CG Police Bharti Scam: छत्तीसगढ़ भर्ती में गड़बड़ी मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। इस भर्ती घोटाले के मामले में एसपी ने तीन हजार से ज्यादा कैंडिडेट्स के अंकों की गलत तरीके से एंट्री की गई है। यह जांच में सामने आया है। जांच में यह भी पाया गया कि इवेंट के दौरान और अंक दिए जाने वाले समय में अंतर पाया गया है।
इस तरह से हर इवेंट में जो डाटा फीड किया है, उसकी एंट्री (CG Police Bharti Scam) में विरोधाभास है। जांच में पाया कि मैनुअल नंबर और कंपनी के नंबर में डिफरेंस है। हालांकि कंपनी के अधिकारी लगातार वास्तविक डाटा जुटाने की बात कह रहे हैं। जबकि अभी तक वास्तविक डाटा नहीं मिल पाया।
एसपी ने इस गड़बड़ी (CG Police Bharti Scam) की जांच कराने के लिए सीएसपी को जिम्मेदारी दी है। पुलिस भर्ती गड़बड़ी मामले में एफआईआर के बाद जांच लालबाग थाना स्तर पर की जा रही थी, अब सीएसपी पुष्पेंद्र नायक इस मामले की जांच करेंगे। मालूम हो कि गड़बड़ी मामले में अब तक 4 आरक्षक और 2 कंपनी कर्मचारी को अरेस्ट कर जेल भेज दिया गया है। इनका मोबाइल डाटा जब्त कर लिया है। साथ ही लेनदेन की आशंका के चलते खातों की जांच भी की गई है। हालांकि अधिकारियों से इस मामले में कोई पूछताछ नहीं हुई है।
पुलिस भर्ती में गड़बड़ी (CG Police Bharti Scam) सामने आने के बाद अब टाइमिंग टेक्नालॉजी कंपनी के डाटा की जांच वन विभाग ने शुरू कर दी है। ऐसा इसलिए क्योंकि वनरक्षक भर्ती में फिजिकल टेस्ट इवेंट इसी कंपनी ने कवर किया था। वनरक्षक भर्ती के अंक इसी कंपनी के सॉफ्टवेयर से ही दर्ज किए गए थे। वन विभाग ने कैंडिडेट्स के अंकों का वेरिफकेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसमें मैनुअल व ऑनलाइन अंको का रिकॉर्ड का मिलान किया जा रहा है।