CG-दिल दहला देने वाली घटना : BSP प्लांट के डीजीएम के बंगले में लगी आग, जिंदा जलने से पिता की मौत, शोक में डूबा पूरा परिवार…..

दुर्ग। जिले से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। भिलाई स्टील प्लांट के डीजीएम अनिमेश तिवारी के बंगले में अचानक आग लग गई। जिससे उनके पिता उमेश नारायण की जिंदा जलने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि एक दिन पहले ही उन्होने अपने बीमार पिता को अस्पताल से डिस्चार्ज कराकर घर लाया था। पिता के कमरे में आग लगने के बाद दमकल की मदद ली गयी। लेकिन जब तक दमकल की टीम आग पर काबू पाती, तब तक पिता की जिंदा जलकर मौत हो गयी।
आग की ये घटना भिलाई नगर थाना क्षेत्र की है। भिलाई स्टील प्लांट में डीजीएम के पद पर अनिमेश तिवारी की पदस्थापना है। बताया जा रहा है कि वह परिवार के साथ बंगले में सो रहे थे। तभी अचानक घर के एक कमरे में आग लगने से हड़कंप मच गया। घर की नौकरानी ने सबसे पहले अनिमेश तिवारी के पिता के कमरे से धुंआ निकलते देखा। कमरे में आग लगने की जानकारी लगते ही दमकल विभाग को फोन कर घटना की जानकारी दी गयी।
फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची। आनन फानन में कमरे में लगी आग को बुझाने का काम शुरू किया गया। लेकिन तब तक अनिमेश तिवारी के 92 वर्षीय पिता की मौत हो चुकी थी। भिलाई स्टील प्लांट के डीजीएम अनिमेश तिवारी ने पुलिस को बताया कि बंगले के पीछे रहने वाली उनकी नौकरानी ने उन्हें घर में सामने के कमरे में आग लगने की जानकारी दी। पूरा घर धुएं से भर गया था। इसके बाद पुलिस को फोन कर मामले की जानकारी दी गई।
आग की सूचना पर डायल-112 की टीम मौके पर पहुंची। आनन फानन में पुलिस जवानों ने ग्रिल तोड़कर अनिमेश और उनके परिवार को पीछे के कमरे से बाहर निकाला। जब तक सामने कमरे की आग बुझाई गई, तब तक कमरे के सभी सामान खाक हो गए थे। बुजुर्ग का शव भी जलने से बिस्तर में चिपक गया। अग्निशमन विभाग के अधिकारी के मुताबिक घर में शार्ट सर्किट के संकेत नहीं है, क्योंकि अगर शार्ट सर्किट से आग लगती तो बिजली ट्रिप हो जाती। घर के कमरे में लगा एसी भी बंद मिला है। ऐेसे में इस घटना को लेकर आगे की जांच की जा रही है।
अनिमेश तिवारी के पिता उमेश नारायण तिवारी बुजुर्ग होने के चलते काफी बीमार रहते थे। उनका हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। एक दिन पहले ही गुरुवार को अनिमेश अपने पिता को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कराकर घर लाए थे और रात में यह घटना हो गई। पिता की मौत से पूरा परिवार शोक में डूबा हुआ है।