CG – मितानिन ब्लाक समन्वयक से जातिगत प्रताड़ना समीक्षा बैठक के बीच अपमानित कर बाहर करने की कलेक्टर से शिकायत न्याय की मांग पढ़े पूरी ख़बर
कोरबा//जिले के पाली ब्लाक मितानिन समन्वयक एवं एमटी के कार्यप्रणाली एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है, जहां गत दिनों पूर्व हरदीबाजार क्षेत्र की एक मितानिन अनुसूईया राठौर ने सेवा में वापसी के लिए ब्लाक समन्वयक विजय कश्यप, सुनीता कंवर व एमटी श्रीमती विमला कलिहारे पर रिश्वत मांगने और आर्थिक, मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगा कलेक्टर जनदर्शन में शिकायत की थी तो वही अभी के मामले में ब्लाक समन्वयक राधेश्याम खांडेय ने समन्वयक विजय कश्यप, शिव नारायण राठौर एवं एमटी प्रेमलता पंथ, उमा यादव व गायत्री विश्वकर्मा पर जातिगत रूप से प्रताड़ित करते हुए समीक्षा बैठक से बाहर कर दिए जाने की शिकायत कलेक्टर सहित संबंधित अधिकारियों से कर न्याय मांगा है।
मितानिन ब्लाक समन्वयक खांडेय ने अपने शिकायत में बताया है कि मैं मितानिन कार्यक्रम में ब्लाक समन्वयक ( स्वस्थ पंचायत ) के पद पर पाली विकास खंड में कार्यरत हूँ और अपने सेवा कार्य के आरम्भ से ही सतनामी जाति वर्ग से आने के कारण भेदभाव से त्रस्त हूं। उन्होंने बताया है कि पाली स्थित सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में बीते 25 जुलाई को आयोजित एम टी समीक्षा बैठक में शामिल होने के लिए गया था और अपने निर्धारित कुर्सी पर बैठा हुआ था, इस बीच उक्त बैठक में शामिल ब्लाक समन्वयक विजय कश्यप ब्लाक, शिव नारायण राठौर और एम टी प्रेमलता पंथ, उमा यादव, गायत्री विश्वकर्मा मेरे पास आये और अभद्रता करते हुये मुझे कहा चलो निकलो यहाँ से यहाँ पर संघ का बैठक चल रहा है और हाल से मुझे बाहर लेकर गए और बोले तुम हमसे बाहर हो और जात के सतनामी हो तुम्हारा क्या काम है तुम हमारा काम बिगाड़ने के लिए आये हो तुम बाहर ही बैठो या अपने घर चले जाओ। ब्लाक समन्वयक व एमटी के इस रवैये से मुझे मानसिक रूप से भारी प्रताड़ित होना पड़ा और मैं वहां पर रुकने की स्थिति में नही रहा तथा किसी तरह की विवाद बढने के भय से अपने घर चला गया। श्री खांडेय ने आगे बताया हैं कि मितानिन कार्यक्रम में अवैध रूप से उगाही करने मितानिनों को डरा- धमकाकर रखने जैसे कई अवैध कार्यों में सहभागी नही बनने और उनका विरोध करने के कारण मुझे हमेशा से अपमानित किया जाता रहा है। कुछ दिनों पूर्व एक मितानिन को कार्यक्रम में वापसी कराने के लिए भी रिश्वत की मांग करने के कारण विवाद बढ़ने पर मितानिनों को डरा- धमकाकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कोरबा के कार्यलय में ले जाया गया था। जिसमे मैंने जाने से इनकार कर दिया था उसके बाद से मुझे और ज्यादा प्रताड़ित किया जा रहा है और किसी न किसी बहाने मुझे मेरे जाति के नाम पर अपमानित और प्रताड़ित किया गया है। यह रवैया बर्दाश्त से बाहर हो जाने के कारण मैंने इसकी शिकायत कलेक्टर सहित संबंधित अधिकारियों से लिखित तौर पर कर न्याय मांगा है और मुझे विश्वास है कि मुझे न्याय मिलेगा।