CG – लटेश्वर नाथ की नगरी किरारी में भब्य साज सज्जा के साथ दुर्गा उत्सव नाट्य कलाकार देते रोज रात मनमोहक प्रस्तुति पढ़े पूरी ख़बर
मस्तूरी//एक तरफ किरारी में बाबा लटेश्वर नाथ की मंदिर जो अब पूरी कायाकल्प के साथ शानदार बनाया जा चूका हैँ आसपास गार्डन और जगह जगह लोगों सैलानियों श्रद्धांलुओं के बैठने के लिए कुर्सी बीच तालाब में भोले बाबा की मूर्ति की स्थापना जिसे देखने से भगवान शिव जी जीवंत लगते हैँ मंदिर परिसर को खुब सजाया सवारा गया हैँ चारो तरफ लाइटिंग जो अब आसपास के सैकड़ो गाँवो के श्रद्धांलुओं के लिए श्रद्धा का केंद्र बन चूका हैँ गाँव के गणमान्य नागरिक ठा.तामेश सिंह के संरक्षण में और जनपद पंचायत उपाध्यक्ष मस्तूरी ठा.नितेश सिंह के प्रयासों से यह सब संभव हो पाया हैँ।
किरारी में दुर्गा उत्सव की धूम…
किरारी अब ऐसा जगह बन चूका हैँ जहां आपको हमेशा रौनक दिखाई देगा यहाँ के लोंग लगातार सुख समृद्धि और शांत माहौल में जीवन यापन कर रहें हैं खास कर दुर्गा उत्सव के समय में यहाँ प्रसिद्ध लटेश्वर नाथ मंदिर के आगे ही माता दुर्गा की मूर्ति स्थापित प्रत्तेक वर्ष की जाती हैं यह लगातार सातवाँ वर्ष हैँ यहाँ आसपास के कई गाँव के लोंग दुर्गाउत्सव के दौरान घूमने देवी दर्शन करने पहुंचते हैँ यहाँ पहुंचने वाले श्रद्धांलू बताते हैँ की यहाँ पहुंचने से मन चित्त शांत हो जाता हैँ और यहाँ से वापस जानें की इच्छा नहीं होती आपको बताते चलें कि यह पूरा आयोजन ठा.तामेश सिंह की संरक्षण में गाँव वालों की सहयोग से युवा जनप्रतिनिधि राहुल सिंह की देखरेख में संपन्न होता हैँ।
शानदार सजावट आकर्षण का केंद्र…
किरारी दुर्गाउत्सव वाली जगह को शानदार तरीके से सजाया गया हैँ चारों तरफ छोटे बड़े लाइटो का ऐसा जाल बिछाया गया हैँ जो रात होते ही अपनी रोशनी से ना सिर्फ गाँव वालों को बल्कि बाहरी दूसरे गाँवो के लोगों श्रद्धांलुओं को मानो अपनी ओर खींचती हो जगमग जगमग करती लाइटो की रोशनी यहाँ की सुंदरता में और चार चाँद लगा देती हैँ।
राजधानी से आए नाट्य कलाकार बांधते हैँ समां…
छत्तीसगढ़ के राजधानी के करीब से आए नाट्य कलाकार रोज शाम यहाँ अपनी नाट्य कला दिखाते हैँ जहां वो कभी माँ दुर्गा का रूप लेते हैँ कभी प्रभु श्री राम जी का तो कभी रावण का और एक से बढ़ कर एक झाँकिया नाट्य प्रस्तुरी इनके द्वारा दिया जाता हैँ जिसे देखने रोजाना भारी संख्या में लोंग पहुंचते हैँ।
रावण दहन…
आपको बताते चलें की यहाँ आसपास सभी गांवो से बड़ा रावण भी तैयार किया जाता हैँ दहन के लिए यहाँ दशहरा के दिन मेले जैसा माहौल रहता हैँ जहां बच्चों के खिलौने से लेकर फ़ास्ट फ़ूड वाले वाले अपना दुकान लगाते हैँ और आसपास गाँव वाले यहाँ दशहरा देखने (रावण दहन) पहुंचते हैँ।