CG – किडनैप, कंकाल और कत्ल की कहानी में आया नया मोड़ : तलाश में पुलिस ने खोद डाली थी कब्र… 9 महीने बाद जिंदा लौट आई वो! देखते ही पुलिस की फटी रह गई आंखें….

गरियाबंद। जिले के चलना पदर गांव में उस वक्त सबकी आंखें फटी की फटी रह गईं, जब अगस्त 2024 में लापता हुई एक नाबालिग लड़की अचानक घर लौट आई। देखते ही पूरे गांव में सन्न रह गया। क्योंकि उसके गुम होने के बाद पुलिस ने अपहरण से लेकर हत्या और यहां तक कि कब्र से कंकाल निकलवाने तक की कार्रवाई कर डाली थी। लेकिन अब उसकी वापसी ने पूरे मामले को एक रहस्यमयी मोड़ दे दिया है।
गौरतलब है कि लापता होने के बाद पुलिस ने कॉल डिटेल के आधार पर पड़ोस के ही 40 वर्षीय युवक लालधर गौड़ को हिरासत में लिया था। पूछताछ के दौरान जब युवक ने गोलमोल जवाब दिए, तो पुलिस को शक हुआ कि हत्या कर शव दफना दिया गया है। संदेही की निशानदेही पर गांव के श्मशान घाट में एक कब्र खुदवाई गई। कार्यपालिक दंडाधिकारी की मौजूदगी में जब कब्र खोदी गई, तो उसमें से एक कंकाल निकला लेकिन फॉरेंसिक जांच में वो कंकाल 10 साल पुराना पाया गया।
आदिवासी समाज में था आक्रोश
इस कार्रवाई से आक्रोशित आदिवासी समाज ने 27 मार्च को देवभोग थाने का घेराव कर दिया। आदिवासी विकास परिषद की नेत्री लोकेश्वरी नेताम और संजय नेताम के नेतृत्व में समाज ने पुलिस पर शारीरिक और मानसिक यातना के आरोप लगाए। यहां तक कहा गया कि पुलिस की पिटाई से लालधर का एक पैर टूट गया है।
इसी बीच मंगलवार रात अचानक जब लड़की अपने माता-पिता के पुरनापानी स्थित कुरलापारा घर लौट आई, तो सभी हैरान रह गए। पूछताछ में युवती ने बताया कि वह बालोद जिले में अपने एक रिश्तेदार के घर रह रही थी। पुलिस ने औपचारिक बयान लेने के बाद उसे परिजनों को सौंप दिया।
देवभोग थाना प्रभारी फैजुल होदा शाह ने बताया कि जब मामला दर्ज हुआ था, तब युवती नाबालिग थी। अब वह बालिग हो चुकी है, इसलिए उसका बयान बीएनएस 183 के तहत न्यायालय में दर्ज कराया जाएगा। बयान के आधार पर ही तय होगा कि अपहरण हुआ था या उसने स्वेच्छा से घर छोड़ा था।