CG – पूर्व मुख्यमत्री भूपेश बघेल के करीबी और तांत्रिक केके श्रीवास्तव को हुई जेल, इस मामले में हुई कार्रवाई, लगे ये गंभीर आरोप….

रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी केके श्रीवास्तव को पुलिस ने रिमांड खत्म होने पर अदालत में पेश कर 14 दिनों की न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया है। केके श्रीवास्तव को भोपाल के एक होटल से 20 जून को गिरफ्तारी के बाद 12 दिनों के लिए रिमांड लिया गया था। रिमांड खत्म होने के बाद आज सीजेएम अदालत में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
10 माह पहले रायपुर के तेलीबांधा थाने में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट लिमिटेड 500 करोड रुपए का ठेका दिलवाने का झांसा दे 15 करोड़ रुपए वसूलने की शिकायत नोएडा की रावत एसोसिएट्स कंपनी के मालिक अर्जुन रावत ने की थी। रावत एसोसिएट्स हाईवे कंस्ट्रक्शन, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट और हाईवे कंस्ट्रक्शन निमार्ण का काम करती है। स्मार्ट सिटी लिमिटेड रायपुर में 500 करोड रुपए का ठेका दिलवाले का झांसा दे 15 करोड रुपए केके श्रीवास्तव ने वसूल लिए थे। शिकायत पर केके श्रीवास्तव उनके बेटे कंचन श्रीवास्तव के खिलाफ तेलीबांधा थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। तब से केके और उनका बेटा फरार हो गया था। उनकी जमानत याचिका भी हाईकोर्ट से खारिज हो गई थी। तत्कालीन एसएसपी संतोष सिंह ने केके श्रीवास्तव को भगोड़ा घोषित करते हुए इनाम घोषित कर दिया था।
पुलिस ने केके श्रीवास्तव को भोपाल के एमराल्ड होटल से गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए 12 दिन की रिमांड में लिया था। पुलिस को जांच में जानकारी मिली कि जिन खातों में केके श्रीवास्तव ने रकम ली थी उन खातों से जोमैटो, स्विगी में काम करने वाले लड़कों के नाम से ही करोड़ों रुपए ट्रांजैक्शन किए गए हैं। इसकी जानकारी ईडी को भी दी गई थी। ईडी ने केके के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का अपराध दर्ज किया था।
पूछताछ में कई महत्वपूर्ण सुराग पुलिस को मिले हैं। पूछताछ में जानकारी मिली है कि कई बड़े राजनेताओं को रकम केके श्रीवास्तव पहुंचाता था और उनके ब्लैक मनी को वाइट मनी में भी कन्वर्ट करता था। सरकार में अपने ऊंचे संपर्क के हवाले वह ट्रांसफर पोस्टिंग भी करवाता था। फरारी के दौरान वहां देश के कई राज्यों के अलावा नेपाल में भी छुपा रहा। पुलिस से ट्रेस होने से बचने के लिए उसने 20 लाख रुपए के फोन तोड़ डाले थे।
पुलिस की पूछताछ में जानकारी लगी है कि 10 से 17 जुलाई 2023 तक मात्र एक हफ्ते में 20 करोड रुपए से अधिक की रकम कई कंपनियों में ट्रांसफर की थी। दस्तावेजों के अनुसार, एनएस इंटरप्राइजेस, आरएच इंटरनेशनल, सुहाना इंटरप्राइजेस, अरोजेट इंटरप्राइजेस और डीपी ओसिएन इंटरप्राइजेस के खातों में बड़ी मात्रा में धनराशि भेजी गई। आज तेलीबांधा पुलिस ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में केके श्रीवास्तव उर्फ़ कृष्ण कुमार श्रीवास्तव को पेश किया और 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा है।