CG News : छत्तीसगढ़ में धान भंडारण पर बड़ी कार्रवाई, एक करोड़ से ज्यादा की अवैध धान जब्त, देखें कहां से कितनी बोरी पकड़ी गई?

रायगढ़। छत्तीसगढ़ में अवैध धान भंडारण और परिवहन पर सभी अंतरराज्यीय सीमाओं पर बसे जिलों पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर कड़ी निगरानी की जा रही है। साथ ही इस कार्य में संलिप्त पाए जाने वालों पर सख्त और त्वरित कार्रवाई की जा रही हैं। इसी कड़ी में निष्पक्ष धान खरीदी नीति और समर्थन मूल्य पर पारदर्शी के तहत प्रशासन द्वारा अभियान चलाए जा रहे हैं। जहां बीते 15 दिनों में रायगढ़ में 30 प्रकरणों ने कुल 3,266 क्विंटल अवैध धान जब्त किया है। इस धान की कीमत 3100 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से 1 करोड़ रुपए से ज्यादा का बताया जा रहा है।
अनुविभागीय स्तर पर हो रही निगरानी
जिले की सीमाओं पर स्थित सभी अंतरराज्यीय एवं आंतरिक चेक पोस्टों पर कलेक्टर के मार्गदर्शन में 24×7 कड़ी निगरानी रखी जा रही है। इसके कर्मचारियों और अधिकारियों की शिफ्टवार ड्यूटी लगाई गई है, वहीं अनुविभागीय स्तर पर विशेष निगरानी दल सक्रिय हैं। अवैध धान भंडारण और परिवहन में शामिल हर व्यक्ति पर कार्रवाई करते हुए मंडी अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है। कलेक्टर ने आम नागरिकों और किसानों से अपील की है कि, अवैध धान परिवहन या भंडारण की कोई भी जानकारी तुरंत पास के पुलिस थाना, तहसील कार्यालय या चेक पोस्ट पर दें। कार्रवाई में सहयोग करना खरीदी व्यवस्था की पारदर्शिता को मजबूत करेगा। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए 105 उपार्जन केन्द्र बनाए गए है।
निगरानी के लिए चार टीमें तैनात
सभी उपार्जन केन्द्रों में शासन के निर्देशानुसार चेक लिस्ट के अनुरुप मूलभुत सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है। 105 उपार्जन केन्द्रों में से 15 केंद्रों को संवेदनशील और 4 केंद्रों को अति-संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। अवैध धान की आवाजाही रोकने के लिए 24 चेकपोस्ट स्थापित किए गए हैं, इनमें भुईंयापाली, बेलरिया, लारा, रेंगालपाली, एकताल, जमुना, तोलमा, हाड़ीपानी, लमडांड, हमीरपुर, मेनरोड हाटी, गोलाबुड़ा, फतेपुर, केशरचुंवा, टांगरघाट, बिजना, बरकछार, उर्दना बेरियर, बोईरदादर, बेरियर, पलगड़ा, भालूनारा, बाकारुमा बेरियर, ऐडू बेरियर एवं रीलो बेरियर सहित 24 अंतराज्यीय एवं आंतरिक चेकपोस्ट स्थापित किए गए
“तुंहर टोकन” ऐप के जरिए सुविधा उपलब्ध
धान खरीदी प्रक्रिया किसानों को पारदर्शी सुविधा प्रदान करने और पूरी तरह डिजिटल बनाने के लिए “तुंहर टोकन” मोबाइल ऐप के जरिए उपलब्ध कराया जा रहा है और सोसायटी संचालक सुबह 9.30 बजे से टोकन जारी कर कर रहे है। टोकन सात दिनों तक वैध रहेंगे और आधार आधारित ओटीपी प्रमाणीकरण अनिवार्य किया गया है, जिससे बिना किसान की सहमति कोई टोकन जारी नहीं हो सकेगा। सेवा सहकारी समितियों में कृषकों को लिए नगद लेनदेन हेतु माइक्रो एटीएम की भी सुविधा उपलब्ध है। जिसके माध्यम से कृषक एटीएम कार्ड के माध्यम से प्रतिदिन 10 हजार रुपए तक की राशि आहरण कर सकते है।



