CG – पूरी दुनिया में जो विनाश की रूप रेखा तैयार हो रही है, उससे बचने और बचाने के लिए 80 दिन साधना करना है और कराना है – बाबा उमाकान्त महाराज

पूरी दुनिया में जो विनाश की रूप रेखा तैयार हो रही है, उससे बचने और बचाने के लिए 80 दिन साधना करना है और कराना है – बाबा उमाकान्त महाराज
80 दिनों में कोशिश करो कि कोई ऐसी जगह ना छूटे, जहाँ सतसंगी हैं और साधना शिविर ना लगे।
उज्जैन। परम सन्त बाबा उमाकान्त महाराज ने 22 मई 2025 को उज्जैन आश्रम पर आयोजित पाँच दिवसीय अखण्ड साधना शिविर के समापन के अवसर पर सुनाए गए सतसंग में अपने भक्तों से कहा कि आप लोग जगह-जगह साधना शिविर लगाओ। कोई भी प्रदेश, जिला ऐसा न छूटे कि जहां सतसंगी हों और साधना शिविर न लगे। आपके पास दस-पांच दिन का समय नहीं, बल्कि इकट्ठा समय है; 80 दिन का समय है। आज का दिन तो निकला जा रहा है तो कल से जोड़ लेना। इन 80 दिनों में चौरासी काटनी है, फंदे काटने हैं। चारों तरफ पूरी दुनिया में जो विनाश की रूप रेखा तैयार हो रही है, उससे बचने और लोगों को बचाने के लिए यह सब करना है। 80 दिनों में कोशिश करो कि कोई ऐसी जगह ना छूटे, जहाँ सतसंगी हैं और साधना शिविर ना लगे।

प्रार्थना, सुमिरन, ध्यान, भजन और गुरु भक्ति के बारे में अपनी-अपनी भाषा में लोगों को बताओ
सन्तमत में प्रार्थना, सुमिरन-ध्यान-भजन और गुरु भक्ति प्रमुख होती है। इस मानव मंदिर को अंदर से साफ सुथरा रखना जरूरी होता है। जो साधक लोग हो, आप साधना अंदर की भले ना बताओ लेकिन साधना शिविर में जा कर के अपनी-अपनी भाषा में यह बात तो बताओ कि गुरु से प्रेम करो, गुरु को याद करो, गुरु से दया मांगो, उनके लिए प्रार्थना बोलो। वहाँ जा कर के उन्हें सुमिरन का, ध्यान का, भजन का तरीका भी बताओ।



