल्प से प्रारंभ हुई। उन्होंने विद्यालय भवन की जर्जर छत को देखते हुए उसे ठीक कराने की ठानी और बिना किसी सरकारी सहयोग की प्रतीक्षा किए गांव के जनप्रतिनिधियों और नागरिकों को साथ लेकर कार्य को अंजाम दिया।

इस मुहिम में प्रमुख रूप से सहयोग देने वालों में जनपद सदस्य ज्वाला बंजारे,ग्राम पंचायत बूढ़ीखार के सरपंच दीपक लहरें,वरिष्ठ नागरिक भरत थवाईत,दीपक गुप्ता,वैष्णव मध्य नगरी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक जितेंद्र थवाईत और शाला विकास समिति के अध्यक्ष रामकुमार साहू शामिल रहे। सभी ने अपने-अपने स्तर पर आर्थिक और नैतिक सहयोग देकर इस कार्य को सफल बनाया।

इस अवसर पर जनपद सदस्य ज्वाला बंजारे ने अपने उद्बोधन में कहा

“आज हम एक ऐसे कार्य का साक्षी बने हैं, जो सच्चे अर्थों में समाज के लिए प्रेरणा है। जब कोई शिक्षक अपने वेतन या अपनी जेब से विद्यालय की मरम्मत कराता है, तो यह सिर्फ एक निर्माण कार्य नहीं, बल्कि भविष्य गढ़ने का संकल्प होता है।”

उन्होंने आगे कहा कि—

मैं स्वयं को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मुझे इस नेक कार्य में सम्मिलित होने का अवसर मिला। मैं प्राचार्य श्री के.आर. रजक और प्रधान पाठक श्री बीरबल थवाईत को हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित करता हूं, जिन्होंने इस बीड़ा को उठाया और सफलतापूर्वक संपन्न किया।”

कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित जनों ने विद्यालय की उन्नति, बच्चों के उज्ज्वल भविष्य और गांव में सुख-शांति की कामना की। इस प्रकार बूढ़ीखार ने यह साबित कर दिया कि जब समाज और स्कूल साथ मिलकर काम करें, तो हर बाधा दूर की जा सकती है।

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