CG – बहुउद्देशीय एवं बहुआयामी चेतना अभियान चेतना-छात्र जागरूकता अभियान स्वामी आत्मानंद महारानी लक्ष्मीबाई कन्या शाला दयालबंध स्कूल में किया गया छात्राओं को जागरूक पढ़े पूरी ख़बर
बिलासपुर जिले के चारों विकास खंड में प्रत्येक शनिवार को चिन्हित विद्यालय में वरिष्ठ अधिकारियों की रही उपस्थिति कार्यक्रम में यातायात, महिला एवं बाल अपराध, साइबर अपराध,नशा मुक्ति,मोबाइल की लत, बुजुर्गों के अधिकार एवं सम्मान, पर्यावरण आदि अनेक विषय पर हुआ कार्यशाला। कार्यक्रम में न्यायालय, पुलिस विभाग, महिला बाल विकास विभाग एवं शिक्षा के अधिकारियों ने दिया प्रमुखता से छात्र छात्राओं को विषय से सम्बंधित जानकारी*
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के दिशा निर्देश में बिलासपुर पुलिस के द्वारा चलाए जा रहे “चेतना अभियान” के तहत नियमित रूप से चलाए जा रहे जागरूकता कार्यक्रम के विभिन्न चरणों का विस्तार करते हुए वृहद रुप में सभी जागरूकता कार्यक्रमो का समन्वित द्वितीय चरण का आज जिला एवं पुलिस प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में “चेतना- छात्र जागरूकता अभियान” स्वामी आत्मानंद”महारानी लक्ष्मी बाई मल्टीपरपज हायर सेकंडरी स्कूल दयालबंद बिलासपुर” में किया गया। कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात रामगोपाल करियारे एवं विद्यालय प्राचार्य कौशिक,आर टी ओ,माहिला बाल विकास एवं अन्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी एवं सम्माननीय अभ्यागतो के गरिमामय आगमन एवं नागरिक संगठनों,छात्र छात्राओं,माता-पिता, अभिभावकों एवं गणमान्य नागरिकगणों के विशाल उपस्थिति एवं सहभागिता में प्रातः 09 बजे बजे से प्रारम्भ हुआ, कार्यक्रम के प्रारंभ के पूर्व विद्यालय के मुख्य द्वार पर छात्र-छात्राओं द्वारा उत्साह पूर्वक अतिथियों का तिलक लगाकर,पुष्पवर्षा और आरती के साथ अतिथियों का स्वागत अभिनंदन किया गया। अतिथियों को एन सी सी के स्काउट छात्राओं द्वारा पायलेटिंग कर मुख्य मंच तक लाया गया। तत्प्श्चात बालिकाओं द्वारा माँ सरस्वती वंदना के गुंजन के साथ अतिथियों के द्वारा माँ सरस्वती के छायाचित्र पर पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारम्भ किया गया। इसके पश्चात स्काउट गाइड के छात्रों के द्वारा मुख्य अभ्यागतों एवं अतिथियों को सम्मानपूर्वक मंचासीन किया गया। सभी अतिथियों का स्वागत माल्यार्पण और पुष्प गुच्छ से किया गया। तत्प्श्चात विद्यालय प्राचार्य कौशिक द्वारा स्वागत उद्बोधन में कार्यक्रम के उद्देश्य, रूपरेखा और मुख्य विषय के बारे में अवगत कराया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में एएसपी रामगोपाल करियारे ने कहा कि “छात्र जीवन सम्पर्ण जीवन काल का स्वर्णिम समय होता है और इस उम्र में किये गए मेहनत से ही आगे भविष्य का स्वरूप निर्मित होती है” अतः सभी छात्राओं को सदैव सकारात्मक दिशा में निरंतर मेहनत कर अपने अपने बेहतर भविष्य की आधार रखनी चाहिए। साथ ही शासन के द्वारा निर्मित समस्त लोकहित के कानूनों का विधिवत पालन और नियमानुकल आचरण करनी चाहिए ताकि हमारी स्वयं के गलती से किसी अन्य नांगरिक का कोई अहित न हो तभी सच्चे अर्थों में हम देश के जिम्मेदार नागरिक बन पाएंगे। इस दौरान छात्र छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का मंचन कर यातायात, साइबर, नशामुक्ति, नारी जागरण, महिला एवं बाल अपराध, मोबाइल एडिक्शन/ लत, चेतना शियान आदि पर आधारित नृत्य,गायन, नुक्कड़ नाटक आदि के माध्यम से उपस्थित छात्र छात्राओं एवं गणमान्य जनो को विशेष संदेश दिया गया। जागरूकता कार्यक्रम से संबंधित विशेषज्ञो, मास्टर ट्रेनर एवं अतिथियों के द्वारा छात्र-छात्राओं को यातायात, महिला एवं बाल अपराध, साइबर अपराध, नशा उन्मूलन, मोबाइल की लत, पर्यावरण जागरूकता, सियान चेतना आदि विभिन्न विषयों पर आधारित विस्तृत चर्चा और व्याख्यान दिया गया। साथ ही छात्र-छात्राओं से तत्सबन्ध में विभिन्न प्रकार के प्रश्नोत्तर करके बच्चों के प्रश्नों के जिज्ञासाओं को शांत भी किया गया बच्चों ने बड़ी तन्मयता और सक्रियता के साथ आज के इस विशेष कार्यक्रम का गंभीरता पूर्वक श्रवण किया। इस कार्यक्रम में जिला एवं पुलिस प्रशासन सहित महिला बाल विकास, शिक्षा विभाग एवं अन्य विभिन्न विभागों ने अति सक्रियता के साथ चेतना के सातों आयामों पर विस्तृत जानकारियां छात्र-छात्राओं को प्रदान करने हेतु कार्यक्रम को प्रत्येक स्तर पर जन-जन तक पहुंचाने एवं प्रत्येक स्कूल के छात्र-छात्राओं को कार्यक्रम के सातों चरण से अवगत कराए जाने हेतु प्रतिबद्धता के साथ कार्य करने के संबंध में विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम के समापन पूर्व उपस्थित समस्तजनों को यातायात नियमों के प्रति सदैव संवेदनशीलता के साथ पालन किए जाने एवं सदैव निष्ठावान रहने हेतु मास्टर ट्रेनर उमाशंकर पांडे के द्वारा मुख्य अतिथियों की उपस्थिति में शपथ दिलाई गई। मुख्य अभ्यागतों के गरिमामयी आगमन एवं उपस्थित सभी जनो के विशेष सहभागिता हेतु कृतज्ञता के साथ आभार प्रदर्शन किया गया”चेतना- छात्र जागरूकता अभियान” के तहत छात्र-छात्राओं एवं आमजन को यातायात की पाठशाला के तहत यातायात के नियमों एवं प्रावधानों के संबंध में, चेतना विरुद्ध महिला अपराध के तहत महिलाओं एवं बच्चों के विरुद्ध होने वाले अपराधों के संबंध में विधिक प्रावधानों एवं सुरक्षा के उपाय के संबंध में छात्र-छात्राओं को बताई गयी। चेतना विरुद्ध नशा के तहत युवाओं एवं आमजन में बढ़ रहे नशा के प्रभाव एवं उसके दुष्परिणामों से अवगत कराते हुए लोगों को नशा छोड़ने एवं आने वाले भविष्य के बेहतर निर्माण के संबंध में अभ्यागत व विशेषज्ञों के द्वारा विशेष व्याख्यान दिया गया।
आओ सवेरे कल अपना के तहत बालक बालिकाओं एवं छात्रों में मोबाइल के प्रति लत एवं मुख्य धारा से भटकने की प्रवृत्ति को रोकने हेतु खेल एवं अन्य के माध्यम से सकारात्मक दिशा की ओर ले जाकर राष्ट्र की मुख्य धारा से जोड़ने हेतु विशेष प्रयास के संबंध में छात्र-छात्राओं एवं बालकों को समझाइस दी गयी।
सियान चेतना अभियान के तहत अति वरिष्ठ नागरिकों के प्रति सम्मान के भाव विकसित करना तथा उनके सुरक्षा एवं संरक्षण हेतु सदैव लोगों के मन में पूज्य मानवीय दृष्टिकोण विकसित कर बुजुर्गों के सेवा सुश्रुषा एवं कुशल क्षेम के प्रति जागरूक रहने लोगों को समझाइस दी गयी।
चेतना पर्यावरण मित्र के तहत लोगों को पर्यावरण के प्रति सदैव जागरूक रहते हुए सतत विकास के क्रम में स्वच्छ हवा एवं जलवायु हेतु अधिक से अधिक पौधा लगाने एवं पृथ्वी को हरियाली से आच्छादित करने हेतु अपील करते हुए जागरुक किया गया। कार्यक्रम के अंत में समस्त छात्र-छात्राओं एवं विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाओं व प्राचार्य के द्वारा छात्र-छात्राओं के विशेष सहयोग से मानव श्रृंखला बनाकर हाथों में यातायात एवं अन्य विषयों पर आधारित तख्तियां लेकर आम नागरिकों को यातायात नियमों के पालन तथा किसी भी प्रकार के अपराध से दूर रहने हेतु नारा लगाते हुए यातायात जागरूकता रैली निकाली गई।
समग्र “चेतना- छात्र जागरूकता अभियान कार्यक्रम” के तहत मुख्य अतिथि के रूप में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात रामगोपाल करियारे, स्कूल प्राचार्य कौशिक महिला एवं बाल विकास के नोडल अधिकारी कर्मचारी,शाला विकास समिति के सभी सदस्यगण, यातायात मास्टर ट्रेनर उमाशंकर पांडेय,शैलेंद्र सिंह,एन ओ के सदस्य विकास वर्मा, रेखा गुल्ला, चुन्नी मौर्य,पार्वती मौर्य,आरती अनंत,श्रुति जनकल्याण फाउंडेशन,अन्य शिक्षक गण एवं अन्य गणमान्य नागरिकगण विशेष रूप से मौजूद थे।